भिंड। रक्षाबंधन के अगले ही दिन एक विश्व स्तरीय बड़ी उपलब्धि भिंड के नाम होने जा रही है. भिंड के भाजपा नेता अशोक भारद्वाज एक विशालकाय राखी बनवा रहे हैं, जिसे विश्व में सबसे बड़ी राखी के रूप में दर्ज किया जाएगा. ये रिकॉर्ड अपने आप में इसलिए भी खास बन रहा है क्योंकि इसे गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड, वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स (लंदन) समेत पांच रिकॉर्ड्स में एक साथ दर्ज किया जाएगा. अब तक यह रिकॉर्ड 20 फीट की रखी के रूप में दर्ज है.
गूगल करते-करते लिया विश्व रिकॉर्ड तोड़ने का फैसला: भिंड जिले के मेहगांव में रहने वाले भाजपा नेता और समाजसेवी अशोक भारद्वाज के फॉर्म हाउस पर राखी बनाने का काम चल रहा है. ETV भारत से बातचीत में अशोक भारद्वाज का कहना है कि, ''इस क्षेत्र की पहचान सिर्फ दस्यु पीड़ित नहीं है, यह चम्बल वीरों की भूमि है और इसे सबसे ज़्यादा शहीदों के नाम से भी जाना जाता है. बिजनेसमैन से समाजसेवी और फिर राजनेता बने अशोक भारद्वाज ने राखी के विश्व रिकॉर्ड के बारे में चर्चा करते हुए बताया कि ''एक दिन कार्यकर्ताओं के साथ बैठे हुए मन में राखी का ख्याल आया कि अपने क्षेत्र की लाड़ली बहनों से राखी बंधवाते हैं. कार्यकर्ताओं का सुझाव आया की क्यों ना बड़ी रखी बनवायें. चर्चा करते-करते गूगल पर सर्च करने लगे. इसे देखते देखते मन में ख्याल आया की क्यों न सबसे बड़ी राखी का विश्व रिकॉर्ड ब्रेक किया जाए, बस वहीं से इसकी उत्पत्ति हुई.''
बड़ी और सुंदर रखी बनाने में जुटे कारीगर, कार्यकर्ता: दुनिया की सबसे बड़ी राखी को बनाने के लिए एक एजेंसी हायर की गई है जिसे बाहर से आये कारीगर तैयार करने का काम कर रहे हैं. भारद्वाज निवास पर 10 से ज़्यादा कारीगर लगातार राखी बनाने में जुटे हैं, जिसमें उनके कार्यकर्ता भी काम में सहयोग कर रहे हैं. ये राखी फोम, कार्डबोर्ड, लकड़ी और कपड़े जैसे मैटेरियल से बनकर तैयार हो रही है. इस राखी का मध्य व्रत व्यास 25 फीट का रहने वाला हैं, इसके बाद इसके दोनों ओर 15 फीट के गोले जुड़ेंगे. इसके बाद 10, 5 और 2 फीट तक के गोलाकार सुंदर रचना को जोड़ा जाएगा. ये अपने आप में एक विशाल, सुंदर और अनोखी राखी बनकर तैयार हो रही है और इसकी लंबाई भी विश्व रिकॉर्ड की और ले जायी जा रही है. हालांकि यह कितनी होगी अभी नहीं कहा जा सकता.
पांचों रिकॉर्ड्स के प्रमुखों से मिल चुकी है स्वीकृति: इस विशाल राखी को रिकॉर्ड्स में शामिल करने के लिए बहुत मेहनत या प्रयास नहीं करने पड़े. अशोक भारद्वाज के मुताबिक जब उन्होंने फैसला ले लिया कि दुनिया की सबसे बड़ी राखी बनाने वाले हैं तो इसके बाद लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड, गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड, वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड और ओएमजी बुक ऑफ रिकॉर्ड के ऑफिशियल वेबसाइट के जरिये जानकारी लेकर उनसे संपर्क किया और उन्हें अपने इस प्रयास के बारे में बताया. जिसके बाद गिनीज, वर्ल्ड, एशिया, इंडिया और OMG बुक ऑफ रिकॉर्ड यानी पांचों से स्वीकृति मिल चुकी है. 31 अगस्त को गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड के अधिकारी यहां आयेंगे, जिसके लिए तैयारियां जोरों शोरों से चल रही हैं.
31 अगस्त को औपचारिकताओं के बाद होगी घोषणा: अशोक भारद्वाज के मुताबिक यह राखी तैयार होने के बाद 31 अगस्त को गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड के साथ सभी संस्थाओं की टीमें यहां पहुंचेंगी. इसके बाद इस रखी का मेजरमेंट और अन्य आवश्यक औपचारिकताएं पूरी करने के बाद उसी दिन इसे विश्व की सबसे बड़ी रखी घोषित किया जाएगा और सर्टिफिकेट दिया जाएगा. इसके बाद इस राखी को एक विशाल प्रदर्शनी के रूप में जन्माष्टमी तक रखा जाएगा.
विश्व रिकॉर्ड में होगा मेहगांव का नाम: इस अनोखे वर्ल्ड रिकॉर्ड की उपलब्धि को लेकर अशोक भारद्वाज काफी खुश हैं. उनका कहना है कि ''अच्छा लगता है जब सोचते हैं कि हमारे चम्बल का नाम रोशन हो रहा है. गिनीज या दूसरे बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में मेहगांव का नाम जुड़ेगा. जब भी कोई इस रिकॉर्ड को ब्रेक करने का प्रयास करेगा तो नाम मेहगांव का भी आएगा और जब अपनी जन्म भूमि का नाम कही छपता है तो ख़ुशी होती है.''
इतिहास के पन्नों में नाम दर्ज कराने भिंड तैयार: बंदूक की ठांय-ठांय वाला भिंड दुनिया की सबसे बड़ी राखी का रिकॉर्ड बनाकर अपनी छाप छोड़ने को तैयार है. ये भिंड जिले का पहला वर्ल्ड रिकॉर्ड है. भिंड सबसे विशाल राखी बनाकर इतिहास के स्वर्णिम पन्नों में अपना नाम दर्ज कराने वाला है.