धर्मशाला/नागौर : पौंग झील की सुंदरता को सर्दियों में चार-चांद लगाने वाले विदेशी मेहमान पक्षियों की हो रही लगातार रहस्यमयी मौतों का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है. शुक्रवार को भी 318 मेहमान परिंदे झील और खाली भूमि पर वन्य प्राणी विभाग नगरोटा सूरियां रेंज के क्षेत्र नगरोटा सूरियां, लुदरेट, बरियाल, नंदपुर भटोली में मृत पाए गए. इनमें से तीन परिंदे रैंसर की गढ़ी में भी मृत पाए गए, जिससे वन्य प्राणी विभाग के साथ-साथ पक्षी प्रेमी भी सकते में हैं. वहीं, राजस्थान के नागौर जिले के मकराना क्षेत्र में पक्षियों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. शनिवार को भी पांच मोर और तीन फाख्ता मृत मिले हैं, जबकि दो मोर घायल अवस्था में मिले हैं. सूचना पर वन विभाग, मकराना विधायक समेत आलाधिकारी मौके पर पहुंचे. मृत पक्षियों का बोरावड में पोस्टमार्टम हुआ और दो घायल मोरों का उपचार जारी है. वन विभाग नागौर ने दो सैंपल जांच के लिए जयपुर और भोपाल प्रयोगशाला में भेजे हैं.
मकराना के विधायक रूपाराम मुरावतिया ने तहसील प्रशासन के अधिकारियों से कहा, मौत के कारणों की सही तरीके से जांच की जाए. पक्षियों की मौत का कारण अभी पता नहीं चल पाया है. बता दें कि शुक्रवार को कालवा गांव मे 53 मोर मृत मिले और 26 मोर घायल मिले थे. आसपास के इलाकों में 15 अन्य पक्षी भी मृत मिले थे. मृत पक्षियों को दफनाया गया है. जबकि घायल मोरों का उपचार जारी है.
बंद किया गया पौंग बांध
धर्मशाला के सिद्धाथा क्षेत्र में अचानक मर रहे विदेशी परिंदों की वजह से वन्य प्राणी विभाग ने अंतरराष्ट्रीय रामसर वेटलैंड पौंग बांध को फिलहाल बंद कर दिया है. अब झील के चारों ओर 10 किलोमीटर के क्षेत्र में कोई भी गतिविधि नहीं हो पाएगी. यहां पर तब तक कोई पर्यटक दस्तक नहीं दे पाएगा. जब तक विदेशी पक्षियों के मरने के कारण पता नहीं चल पाते हैं. पौंग झील के साथ लगते सिद्धाचा क्षेत्र में तीन दिन में करीब एक हजार पक्षी दम तोड़ चुके हैं. इसके बाद वन्य प्राणी विभाग ने एहतियात के तौर पर पौंग झील को बंद कर दिया है.
जालंधर, भोपाल और बरेली भेजे सैंपल
वन्य प्राणी विभाग धर्मशाला की मुख्य अरण्यपाल पासना पटियाल ने बताया कि मृत परिंदों के करीब 22 सैंपल जालंधर और भोपाल व बरेली लैब में जांच के लिए भेजे गए हैं. विभाग के विशेषज्ञ यही मानकर चल रहे हैं कि इन पक्षियों को किसी बीमारी ने चपेट में लिया होगा. असली पता सैंपल की जांच रिपोर्ट के बाद ही लग पाएगा. पहले दिन 421 पक्षी और दूसरे दिन धमेटा रेंज के सियाल और जगमोली में 264 मेहमान पक्षी मृत पाए गए थे.
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15 तरह की प्रजातियों के परिंदे मृत
वहीं, कांगड़ा डीसी राकेश प्रजापति ने कहा कि तीन दिनों में 15 प्रकार की प्रजातियों के परिंदे मृत मिले हैं. परिंदों की हो रही इतनी बड़ी संख्या में अकस्मात मौतों से हर कोई हैरान है. वन्य प्राणी विभाग द्वारा इनके सैम्पल लेकर लैब में भेजे गए हैं, जिनकी अभी तक कोई रिपोर्ट नहीं मिली है. इन विदेशी परिंदों की लगातार मौतों से मछुआरों को उनके व्यवसाय की भी चिंता सताने लगी है क्योंकि परिंदे किसी फ्लू के कारण मर रहे होंगे तो मछली के शौकीनों में भी इसका डर संभावित बना रहेगा.
राजस्थान के सहायक वन संरक्षक आनंद कुमार ने बताया कि कल ग्राम कालवा में 53 मोर मृत मिले और 26 मोर घायल, 15 अन्य पक्षी मृत अवस्था में मिले थे. मृत मोरों का पोस्टमार्टम कराया गया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मोरों की मृत्यु होने के कारणों का पता लग पाएगा. फिलहाल, पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है. घटना की सूचना मिलने पर मकराना विधायक रूपाराम मुरावतिया, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डीडवाना संजय गुप्ता, उपखंड अधिकारी सैयद शिराज अली जैदी, तहसीलदार दिनेश कुमार शर्मा, पुलिस उप अधीक्षक सुरेश कुमार सांवरिया, थाना अधिकारी रोशनलाल, सहायक वन संरक्षक आनंद कुमार, क्षेत्रीय वन अधिकारी अर्जुन राम मौके पर पहुंचे.