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जनता के बीच आना चाहिए महंत की मौत की राज, सरकार कराए निष्पक्ष जांच : रामदेव

महंत नरेंद्र गिरि की मौत पर बाबा रामदेव ने कहा कि ऐसा कैसे हो सकता है कि वे रहस्यमयी तरीके से हमारे बीच से जा सकते हैं. बाबा रामदेव ने सरकार से मांग की है कि इस पूरी घटना की निष्पक्ष जांच हो.

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Published : Sep 27, 2021, 8:00 PM IST

Updated : Sep 27, 2021, 10:59 PM IST

हरिद्वार : अखिल भारतीय आखड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि ने सुसाइड किया या फिर उनकी हत्या हुई है, ये अभी तक रहस्य बना हुआ है. हालांकि सीबीआई इस मामले की जांच कर रही है. वहीं नरेंद्र गिरि की रहस्यमय मौत पर बाबा रामदेव ने कहा कि उनका इस तरह जाना स्वीकार नहीं हो रहा है. इस मामले में निष्पक्ष जांच होनी चाहिए.

बाबा रामदेव ने कहा कि वे सरकार से आग्रह करेंगे कि महंत नरेंद्र गिरि की मौत का राज जनता के बीच जल्द आना चाहिए. ताकि दोबारा से ऐसे घटनाक्रम की पुनरावृत्ति न हो. बेहद सधे हुए शब्दों में स्वामी रामदेव का यह बयान आया है.

स्वामी रामदेव ने कहा कि नरेंद्र गिरि बेहद मजबूत और धर्म संस्कृति की बुलंद आवाज थे. वह ऐसा नहीं कर सकते. वह एक वीर योद्धा और संन्यासी थे. उनका इस तरह से रहस्यमय तरीके से चले जाना किसी के गले से नीचे नहीं उतर रहा है. स्वामी रामदेव ने कहा कि उनके जाने से संत समाज की अपूरणीय क्षति हुई है.

नरेंद्र गिरि की रहस्यमय मौत पर बोले रामदेव.

योग गुरु स्वामी रामदेव ने कहा कि वह भगवान से प्रार्थना करेंगे कि उनको श्री चरणों में जगह दें. बाबा ने कहा कि केंद्र सरकार पूरे मामले की निष्पक्ष तरीके से जांच कराए. ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके. पूरा संत समाज और वे खुद सरकार से आग्रह कर रहे हैं कि इस पूरे मामले की जल्द सच्चाई सबके सामने आनी चाहिए.

यूपी के प्रयागराज के बाघंबरी मठ में नरेंद्र गिरि का शव पंखे से लटका मिला था. उनके कमरे से सुसाइड नोट भी बरामद किया गया था. इसमें शिष्य आनंद गिरि के अलावा लेटे हनुमान मंदिर के पुजारी रहे आद्या तिवारी और उनके बेटे संदीप तिवारी पर परेशान करने का आरोप लगाया गया था.

यह भी पढ़ें-नरेंद्र गिरि सुसाइड केस : गुरु-शिष्य के बीच हरिद्वार का 'वो', रहस्यमय व्यक्ति की तलाश में जुटी CBI

सुसाइड नोट में किसी लड़की के साथ महंत नरेंद्र गिरि का वीडियो बनाने और उसके जरिये ब्लैकमेल करने का आरोप आनंद गिरि पर लगाया गया था. घटना के दिन ही हरिद्वार से आनंद गिरि को गिरफ्तार कर लिया गया था. आद्या तिवारी और उनके बेटे संदीप को अगले दिन गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था.

नरेंद्र गिरी ने कहा-सुसाइड के संकेत मिल रहे

महन्त नरेंद्र गिरी के संदिग्ध मौत (Mahant Narendra Giris suicide) मामले में अब उन्हीं के अखाड़े के साधु भी सुसाइड की तरफ संकेत देने लगे हैं. पंचायती अखाड़ा के सचिव महंत रवींद्र पुरी (Niranjani Akhara secretary Ravindrapuri ) का कहना है कि अभी तक सीबीआई की जांच से उन्हें भी सुसाइड के संकेत मिल रहे हैं, लेकिन उन्हें घटना पर यकीन नहीं हो रहा है.

उन्होंने यह भी माना कि सुसाइड से पहले महंत नरेंद्र गिरी ने एक अपना वीडियो बनाया था, जिसमें उन्होंने सुसाइड नोट की तरह ही अपने आत्महत्या की बात कहते दिख रहे हैं. बहरहाल, महंत नरेंद्र गिरी के संदिग्ध मौत के मामले के पीछे सच्चाई क्या है इसका पता तो सीबीआई की जांच रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा. लेकिन, अभी भी सुसाइड को लेकर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं. गौरतलब है कि इससे पहले रविंद्र पुरी सुसाइड लैटर की सत्यता पर सवाल उठाया था.

