ETV Bharat / bharat

ऋषिकेश पहुंचीं राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे, परमार्थ निकेतन में हवन अनुष्ठान में लिया हिस्सा

राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे उत्तराखंड दौरे पर हैं. आज उन्होंने ऋषिकेश स्थित परमार्थ निकेतन आश्रम पहुंचकर स्वामी चिदानंद सरस्वती का आशीवार्द लिया. साथ ही उन्होंने यहां हवन अनुष्ठान किया. इस मौके पर उन्होंने कहा कि संतों के सानिध्य और आशीर्वाद से जीवन में काफी बदलाव होता है. वहीं, इस दौरान चिदानंद सरस्वती ने राजस्थान में जल संकट पर चिंता जताई. उन्होंने कहा कि जल संकट से बचने के लिए ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने होंगे.

Rajasthan Former CM Vasundhara Raje Reach Parmarth Niketan Rishikesh
ऋषिकेश पहुंचीं राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा
author img

By

Published : Jun 11, 2023, 5:43 PM IST

Updated : Jun 11, 2023, 8:02 PM IST

ऋषिकेश पहुंचीं राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे.

ऋषिकेश (उत्तराखंड): राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया ऋषिकेश पहुंचीं हैं. आज उन्होंने परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती से भेंट कर आशीर्वाद लिया. इस दौरान उन्होंने हवन अनुष्ठान में आहुति भी दी. इसके अलावा वसुंधरा राजे ने राजस्थान की भूमि से लाए पौधे को स्वामी चिदानंद को भेंट किया.

जीवन महलों में नहीं, बल्कि समाज सेवा के लिए होनी चाहिएः परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा कि राजस्थान की धरती शौर्य और शूरता की धरती है. महाराणा प्रताप ने घास की रोटियां खाकर राष्ट्र के लिए अपने आप को समर्पित कर दिया था. महाराणा प्रताप तो शौर्य के प्रतीक हैं, लेकिन उनका चेतक भी अद्भुत था. राजस्थान की धरती से ही मीरा बाई जो महलों में पली फिर भी अपने श्याम के चरणों में सब कुछ समर्पित कर दिया. इससे उन्होंने संदेश दिया कि जीवन महलों में नहीं है, बल्कि समाज सेवा के लिए है.

Rajasthan Former CM Vasundhara Raje Reach Parmarth Niketan Rishikesh
वसुंधरा राजे ने हवन अनुष्ठान में दी आहुति

बारिश के लिए पौधों का रोपण करना होगाः स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा राजस्थान का ज्यादातर हिस्सा मरुस्थल है, जहां जल नाममात्र के लिए भी नहीं है. जिसके कारण राजस्थान वासियों को जल संकट का सामना करना पड़ता है. बारिश के न होने पर तो वहां भीषण संकट पैदा हो जाता है, जिससे जीवन लगभग दूभर हो जाता है. इसलिए हम सभी को मिलकर बारिश को आकर्षित करने वाले पौधों का रोपण करना होगा. उन्होंने कहा कि पेड़ों की जो अंधाधुंध कटाई हो रही है, जिससे न केवल राजस्थान में बल्कि पूरे विश्व में जल संकट गहराता जा रहा है.

  • भगवान शिव की नगरी ऋषिकेश स्थित परमार्थ निकेतन आश्रम में स्वामी चिदानंद जी महाराज का सान्निध्य प्राप्त हुआ। जहां नित्य होने वाले हवन अनुष्ठान में आहुति देने का सौभाग्य मिला तथा गुरुजी व अन्य संतों का आशीर्वाद भी लिया।#parmarthniketan #Rishikesh pic.twitter.com/IoLHt93gv3

    — Vasundhara Raje (@VasundharaBJP) June 11, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

मानवीय गतिविधियों ने जल संकट को भयावह बनायाः उन्होंने कहा कि अपनी प्राकृतिक संरचना के कारण राजस्थान सदैव ही जलाभाव से पीड़ित रहा है, लेकिन मानवीय गतिविधियों ने इस संकट को और ज्यादा भयावह बना दिया है. अब समय आ गया है कि अब हम वर्षा जल को ज्यादा से ज्यादा बचाने की कोशिश करें. क्योंकि जल का कोई विकल्प नहीं है. जल की एक-एक बूंद अमृत है, इन्हें सहेजना आवश्यक है. अगर अभी जल नहीं सहेजा गया तो भविष्य में हालात और भी बुरे हो सकते हैं.
ये भी पढ़ेंः वसुंधरा राजे ने वीडियो पोस्ट कर क्यों कहा, 'लोग मजाक बनाते हैं, हां मैं भगवान के भरोसे हूं'

वसुंधरा राजे बोलीं, संतों के सानिध्य और आशीर्वाद से जीवन में होता है काफी बदलावः राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया ने कहा कि स्वामी चिदानंद सरस्वती का आशीर्वाद हमेशा मिलता रहता है. संतों के सानिध्य और आशीर्वाद से हमारे जीवन में बहुत कुछ बदल जाता है. कथाएं हमारे जीवन को बदलने का काम करती हैं. उन्होंने कहा कि परमार्थ निकेतन आश्रम में स्वामी चिदानंद महाराज का सान्निध्य तो मिला ही है, साथ ही नित्य होने वाले हवन अनुष्ठान में आहुति देने का भी सौभाग्य मिला है.

