नई दिल्ली: भारत के इतिहास, कला, विरासत, संस्कृति और व्यंजनों को प्रदर्शित करने वाला 10 दिवसीय 'लाल किला महोत्सव - भारत भाग्य विधाता' कार्यक्रम 25 मार्च से आयोजित किया जाएगा. इसकी शुरूआत 17वीं सदी के प्रतिष्ठित स्मारक पर दिल्ली स्थित लाल किला में की जाएगी. यह महोत्सव भारत सरकार के भारत की आजादी का अमृत महोत्सव का हिस्सा है. जिसे भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने के अवसर पर जश्न के रूप में देश भर में मनाया जा रहा है. यह केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय और डालमिया भारत समूह का एक संयुक्त कार्यक्रम है. डालमिया भारत समूह ने लाल किले को अपने स्मारक मित्र (monument friend) के रूप में अपनाया है.
आजादी का अमृत महोत्सव पिछले साल प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा एक प्रगतिशील स्वतंत्र भारत, समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और उपलब्धियों का जश्न मनाने के लिए शुरू किया गया था. 'लाल किला महोत्सव - भारत भाग्य विधाता' में भारत के इतिहास को प्रदर्शित करने वाले लाल किले की बाहरी दीवारों पर दिखाया जाएगा. इस प्रदर्शनी में अभी तक की देश की उपलब्धियों और देश की जीवंत कला और शिल्प कौशल की विशेषता वाले कई सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया जाएगा.
डालमिया भारत लिमिटेड के एमडी पुनीत डालमिया ने कहा कि लाल किला महोत्सव - भारत भाग्य विधाता का उद्घाटन हमारी संस्कृति और परंपराओं को उजागर करेगा जैसा कि पहले कभी नहीं देखा गया है. हमें उम्मीद है कि यह अतिथियों और विशेष रूप से हमारे युवाओं को हमारे देश की वर्तमान प्रगति और हमारे प्राचीन गौरव से अवगत कराने में सहयोगी सावित होगा. उन मूल्यों को समझना जो भारत-केंद्रित होने के साथ-साथ विश्व स्तर पर प्रासंगिक हैं.
इस कार्यक्रम में क्षेत्रीय व्यंजनों का एक पाक विस्फोट और विशेष रूप से क्यूरेटेड गीत और नृत्य प्रदर्शन भी शामिल होंगे जो देश के गौरवशाली इतिहास को श्रद्धांजलि देंगे. विविधता में एकता. आकर्षक और संवादात्मक दृश्यों में भारत के इतिहास को उजागर करते हुए, लाल किला महोत्सव - भारत भाग्य विधाता को एक वार्षिक कार्यक्रम के रूप में नियोजित किया गया है, जिसमें स्वतंत्रता संग्राम, विचारों, संकल्प और उपलब्धियों जैसे 75 और उससे आगे के विषयों को रेखांकित किया गया है. इस दस दिवसीय त्योहार का समापन 3 अप्रैल को होगा.
पढ़ें-75वां 15 अगस्त : गर्मी से राहत दिलाने में आदिवासियों के हाथ के बने पंखे बने मददगार