हरिद्वार : अखिल भारतीय आखड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि ने सुसाइड किया या फिर उनकी हत्या हुई है, ये अभी तक रहस्य बना हुआ है. हालांकि सीबीआई इस मामले की जांच कर रही है. वहीं नरेंद्र गिरि की रहस्यमय मौत पर बाबा रामदेव ने कहा कि उनका इस तरह जाना स्वीकार नहीं हो रहा है. इस मामले में निष्पक्ष जांच होनी चाहिए.

बाबा रामदेव ने कहा कि वे सरकार से आग्रह करेंगे कि महंत नरेंद्र गिरि की मौत का राज जनता के बीच जल्द आना चाहिए. ताकि दोबारा से ऐसे घटनाक्रम की पुनरावृत्ति न हो. बेहद सधे हुए शब्दों में स्वामी रामदेव का यह बयान आया है.

स्वामी रामदेव ने कहा कि नरेंद्र गिरि बेहद मजबूत और धर्म संस्कृति की बुलंद आवाज थे. वह ऐसा नहीं कर सकते. वह एक वीर योद्धा और संन्यासी थे. उनका इस तरह से रहस्यमय तरीके से चले जाना किसी के गले से नीचे नहीं उतर रहा है. स्वामी रामदेव ने कहा कि उनके जाने से संत समाज की अपूरणीय क्षति हुई है.

नरेंद्र गिरि की रहस्यमय मौत पर बोले रामदेव.

योग गुरु स्वामी रामदेव ने कहा कि वह भगवान से प्रार्थना करेंगे कि उनको श्री चरणों में जगह दें. बाबा ने कहा कि केंद्र सरकार पूरे मामले की निष्पक्ष तरीके से जांच कराए. ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके. पूरा संत समाज और वे खुद सरकार से आग्रह कर रहे हैं कि इस पूरे मामले की जल्द सच्चाई सबके सामने आनी चाहिए.

यूपी के प्रयागराज के बाघंबरी मठ में नरेंद्र गिरि का शव पंखे से लटका मिला था. उनके कमरे से सुसाइड नोट भी बरामद किया गया था. इसमें शिष्य आनंद गिरि के अलावा लेटे हनुमान मंदिर के पुजारी रहे आद्या तिवारी और उनके बेटे संदीप तिवारी पर परेशान करने का आरोप लगाया गया था.

यह भी पढ़ें-नरेंद्र गिरि सुसाइड केस : गुरु-शिष्य के बीच हरिद्वार का 'वो', रहस्यमय व्यक्ति की तलाश में जुटी CBI

सुसाइड नोट में किसी लड़की के साथ महंत नरेंद्र गिरि का वीडियो बनाने और उसके जरिये ब्लैकमेल करने का आरोप आनंद गिरि पर लगाया गया था. घटना के दिन ही हरिद्वार से आनंद गिरि को गिरफ्तार कर लिया गया था. आद्या तिवारी और उनके बेटे संदीप को अगले दिन गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था.

नरेंद्र गिरी ने कहा-सुसाइड के संकेत मिल रहे

महन्त नरेंद्र गिरी के संदिग्ध मौत (Mahant Narendra Giris suicide) मामले में अब उन्हीं के अखाड़े के साधु भी सुसाइड की तरफ संकेत देने लगे हैं. पंचायती अखाड़ा के सचिव महंत रवींद्र पुरी (Niranjani Akhara secretary Ravindrapuri ) का कहना है कि अभी तक सीबीआई की जांच से उन्हें भी सुसाइड के संकेत मिल रहे हैं, लेकिन उन्हें घटना पर यकीन नहीं हो रहा है.

उन्होंने यह भी माना कि सुसाइड से पहले महंत नरेंद्र गिरी ने एक अपना वीडियो बनाया था, जिसमें उन्होंने सुसाइड नोट की तरह ही अपने आत्महत्या की बात कहते दिख रहे हैं. बहरहाल, महंत नरेंद्र गिरी के संदिग्ध मौत के मामले के पीछे सच्चाई क्या है इसका पता तो सीबीआई की जांच रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा. लेकिन, अभी भी सुसाइड को लेकर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं. गौरतलब है कि इससे पहले रविंद्र पुरी सुसाइड लैटर की सत्यता पर सवाल उठाया था.

Last Updated : Sep 27, 2021, 10:59 PM IST
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