वसुंधरा राजे ने कहा कि स्वामी चिदानंद सरस्वती ने अपने हाथों में पर्यावरण और जल संरक्षण का बीड़ा उठाया है. उसके लिए हम सभी को सहयोग करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि हमारी आस्था और प्रेरणाओं के साथ मानव कल्याण का काम भी जोड़ लें तो काफी बड़ा परिवर्तन हो सकता है, सियासत के साथ धर्म को जोड़ने से बहुत कुछ बदल सकता है. पीएम मोदी के प्रयासों से भगवान श्री राम का भव्य मंदिर का निर्माण हो रहा है.

ऋषिकेश पहुंचीं राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे.

ऋषिकेश (उत्तराखंड): राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया ऋषिकेश पहुंचीं हैं. आज उन्होंने परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती से भेंट कर आशीर्वाद लिया. इस दौरान उन्होंने हवन अनुष्ठान में आहुति भी दी. इसके अलावा वसुंधरा राजे ने राजस्थान की भूमि से लाए पौधे को स्वामी चिदानंद को भेंट किया.

जीवन महलों में नहीं, बल्कि समाज सेवा के लिए होनी चाहिएः परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा कि राजस्थान की धरती शौर्य और शूरता की धरती है. महाराणा प्रताप ने घास की रोटियां खाकर राष्ट्र के लिए अपने आप को समर्पित कर दिया था. महाराणा प्रताप तो शौर्य के प्रतीक हैं, लेकिन उनका चेतक भी अद्भुत था. राजस्थान की धरती से ही मीरा बाई जो महलों में पली फिर भी अपने श्याम के चरणों में सब कुछ समर्पित कर दिया. इससे उन्होंने संदेश दिया कि जीवन महलों में नहीं है, बल्कि समाज सेवा के लिए है.

Rajasthan Former CM Vasundhara Raje Reach Parmarth Niketan Rishikesh
वसुंधरा राजे ने हवन अनुष्ठान में दी आहुति

बारिश के लिए पौधों का रोपण करना होगाः स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा राजस्थान का ज्यादातर हिस्सा मरुस्थल है, जहां जल नाममात्र के लिए भी नहीं है. जिसके कारण राजस्थान वासियों को जल संकट का सामना करना पड़ता है. बारिश के न होने पर तो वहां भीषण संकट पैदा हो जाता है, जिससे जीवन लगभग दूभर हो जाता है. इसलिए हम सभी को मिलकर बारिश को आकर्षित करने वाले पौधों का रोपण करना होगा. उन्होंने कहा कि पेड़ों की जो अंधाधुंध कटाई हो रही है, जिससे न केवल राजस्थान में बल्कि पूरे विश्व में जल संकट गहराता जा रहा है.

  • भगवान शिव की नगरी ऋषिकेश स्थित परमार्थ निकेतन आश्रम में स्वामी चिदानंद जी महाराज का सान्निध्य प्राप्त हुआ। जहां नित्य होने वाले हवन अनुष्ठान में आहुति देने का सौभाग्य मिला तथा गुरुजी व अन्य संतों का आशीर्वाद भी लिया।#parmarthniketan #Rishikesh pic.twitter.com/IoLHt93gv3

    — Vasundhara Raje (@VasundharaBJP) June 11, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

मानवीय गतिविधियों ने जल संकट को भयावह बनायाः उन्होंने कहा कि अपनी प्राकृतिक संरचना के कारण राजस्थान सदैव ही जलाभाव से पीड़ित रहा है, लेकिन मानवीय गतिविधियों ने इस संकट को और ज्यादा भयावह बना दिया है. अब समय आ गया है कि अब हम वर्षा जल को ज्यादा से ज्यादा बचाने की कोशिश करें. क्योंकि जल का कोई विकल्प नहीं है. जल की एक-एक बूंद अमृत है, इन्हें सहेजना आवश्यक है. अगर अभी जल नहीं सहेजा गया तो भविष्य में हालात और भी बुरे हो सकते हैं.
ये भी पढ़ेंः वसुंधरा राजे ने वीडियो पोस्ट कर क्यों कहा, 'लोग मजाक बनाते हैं, हां मैं भगवान के भरोसे हूं'

वसुंधरा राजे बोलीं, संतों के सानिध्य और आशीर्वाद से जीवन में होता है काफी बदलावः राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया ने कहा कि स्वामी चिदानंद सरस्वती का आशीर्वाद हमेशा मिलता रहता है. संतों के सानिध्य और आशीर्वाद से हमारे जीवन में बहुत कुछ बदल जाता है. कथाएं हमारे जीवन को बदलने का काम करती हैं. उन्होंने कहा कि परमार्थ निकेतन आश्रम में स्वामी चिदानंद महाराज का सान्निध्य तो मिला ही है, साथ ही नित्य होने वाले हवन अनुष्ठान में आहुति देने का भी सौभाग्य मिला है.

वसुंधरा राजे ने कहा कि स्वामी चिदानंद सरस्वती ने अपने हाथों में पर्यावरण और जल संरक्षण का बीड़ा उठाया है. उसके लिए हम सभी को सहयोग करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि हमारी आस्था और प्रेरणाओं के साथ मानव कल्याण का काम भी जोड़ लें तो काफी बड़ा परिवर्तन हो सकता है, सियासत के साथ धर्म को जोड़ने से बहुत कुछ बदल सकता है. पीएम मोदी के प्रयासों से भगवान श्री राम का भव्य मंदिर का निर्माण हो रहा है.

Last Updated : Jun 11, 2023, 8:02 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.