पीलीभीत : किसान आंदोलन को एक नया रुख देने वाले भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत रविवार को एक जनसभा को संबोधित करने पीलीभीत पहुंचे. इस दौरान एक निजी बारात घर में राकेश टिकैत ने ETV BHARAT से बातचीत करते हुए नरेंद्र मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने भाजपा सरकार की तुलना उत्तर कोरिया के तानाशाह शासक किम जोंग उन से की. इसके साथ ही राकेश टिकैत ने कहा कि झूठ बोलने में मोदी सरकार गोल्ड मेडल हासिल कर सकती है.
ओवैसी को बीजेपी का चचा जान कहने के सवाल पर राकेश टिकैत ने कहा कि चचा जान कहना कोई गाली देना नहीं है. मैंने प्यार से उन्हें कहा है, क्योंकि जब कोई मेहमान आता है तो वह चचा जान होता है. उत्तर प्रदेश में ओवैसी भी मेहमान की तरह चुनाव में अपनी आमद दर्ज कराने आए, ऐसे में मेरा उन्हें चचा जान कहना कोई गलत नहीं है. राकेश टिकैत ने कहा कि अगर जनता के हित में ओवैसी उत्तर प्रदेश में चुनाव लड़ने आए हैं तो वह किसानों और एमएसपी का समर्थन करने के लिए धरना प्रदर्शन शुरू करें. इसके साथ ही तमाम पार्टियों पर निशाना साधते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों से जुड़े मुद्दे आजकल राजनीति से बाहर हो गए हैं.
किसानों को डरा रही सरकार
राकेश टिकैत ने बीजेपी को किम जोंग सरकार करार दिया. उन्होंने कहा कि किसानों के समर्थन में जो भी आने का प्रयास करता है, उसके घर पर सरकार नोटिस भिजवा देती है. किसानों को डराया जाता है. ये तो किम जोंग की सरकार है. बीजेपी कंपनियों की सरकार है. इस सरकार को बड़ी-बड़ी कंपनियां चला रही हैं, क्योंकि अगर यह वास्तव में सरकार होती तो किसानों की बात सुनने के लिए जरूर आगे आती.
झूठ बोलने पर यूपी सरकार को मिल सकता है गोल्ड मेडल
राकेश टिकैत ने कहा कि नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश की योगी सरकार प्रचार वाहन घुमाकर जनता के बीच अपने विकास कार्यों को दिखाने का प्रयास सरकार कर रही है. जबकि हकीकत यह है कि विकास कहीं हुआ ही नहीं. रोजगार जैसे तमाम मुद्दों पर सरकार फेल हुई है और अब तक झूठ बोलती आई है. अगर उत्तर प्रदेश सरकार यह कह दे कि झूठ बोलने वाली सबसे बड़ी सरकार हमारी है तो इसे गोल्ड मेडल मिल जाएगा. जो अब तक उत्तर प्रदेश का कोई लाल नहीं जीत सका.
आगामी विधानसभा चुनाव में जवाब देगा किसान
आगामी 2022 के चुनाव में उत्तर प्रदेश में किसान यूनियन के चुनाव लड़ने के सवाल पर टिकैत ने कहा कि किसानों का काम चुनाव लड़ना नहीं है. किसान आंदोलन के जरिए ही सरकार को जवाब देने का काम करेंगे. उन्होंने कहा कि जनता आगामी चुनाव में सरकार को जवाब देने के लिए तैयार है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री कह चुके हैं कि 2022 में किसानों की आमदनी दुगनी हो जाएगी, इससे साफ जाहिर है कि 1 जनवरी 2022 से किसानों की फसलें दोगुने दामों में खरीदी जाएंगी.
देशभर में किसान कर रहे आंदोलन
टिकैत ने कहा कि सरकार कोई एडवाइजरी रिपोर्ट देने वाली संस्था की सदस्य नहीं है. उत्तर प्रदेश, कर्नाटक हो या तमिलनाडु हो, हर जगह किसानों द्वारा कृषि कानूनों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. जिसका एक छोटा सा नमूना 5 सितंबर को हुई किसान महापंचायत में देखने को मिला. देश के हर कोने से किसान आकर पंचायत में शामिल हुए.
आगामी धान खरीद के सीजन पर सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए टिकैत ने कहा कि अगर किसानों का शोषण किया जाएगा तो डीएम, थाने व एसडीएम के कार्यालय में धान बेचा जाएगा. सुना है वहां अच्छे मूल्य पर धान बिकता है. बता दें कि भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत भारतीय किसान यूनियन की जनसभा को संबोधित करने पीलीभीत पहुंचे थे इस दौरान शहर के निजी बारात घर में राकेश टिकैत का किसान यूनियन व समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा जोरदार स्वागत किया.
पढ़ेंः सीएम योगी ने पेश किया 4.5 साल का लेखा-जोखा, कहा- सर्वांगीण विकास नए उत्तर प्रदेश की पहचान