कोझीकोड: केरल के स्वास्थ्य विभाग ने शनिवार को बताया कि चथमंगलम (Chathamangalam) में वायरस की पुष्टि नहीं हुई है. यह वह इलाका हैं जहां बीते दिनों एक लड़के की निपाह वायरस के कारण मौत हो गई थी.
रामबूटन और सुपारी जैसे कई फलों के सैंपल की जांच में निपाह वायरस की पुष्टि नहीं हुई है. चथमंगलम पंचायत के विभिन्न स्थानों से एकत्र किए गए नमूनों का पुणे इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी द्वारा परीक्षण किया गया जिसके बाद पुष्टि हुई की निपाह का कोई संक्रमण नहीं है.
एक केंद्रीय दल ने निपाह का पता लगाने के लिए इलाके का निरीक्षण किया था, जहां एक बारह वर्षीय लड़के ने घातक वायरस से अपनी जान गंवा दी थी. शुरुआत में ये शक था कि बच्चा रामबूटन फल से संक्रमित हुआ होगा. क्योंकि वह चमगादड़ से संक्रमित क्षेत्र में बकरियों को चराने गया था.
पढ़ें- केरल : निपाह वायरस से जान गंवाने वाले बच्चे के संपर्क में आए लोग संक्रमित नहीं
केरल के कोझिकोड जिले में 12 साल के बच्चे के निपाह वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद से चार सितंबर से स्वास्थ्य विभाग काफी सतर्क था. बच्चे के घर से तीन किलोमीटर के दायरे को घेर लिया गया था और घर-घर जाकर निगरानी की गई और नमूनों की जांच की गई. बच्चे की पांच सितंबर को मौत हो गयी थी.