कोटा. राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय में इलेक्ट्रॉनिक्स डिपार्टमेंट के एसोसिएट प्रोफेसर गिरीश परमार की ओर से छात्रा को पास करने के एवज में अस्मत मांगने का मामला (Rajasthan Professor sex Demand case) सामने आया था. इस मामले में एसोसिएट प्रोफेसर के खिलाफ दादाबाड़ी थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था. जिस पर एसोसिएट प्रोफेसर गिरीश परमार और मामले में उनका सहयोग करने वाले एक बिचौलिए छात्र अर्पित अग्रवाल को गिरफ्तार कर लिया गया है,
हालांकि, गिरीश परमार को बर्खास्त करने की मांग को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय के छात्र वीसी सचिवालय के बाहर धरने (Protest in Rajasthan Technical University) पर बैठ गए हैं. इनको संबोधित करने के लिए कोटा दक्षिण के विधायक संदीप शर्मा भी पहुंचे हैं. इस दौरान पुलिस से भी कई बार छात्रों और भारतीय जनता पार्टी के नेताओं का टकराव हुआ है. आपस में पुलिस अधिकारी और नेता उलझ गए.
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कुलपति पर जूते से हमला- अन्य पुलिसकर्मियों ने बीच-बचाव कर नेताओं को दूर हटाया है. इस दौरान पुलिस के खिलाफ भी नारे लगाए गए. साथ ही वे वाइस चांसलर एसके सिंह से मिलने की मांग पर अड़ गए. इसके बाद जब वाइस चांसलर एसके सिंह बाहर छात्रों से मिलने आए तो इसी दौरान एक छात्र ने उन पर जूते से हमला कर दिया. पुलिस ने एक छात्र को गिरफ्तार कर लिया है. इसके बाद मौके पर हंगामा लगातार जारी है.
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क्या है पूरा मामला- आरोपी गिरीश परमार छात्राओं को अपने चंगुल में फंसाने के लिए कई तरह की ट्रिक अपनाता था. यह खुद ही एक फर्जी पेपर बनाकर बच्चों के बीच सर्कुलेट करवा देता (Rajasthan Technical University) था. जिसमें पूरा प्रश्नपत्र हूबहू आने की जानकारी देता था, लेकिन बाद में ऐसा होता नहीं था और अधिकांश विद्यार्थी पूरा प्रश्नपत्र करने से चूक जाते थे. जिसके चलते उनके अच्छे नंबर भी नहीं आ पाते थे तो कई विद्यार्थी फेल तक हो जाते थे. जिसका फायदा उठाकर आरोपी छात्राओं को परीक्षा में पास कराने की एवज में अस्मत की मांग करता था.