जयपुर. प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सचिन पायलट (Sachin Pilot) ने बुधवार को कई मुद्दों को लेकर केंद्र सरकार (central government) पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन किल्लत (Oxygen Shortage) से मौत पर केंद्र सरकार का सदन में यह कह देना कि राज्य सरकारों से मिली रिपोर्ट के अनुसार ऑक्सीजन किल्लत से देश में किसी की मौत नहीं हुई है, यह गलत है और कहीं न कहीं मृतकों संग से घिनौना मजाक करने जैसा है. केंद्र सरकार आंकड़े जुटाने वाली एजेंसी नहीं है जो केवल राज्य सरकारों से आंकड़े इकट्ठे करें.
ऑक्सीजन किल्लत से हुई मौतों की निष्पक्ष जांच कराने की मांग करते हुए राज्स्थान के पूर्व सीएम ने कहा कि केंद्र सरकार को ऑडिट करवानी चाहिए कि इतने हॉस्पिटल सामने आए, जिन्होंने कहा कि हमारे यहां ऑक्सीजन की कमी (Oxygen Shortage) है. जो लोग अपनी जान कोरोना (Corona) के चलते गंवा चुके हैं.
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अगर उन्हें ये कहा जाए कि ये मौतें ऑक्सीजन की कमी नहीं हुईं तो ये मरने वालों के लिए यह दुखद है. पायलट ने कहा कि अगर सब कुछ ठीक था तो फिर स्वास्थ्य मंत्री को क्यों हटाया गया. पायलट ने इस मामले में सरकार से श्वेत पत्र की मांग की.
गैरकानूनी तरीके से जासूसी करना गलत
इस तरीके से गैरकानूनी तरीके से जासूसी (Spying) करना गलत है. ऐसे में जासूसी के जो आरोप केंद्र सरकार (Modi Government) पर लगे हैं, उसे स्पष्ट करने के लिए केंद्र सरकार को चाहिए कि वे सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) की निगरानी में इस मामले की जांच करवाएं. पायलट (Pilot) ने कहा कि अगर सरकार खुद जांच करवाएगी तो उस पर संदेह रहेगा.
ऐसे में सरकार को चाहिए कि वे इस मामले में सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) की निगरानी में निष्पक्ष जांच करवाएं.अगर, आम आदमी को संविधान से मिले 'राइट टू प्राइवेसी' का हनन होगा तो फिर कैसे आम आदमी का भरोसा बचेगा. अभी तो कुछ नाम सामने आए हैं, इसके आगे और भी नाम सामने आएंगे.