हिसार: स्याहड़वा गांव में कुएं में मिट्टी गिरने से दबे किसान का रेस्क्यू ऑपरेशन रोक दिया गया है. दरअसल रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान फिर से बड़ा हादसा होने से बच गया. खुदाई के दौरान मिट्टी फिर से खिसक गई. जिसकी वजह से कुएं में मिट्टी खोद रहे एनडीआरएफ के जवान भी धंस गए. गनीमत रही कि जवान को किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ. सुरक्षा उपकरणों की वजह से एनडीआरएफ के जवान को तुरंत बाहर निकाल लिया गया.
सुरक्षा कारणों के चलते फिलहाल रेस्क्यू ऑपरेशन को रोक दिया गया है. अभी तक मिट्टी में दबे किसान का कुछ भी पता नहीं चला है. रेतीली मिट्टी होने की जवह से रेस्क्यू ऑपरेशन में देरी हो रही है. बार-बार मिट्टी नीचे खिसक रही है. जिसकी वजह से मिट्टी को मशीन की बजाय हाथ से बाल्टियों के जरिये खींच कर निकाला जा रहा है. खबर है कि अभी 10 फीट और खुदाई बाकी है. अभी तक एक शख्स के शव को बाहर निकाला गया है. दूसरे का अभी तक कुछ पता नहीं चला है.
एक शव हो चुका है बरामद: स्याहड़वा गांव में कुएं में दबे दो व्यक्तियों में से एक व्यक्ति के शव को बाहर निकाल लिया गया है. सोमवार सुबह लगभग साढ़े चार बजे सेना और एनडीआरएफ की टीम ने एक शव बरामद कर (ONE DEAD BODY FOUND) लिया है. वहीं दूसरे की तलाश में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी (RESCUE OPERATION IN HISAR) है. रविवार सुबह हुए हादसे में दो लोग कुएं की मिट्टी खिसकने से उसमें धंस गए थे, जिनमें से एक का शव बरामद कर लिया गया है.
खराब मौसम ने रोका रेस्क्यू ऑपरेशन: आंधी और तूफान के चलते सुरक्षा कारणों की वजह से सेना और एनडीआरएफ की टीम को सुबह करीब 4:40 पर रेस्क्यू ऑपरेशन रोकना पड़ा था. बार-बार बिजली जाने की वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में लगातार देरी हुई. कुछ समय बाद जब मौसम स्थिर हुआ, तो फिर से एनडीआरएफ टीम ने ऑपरेशन शुरू किया, ताकि खेत के मालिक जयपाल को जल्द निकाला जा सके.
क्या है पूरा मामला: बता दें कि रविवार सुबह 7 बजे स्याहड़वा गांव के जयपाल और जगदीश खेत में बने एक गहरे कुएं में किसी काम से उतरे थे. वहीं दो-तीन व्यक्ति कुएं के ऊपर ही मौजूद थे. दोनों 40 फुट नीचे कुएं में काम कर ही रहे थे कि कुएं की मिट्टी धंस गई. जिसके चलते जयपाल और जगदीश मिट्टी के नीचे दब (Two laborers buried in the well in Hisar) गए. कुएं के ऊपर मौजूद लोगों ने शोर मचाया तो आसपास के लोग मौके पर पहुंचे.
पहले ग्रामीणों ने अपने स्तर पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया लेकिन कामयाबी ना मिलने पर सेना और एनडीआरएफ ने बुलाया. रविवार शाम से ही एनडीआरएफ और सेना के जवाब रेस्क्यू ऑपरेशन (hisar well rescue) में जुटे हुए हैं. ये हादसा रविवार सुबह करीब 7 बजे हुआ और सेना के जवानों के साथ एनडीआरएफ की टीम रविवार शाम से रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी है. खबर है कि अभी 10 फीट और खुदाई होनी बाकी है. जिसमें अभी करीब 2 से तीन घंटे का समय लग सकता है. रेतीली मिट्टी होने की वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में देरी हो रही है.
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