देहरादूनः धमकी भरा लेटर मिलने के मामले में आज विश्व हिंदू परिषद की महिला नेत्री साध्वी प्राची ने उत्तराखंड सचिवालय में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात कर सुरक्षा की मांग की है. इस दौरान साध्वी प्राची ने एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी को भी तीखा जवाब दिया. दरअसल, ओवैसी ने कांवड़ियों पर पुष्प वर्षा को लेकर भाजपा पर तंज कसा था. इसी को लेकर साध्वी प्राची के साथ ही हरिद्वार के संतों ने भी असदुद्दीन ओवैसी को दोगला बताया है.
असदुद्दीन ओवैसी ने पुष्प वर्षा पर उठाए थे सवाल: सावन की शिवरात्रि पर कांवड़ यात्रा का समापन हो चुका है. कांवड़ यात्रा के सफल संचालन पर सरकार अपनी पीठ थपथपा रही है तो दूसरी ओर कांग्रेस समेत AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी जैसे तमाम नेताओं ने यात्रा पर सवाल उठाए हैं. उत्तर प्रदेश में कांवड़ियों पर हुई पुष्प वर्षा पर ओवैसी ने तंज कसते हुए कहा था कि, 'अगर उन पर फूल बरसा रहे हैं, तो कम से कम हमारे घर तो मत तोड़िए'.
ओवैसी ने कहा था कि, यही गर्मजोशी मुस्लिमों के प्रति नहीं दिखाई जाती, उनके घरों पर बुलडोजर चलाए जाते हैं. भाजपा की उत्तर प्रदेश सरकार सरकारी धन का इस्तेमाल कर कांवड़ियों पर पुष्प वर्षा कर रही है. हम चाहते हैं कि वो सभी के साथ एक समान व्यवहार करें. वो हमपर पुष्प वर्षा नहीं करते, बल्कि हमारे घरों पर बुलडोजर चलाते हैं.' ओवैसी ने कहा, 'अगर आप एक समुदाय से प्रेम करते हैं, तो आप दूसरे से नफरत नहीं कर सकते...अगर आप की आस्था है, तो अन्य की भी आस्था है.
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ओवैसी को सुनाई खरी-खरी: असदुद्दीन ओवैसी के इस बयान पर विश्व हिंदू परिषद की फायर ब्रांड नेता साध्वी प्राची ने कहा कि, चाहे विपक्ष हो या ओवैसी कांवड़ यात्रा पर जो सवाल उठा रहे हैं, उन्हें शर्म आनी चाहिए क्योंकि, कांवड़िए एक तप करके कांवड़ यात्रा करने आते हैं. प्राची ने कहा कि ओवैसी नकारा हैं और ओवैसी को अपने गिरेबां में झांकने की जरूरत है. क्योंकि, ईद के समय सड़कों पर हाय तौबा मचाते हैं. कांवड़ यात्रा हिंदुओं की आस्था का मेला है, इसका मखौल न उड़ाया जाए.
हरिद्वार के संतों का मिला साथ: अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी ने कहा कि कांवड़ यात्रा हिंदू धर्म में प्राचीन काल से चली आ रही है. पौराणिक काल से राजा-महाराजा कांवड़ियों का स्वागत करते आ रहे हैं, तो अब परेशानी क्यों है? उन्होंने असदुद्दीन ओवैसी दोगला बताते हुए उन्होंने कहा कि ऐसे लोग अपनी राजनीतिक रोटियां सेकने के लिए देश का आपसी सौहार्द बिगाड़ने का काम कर रहे हैं.
वहीं, बड़ा अखाड़ा के महामंडलेश्वर रूपेंद्र प्रकाश ने कहा कि जिस तरह हज पर देश का अल्पसंख्यक जाता है और उसे सरकार की तरफ से सब्सिडी दी जाती है, तब ओवैसी को कोई तकलीफ नहीं होती है. कांवड़ियों के स्वागत को लेकर उन्होंने जो बयान दिया है. हालांकि, अब देश में कोई भी ओवैसी के बयानों पर ध्यान नहीं देता है. क्योंकि वह इस तरह की बयानबाजी करके अपनी घटिया मानसिकता ही दर्शाते हैं.
गौर हो कि, एआईएमआईएम अध्यक्ष ओवैसी ने मंगलवार को कांवड़ यात्रा संबंधी कई खबरों को ट्विटर पर साझा करते हुए कहा था, 'अगर मुस्लिम कुछ मिनट के लिए ही खुले में नमाज अता करें, तो विवाद हो जाता है. मुस्लिम पुलिस की गोली, हिरासत में झड़प, रासुका (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून), यूएपीए, भीड़ हिंसा और बुलडोजर का सामना केवल मुस्लिम होने के नाते कर रहे हैं.'
साध्वी प्राची को जान से मारने की धमकी मिली: इसके साथ ही बता दें कि, बीती 21 जुलाई को साध्वी प्राची को जान से मारने की धमकी मिली थी. इस लेटर में साध्वी प्राची का 'सिर तन से जुदा' करने की धमकी दी गई थी, जो उर्दू भाषा में लिखी हुई थी, जिसे बीजेपी की पूर्व राष्ट्रीय प्रवक्ता नूपुर शर्मा को दी गई धमकी से जोड़कर देखा जा रहा है. उन्हें यह लेटर हरिद्वार के हरिपुर कलां स्थित वैदिक निकेतन आश्रम में मिला था. अब उन्होंने उत्तराखंड के सीएम धामी से अपनी सुरक्षा की मांग की है.