जोधपुर. जिले के शेरगढ़ के भूंगरा में गैस सिलेंडर ब्लास्ट के चलते (Jodhpur Cylinder Blast Case) अब तक 35 लोगों की मौत हो चुकी है. इस घटना के बाद पीड़ितों को विशेष पैकेज दिलाने की मांग को लेकर महात्मा गांधी अस्पताल की मोर्चरी के बाहर जारी धरना और विरोध रैली के बाद शाम को प्रशासन और संघर्ष समिति के बीच सहमति बन गई.
पहले एक बार वार्ता विफल होने के बाद दोबारा प्रशासन और संघर्ष समिति के बीच वार्ता हुई. इसमें सरकार द्वारा रखे प्रस्ताव (Government Agreed to Package for Victims Family) जिसमें 17 लाख रुपए के पैकेज का मसौदा बताया गया, उस पर ही सहमति बन गई. संघर्ष समिति के सदस्य पूर्व विधायक पुष्पेंद्र सिंह राणावत ने बताया कि हमारी मुख्यमंत्री से बात हुई है. इस राशि को बढ़ाने के लिए हम उनसे जाकर मिलेंगे.
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संभागीय आयुक्त कैलाश चंद मीणा ने बताया कि 17 लाख के पैकेज पर सहमति बनी है. मोर्चरी में रखे सभी शवों का अंतिम संस्कार होगा और धरना भी समाप्त होगा. इस पैकेज में प्रधानमंत्री राहत कोष, मुख्यमंत्री राहत कोष, चिरंजीवी योजना व अन्य सरकारी स्त्रोत से मिलने वाली राशि शामिल है. खास बात यह है कि शनिवार को ही सरकार की ओर से 17 लाख का पैकेज देने की बात हुई थी. लेकिन इसे धरने पर बैठे समाज के नेताओं ने सहमति नहीं दी थी.
लेकिन रविवार को पूरे दिन के प्रदर्शन के बावजूद इस राशि में बढ़ोतरी नहीं हुई. अंततः संघर्ष समिति को सरकार का प्रस्ताव मानना पड़ा. इससे पहले दोपहर में पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी, पुष्पेंद्र राणावत, पूर्व विधायक बाबू सिंह राठौड़, भगवान सिंह तेना वार्ता में शामिल हुए. लेकिन 50 लाख का मुआवजा और नौकरी की मांग पर सहमति नहीं बन सकी.