उदयपुर. राजस्थान के उदयपुर में बहुचर्चित कन्हैया हत्याकांड आप को तो याद होगा. इस मामले आरोपियों को पकड़वाने में सबसे बड़ी भूमिका निभाने वाले शक्ति सिंह चुंडावत और प्रह्लाद सिंह चुंडावत आज भी सरकार की मदद का इंतजार कर रहे हैं. दरअसल, उदयपुर में कन्हैया लाल साहू के हत्या आरोपी रियाज और गौस मोहम्मद वारदात को अंजाम देकर दोनों राजसमंद के भीम की तरफ भागे थे. जहां पुलिस की सूचना के आधार पर भीम के ही 2 स्थानीय निवासी शक्ति सिंह और प्रह्लाद ने दोनों आरोपियों का 25 किलोमीटर तक पीछा किया. इस दौरान पुलिस ने दोनों को पकड़ लिया था.
इन दोनों के इस साहस भरे काम को देखते हुए सरकार ने खूब पीठ थपथपाई और दोनों को सुरक्षा देने का वादा किया. हालांकि, सरकार अभी तक इन वादों को अमलीजामा पहनाने में असफल साबित रही. ये हम नहीं कर रहे हैं. ये वह (शक्ति सिंह और प्रह्लाद) दोनों कह रहे और बता रहे हैं कि कैसे वह असुरक्षा के अभाव में जीवन जी रहे हैं. ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए शक्ति सिंह और प्रह्लाद ने कन्हैया की हत्या करने के आरोपियों को पकड़ने की पूरी बात साझा की. साथ ही सरकार की तरफ से किए गए वादों को याद दिलाया.
शक्ति सिंह और प्रह्लाद ने बताया कि भीम से कांग्रेस के विधायक सुदर्शन सिंह रावत ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर मदद करने का आग्रह किया है, लेकिन सरकार की ओर से कोई मदद नहीं मिली. शक्ति सिंह और पहलाद का कहना है कि 28 जून को कन्हैया लाल साहू की निर्मम हत्या करने के आरोपी रियाज और गौस मोहम्मद भीम की तरफ आने की सूचना मिली. पुलिस की सूचना के आधार पर बाइक सवार दोनों आरोपियों का करीब 25 किलोमीटर तक हमने पीछा किया. पुलिस ने इन दोनों हत्या आरोपियों को घेरा बनाकर दबोच लिया था.
बातचीत के दौरान दोनों ने बताया कि उनके पास (रियाज और गौस मोहम्मद) धारदार हथियार थे, लेकिन हमने बिना डरे उनका पीछा किया. वहीं, जब ये बात सरकार और प्रशासन को पता चली तो खूब तारीफ हुई, लेकिन 10 महीने बीत जाने के बाद भी हमारे हालात वैसे ही है. सरकार द्वारा किए गए वादे अभी तक पूरे नहीं हो पाए. उन्होंने बताया कि आज तक न तो लाइसेंस धारी बंदूक मिली और न ही सुरक्षा. इतनी ही नहीं सरकार की तरफ से जो मुआवजा मिलना था वह भी नहीं मिला. शक्ति सिंह और प्रह्लाद ने बताया कि पिछले दिनों कन्हैया के परिवार के लोगों ने आर्थिक सहायता करते हुए 25-25 हजार रुपए दिए थे.