ETV Bharat / bharat

महिला आयोग के समक्ष पेश हुए राजस्थान के डीजीपी, 15 दिनों में सौपेंगे रिपोर्ट - rajasthan dgp appeared before ncw

जयपुर के इलाके से लोगों को जबरन हटाए जाने के दौरान कुछ महिलाओं के साथ कथित तौर पर बदसलूकी मामले में राजस्थान के डीजीपी महिला आयोग के समक्ष पेश हुए. इस संबंध में एनसीडब्ल्यू ने एक बयान में कहा कि डीजीपी ने कहा कि मामलों की रिपोर्ट 15 दिनों के भीतर सौंप दी जाएगी. विस्तार से पढ़ें पूरी खबर...

एम एल लाठर
एम एल लाठर
author img

By

Published : Jun 14, 2021, 9:06 PM IST

नई दिल्ली : राष्ट्रीय महिला आयोग (National Commission for Women) ने जयपुर के इलाके से लोगों को जबरन हटाए जाने के दौरान कुछ महिलाओं के साथ कथित तौर पर बदसलूकी करने से जुड़ी खबरों पर आज सुनवाई की.

आयोग के समक्ष आज राजस्थान के डीजीपी एम एल लाठर जयपुर के पुलिस कमिश्नर के साथ पेश हुए. इस दौरान उन्होंने कहा कि अतिक्रमण हटाने के लिए कोर्ट के आदेश के अनुसार कार्रवाई की जा रही है. बयान में कहा गया है कि उन्होंने महिलाओं पर किसी भी तरह के लाठीचार्ज के आरोपों से इनकार कर दिया.

एनसीडब्ल्यू प्रमुख रेखा शर्मा (NCW chief Rekha Sharma ) ने एक बयान में कहा कि आयोग ने जिन आठ मामलों पर स्वत: संज्ञान लिया था. उसकी ताजा स्थिति पर भी जानकारी ली. जिनमें पुलिस कर्मियों को आरोपी के रूप में नामित किया गया था और इनके खिलाफ 276 शिकायतें दर्ज की गई थीं, जिन पर पुलिस की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई थी.

गौरतलब है कि इस मामले को 12 जून को महिला आयोग ने राजस्थान के पुलिस महानिदेशक एम एल लाठर को तलब किया था.

इस घटना का संज्ञान लेते हुए आयोग ने पुलिस महानिदेशक को निर्देश दिया था कि वह इस मामले में तत्काल कार्रवाई करें. महिला आयोग ने एक बयान में कहा था कि जयपुर के परशुराम सर्किल में रह रहे लोगों को जबरन हटाने से जुड़ी खबरों का महिला आयोग ने संज्ञान लिया है. राजस्थान के पुलिस महानिदेशक से कहा गया था कि वह 14 जून को दिन में 12.30 बजे आयोग के समक्ष उपस्थित हों.

आयोग ने बताया था कि अधिकारियों द्वारा महिलाओं के साथ बदसलूकी किए जाने और कोविड प्रोटोकॉल की उपेक्षा करने को लेकर भी स्पष्टीकरण मांगा गया है. आयोग ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए उपस्थित होने के डीजीपी के आग्रह को स्वीकार कर लिया है.'

महिला आयोग के मुताबिक, डीजीपी से कहा गया था कि वह महिलाओं के खिलाफ जघन्य अपराधों के मामलों की स्थिति का भी ब्योरा प्रदान करें.

यह भी पढ़ें- महिला आयोग ने राजस्थान के डीजीपी को तलब किया

विवादाें से है पुराना नाता
बता दें कि इसके पहले राज्य में बढ़ती दुष्कर्म की घटनाओं पर राजस्थान के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) एमएल लाठर का एक गैर-जिम्मेदाराना बयान सामने आया था, जिसमें लाठर ने कहा था ऑनलाइन क्लासेज से रेप केस बढ़े हैं. कोरोना समय में ऑनलाइन क्लासेज दुष्कर्म का कारण बना है.

लाठर का कहना है, प्रदेश में दुष्कर्म के जो मामले हाल ही में सामने आए हैं, उनमें यह देखा गया है कि दुष्कर्म की वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी नशे के और अश्लील वीडियो (Porn video) देखने के आदी हैं.

नई दिल्ली : राष्ट्रीय महिला आयोग (National Commission for Women) ने जयपुर के इलाके से लोगों को जबरन हटाए जाने के दौरान कुछ महिलाओं के साथ कथित तौर पर बदसलूकी करने से जुड़ी खबरों पर आज सुनवाई की.

आयोग के समक्ष आज राजस्थान के डीजीपी एम एल लाठर जयपुर के पुलिस कमिश्नर के साथ पेश हुए. इस दौरान उन्होंने कहा कि अतिक्रमण हटाने के लिए कोर्ट के आदेश के अनुसार कार्रवाई की जा रही है. बयान में कहा गया है कि उन्होंने महिलाओं पर किसी भी तरह के लाठीचार्ज के आरोपों से इनकार कर दिया.

एनसीडब्ल्यू प्रमुख रेखा शर्मा (NCW chief Rekha Sharma ) ने एक बयान में कहा कि आयोग ने जिन आठ मामलों पर स्वत: संज्ञान लिया था. उसकी ताजा स्थिति पर भी जानकारी ली. जिनमें पुलिस कर्मियों को आरोपी के रूप में नामित किया गया था और इनके खिलाफ 276 शिकायतें दर्ज की गई थीं, जिन पर पुलिस की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई थी.

गौरतलब है कि इस मामले को 12 जून को महिला आयोग ने राजस्थान के पुलिस महानिदेशक एम एल लाठर को तलब किया था.

इस घटना का संज्ञान लेते हुए आयोग ने पुलिस महानिदेशक को निर्देश दिया था कि वह इस मामले में तत्काल कार्रवाई करें. महिला आयोग ने एक बयान में कहा था कि जयपुर के परशुराम सर्किल में रह रहे लोगों को जबरन हटाने से जुड़ी खबरों का महिला आयोग ने संज्ञान लिया है. राजस्थान के पुलिस महानिदेशक से कहा गया था कि वह 14 जून को दिन में 12.30 बजे आयोग के समक्ष उपस्थित हों.

आयोग ने बताया था कि अधिकारियों द्वारा महिलाओं के साथ बदसलूकी किए जाने और कोविड प्रोटोकॉल की उपेक्षा करने को लेकर भी स्पष्टीकरण मांगा गया है. आयोग ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए उपस्थित होने के डीजीपी के आग्रह को स्वीकार कर लिया है.'

महिला आयोग के मुताबिक, डीजीपी से कहा गया था कि वह महिलाओं के खिलाफ जघन्य अपराधों के मामलों की स्थिति का भी ब्योरा प्रदान करें.

यह भी पढ़ें- महिला आयोग ने राजस्थान के डीजीपी को तलब किया

विवादाें से है पुराना नाता
बता दें कि इसके पहले राज्य में बढ़ती दुष्कर्म की घटनाओं पर राजस्थान के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) एमएल लाठर का एक गैर-जिम्मेदाराना बयान सामने आया था, जिसमें लाठर ने कहा था ऑनलाइन क्लासेज से रेप केस बढ़े हैं. कोरोना समय में ऑनलाइन क्लासेज दुष्कर्म का कारण बना है.

लाठर का कहना है, प्रदेश में दुष्कर्म के जो मामले हाल ही में सामने आए हैं, उनमें यह देखा गया है कि दुष्कर्म की वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी नशे के और अश्लील वीडियो (Porn video) देखने के आदी हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.