अहमदनगर: भारतीय रिजर्व बैंक ने 19 मई को 2000 रुपये के नोट को चलन से वापस लेने का फैसला किया है. इस फैसले के बाद शिरडी साईंबाबा संस्थान भी अलर्ट हो गया है. साईंबाबा संस्थान के मुख्य कार्यकारी अधिकारी पी शिवशंकर ने मीडिया के माध्यम से साईंबाबा के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं से एक अपील की है. उन्होंने कहा कि श्रद्धालु 30 सितंबर तक साईं बाबा की दानपेटी में 2000 रुपये के नोट जमा कर सकते हैं. उसके बाद ऐसा ना करें.
संस्थान में पड़े हैं 4 करोड़ के पुराने नोट : नोट शिरडी साईंबाबा के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालु साईंबाबा की दान पेटी में पैसे, गहने और कीमती सामान भी डालते हैं. 2016 में नोटबंदी का फैसला केंद्र सरकार ने 8 नवंबर को अचानक ले लिया है. इसलिए जिन भक्तों को नोट बदलने में परेशानी हो रही थी कि वे इन नोटों को बड़ी संख्या में साईंबाबा संस्थान की दानपेटी में डाल दिया. साईं संस्थान ने उन्हें बैंकों में बदला लेकिन उसकी भी एक सीमा थी. और फिर नोट बदलने की अंतिम तारीख भी गुजर गई.
इस वजह से दान पेटी में आये सभी पुराने नोट नहीं बदले जा सके. अवधि समाप्त होने के बाद भी संस्थान के पास करीब चार करोड़ रुपये मूल्य के नोट पड़े हुए रह गये.
नोट बदलने के लिए पर्याप्त समय : इस अनुभव के आधार पर, आरबीआई के नये फैसले के आलोक में हम सतर्क हैं. उन्होंने कहा कि इस बार नोट बदलने के लिए पर्याप्त समय मिला है. इसलिए पिछली बार की तरह परेशानी और असमंजस की स्थिति बने रहने की संभावना कम है. नोट बदलने के लिए पर्याप्त समय है. जिससे लोग नोट बदलवा सकें. इस बार यदि नोटों को दान पेटी में भी डाला जायेगा तो संस्थान को परेशानी नहीं होगी. उन्होंने बताया कि साईंबाबा संस्थान द्वारा प्राप्त दान की गणना प्रत्येक मंगलवार और शुक्रवार को की जाती है. यह राशि तत्काल बैंक खाते में जमा करा दी जाती है. इसलिए दो हजार के नोट आते ही वे तुरंत बैंक चले जाएंगे.
2000 रुपये के नोट की राशि: साईं बाबा संस्थान के मुख्य कार्यकारी अधिकारी पी शिवशंकर ने अपील की है कि 30 सितंबर के बाद श्रद्धालु 2000 रुपये के नोट साईं बाबा संस्थान की दान पेटी में न डालें. साईं संस्थान की ओर से कुछ दिनों तक की गई कैश काउंटिंग में सामने आया है कि दानपेटी में आने वाले 2 हजार रुपये के नोटों की मात्रा काफी कम है. हालांकि, पिछली नोटबंदी के बाद दानपात्रों में आने वाले पुराने नोटों की संख्या में इजाफा हुआ था. इसी से अनुमान लगाया जा रहा है कि 2000 के नोटों की मात्रा बढ़ सकती है.