अयोध्या: साप्ताहिक पत्रिका 'द वीक' में हिंदू देवी-देवताओं की आपत्तिजनक तस्वीर प्रकाशित करने के मामले को लेकर अयोध्या के संत भड़क उठे हैं. संतों ने रविवार को विरोध मार्च निकालकर प्रदर्शन किया. इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से यह मांग की है कि तत्काल इस पत्रिका के संपादक और मालिक को गिरफ्तार किया जाए. पूर्व सांसद और अयोध्या के वरिष्ठ संत डॉ. रामविलास दास वेदांती ने 'द वीक' पत्रिका के इस कृत्य पर गहरी नाराजगी जाहिर करते हुए देश के सभी संत और धर्म आचार्यों से एकजुट होने की अपील की है. उन्होंने कहा कि पत्रिका के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो सब समाज एकजुट होकर आंदोलन खड़ा करेगा. हिंदू समाज के देवी- देवताओं का इस तरह का अपमान संत समाज कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे.
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गौरतलब है कि दक्षिण भारत के चेन्नई से प्रकाशित पत्रिका 'द वीक' में पिछले सप्ताह एक हिंदू-देवी देवताओं की आपत्तिजनक तस्वीर प्रकाशित की गई थी. इस मामले को लेकर पूर्व सांसद डॉ. रामविलास दास वेदांती ने कहा कि मुस्लिम आतंकियों द्वारा एक साजिश के तहत इस पत्रिका को पैसे देकर इस तरह की तस्वीर छपवा दी गई है. जिससे समाज में विद्वेष पैदा हो, हिंदू धर्म के लोग अपमानित हो, हिंदू देवी-देवताओं का अपमान हो. हम कतई इसे स्वीकार नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि देश के सभी संत, धर्माचार्य, सभी जगतगुरु और पीठाधीश्वर संत और महंत इस प्रकरण को लेकर एकजुट होंगे और एक बड़ा आंदोलन करेंगे.
उन्होंने कहा कि जब देश में नरेंद्र मोदी जैसे प्रधानमंत्री हो तब ऐसे पत्र पत्रिका के संपादक और मालिक की हिम्मत कैसे हो गई कि हिंदू धर्म के देवी-देवताओं का अपमान करें. रविवार की शाम हुए इस विरोध प्रदर्शन में पूर्व सांसद वशिष्ठ पीठाधीश्वर डॉ राम.विलास दास महाराज के नेतृत्व में संत स्वामी श्रीधराचार्य जी महाराज,आचार्य वरुण जी, डॉ देवेश आचार्य जी, महंत सीताराम दास जी, स्वामी विजयानंद जी, डॉ. वेद दास वेदांती, संतोष शास्त्री, दयानंद शास्त्री, शिव कुमार शास्त्री, शिवेंद्र मिश्रा, राजेंद्र चौबे, सत्येंद्र दास वेदांती, स्वामी विजयानंद, करपात्री जी महाराज और स्वामी जगदीश्वरानंद सहित अन्य संत मौजूद रहे. बता दें कि कानपुर में पत्रिका के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया गया है.
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