इंदौर। देशभर में आज 30 अगस्त को रक्षाबंधन का पर्व धूमधाम से सेलीब्रेट किया जा रहा है. इस बार पर्व दो दिन बुधवार और गुरुवार को मनाया जा रहा है. इसी सिलसिले में आज इंदौर के मशहूर खजराना गणेश मंदिर में भगवान गणेश को दुनिया की सबसे बड़ी रखी बांधी जाएगी. राखी का वजन लगभग 1 क्विंटल बताया जा रहा है. जिसे उठाने के लिए 10 लोगों से ज्यादा की टीम बनाई गई है. गणेश मंदिर में इसे भगवान को बांधा जाएगा और यह दृष्य देखने के लिए हजारों लोगों की भीड़ भी मंदिर में उमड़ेगी. हर साल इस बड़ी राखी का निर्माण पालरेजा परिवार के द्वारा कराया जाता है.
रक्षासूत्र 144 वर्गफीट में बना: अब जरा 1 क्विंटल वजनी राखी के बाकी का आकार क्या होगा यह भी जान लें. यह रक्षासूत्र 144 वर्गफीट में बनी है. यानि साइज ऐसा की बस अपने आप में अनूठा. यही नहीं राखी के साथ 101 मीटर का धागा यानी डोर भी लगाया गया है. इसे मंदिर तक लाने के लिए लोडिंग वाहन लगाए गए हैं ताकि इस वजनी राखी को कोई नुकसान ना हो. राखी को खास अंदाज में डेकोरेशन किया गया है.
नए संसद, भारत के हरेक प्रदेश को मिली राखी पर जगह: इस राखी की सबसे बड़ी खासियत यह है कि मध्य प्रदेश से लेकर उत्तर प्रदेश और कश्मीर से कर्नाटक तक को जगह दी गई है. यही नहीं वंदे भारत की तर्ज पर इसमें भारत के मानचित्र और एम्बलेम को भी उकेरा गया है. हाल हीं में बने देश के नए संसद भवन की इमारत को भी इस खास राखी में जगह मिली है. निर्माणकर्ताओ का कहना है कि देश का कोई भी हिस्सा ना छूट जाए उसका उन्होने खास ख्याल रखा है.
दुनिया की सबसे बड़ी राखी होने का दावा: रक्षाबंधन के मौके पर यह राखी देश के सबसे अनूठे गणपति मंदिरों में शामिल खजराना गणेश को चढ़ाई जाएगी. दावा किया गया है कि यह देश दुनिया की सबसे बड़ी राखी में से एक होगी. 12X12 वर्ग फीट की बनी इस राखी को देख हर कोई हैरान है. आज भद्रा के खत्म होते ही देर शाम सवा 9 बजे इसे गणपति बप्पा को अर्पित किया जाएगा. इसे आज शाम से मंदिर में ही जोड़ा जाएगा और रात 9 बजे के बाद भगवान को चढ़ा दिया जाएगा.
राखी गणेश जी के दो रूपों को उकेरा: बेहद सुंदर और भव्य राखी का निर्माण गणेश भक्त समिति ने किया है. 4 कलाकारों ने करीब एक महीने की मेहनत से इसे अलग अलग टुकड़ों में तैयार किया है जिसे आज रात में खजराना को समर्पित किया जाना है. मंदिर समिति के संयोजक राजेश बेलकर और राहुल शर्मा की माने तो इससे पहले 121 स्क्वायर मीटर की राखी बनाई जा चुकी है. यह 7वीं बार है जब इस तरह की खास राखी का निर्माण हुआ है. अमूमन हर साल रक्षासूत्र का साइज बढ़ाया जा रहा है. इस राखी में भगवान के अष्ट विनायक और सिद्धि विनायक रुप को उकेरा गया है.
वर्ल्ड बुक का रिकॉर्ड्स को भेजा निमंत्रण: समिति ने रिकॉर्ड बनाने के लिए ‘वर्ल्ड बुक का रिकॉर्ड्स’ को बुलाया है. ताकि इसे दुनिया भर में सबसे खास राखी होने का गौरव मिल सके. संस्था इसके सारे पैरामीटर्स को देखेगी और उसके बाद रिकॉर्ड का ऐलान होगा. राखी जन्माष्टमी तक लोगों को देखने के लिए रखी जाएगी.
राखी में इन सामग्रियों का हुआ इस्तेमाल: राखी को आयरन रिंग के जरिए मजबूती दी गई है. जूट के साथ ही थर्माकोल, बाकी के पूजन सामग्री से इसकी निर्माण हुआ है. रंग में खासतौर पर गोल्डन और रेशम की डोरी का प्रयोग हुआ है. इसे भारत की संस्कृतिक विरासत की तरह सजाया और डिजाइन किया गया है. यह राखी असैम्बल्ड है यानि इसे फोल्ड किया जा सकता है. 101 मीटर की डोरी को भी खास तौर पर बॉक्स में रखा गया है. मंदिर में इसे लोडिंग गाड़ी से लाया गया है.