जयपुर. चंद्रयान-3 की सफलता के बाद भाजपा और कांग्रेस में देश के अंतरिक्ष कार्यक्रम की सफलता का श्रेय लेने की होड़ मची है. इसी क्रम में रविवार को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सीपी जोशी ने बड़ा बयान दिया. जोशी ने कहा कि कांग्रेस के राज में वैज्ञानिकों को षड्यंत्र के तहत फंसा कर उन्हें जेल भेजा जाता था, लेकिन आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैज्ञानिकों को सभी सुविधाएं व संसाधन मुहैया कराया है. दरअसल, रविवार को प्रदेश पार्टी मुख्यालय में मीडिया से बातचीत के दौरान जोशी ने ये बातें कहीं. आगे उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के उस बयान पर पलटवार किया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि अंतरिक्ष कार्यक्रम में देश की सफलता पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की दूरगामी सोच का परिणाम है.
कांग्रेस राज में जेल भेजे जाते थे वैज्ञानिक - प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि देश में कई प्रधानमंत्री हुए हैं, लेकिन पहली बार सुविधा मुहैया करवाने का काम अगर किसी ने किया तो वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं. उन्होंने कहा कि आज इसीलिए चंद्रयान-3 चंद्रमा के दक्षिण पोल पर पहुंचा है, क्योंकि वैज्ञानिकों को सरकार से लगातार मदद मिलती रही है. उन्होंने कहा कि भारत पहला ऐसा देश बन गया है, जो चंद्रमा के दक्षिणी पोल पर पहुंचा है. कांग्रेस के राज में तो वैज्ञानिकों को षड्यंत्र करके जेल भेजा जाता था. उन्हें सुविधाएं भी नहीं मिलती थी, लेकिन आज इस दिशा में दूर दृष्टि वाले पीएम नरेंद्र मोदी ने सुविधा और व्यवस्था दी है और उन्हें गले लगाया है. साथ ही उनका हौसला बढ़ाते हैं.
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राजस्थान में पेट्रोल-डीजल और बिजली सबसे महंगी - जोशी ने कहा कि आज हनुमानगढ़ और श्रीगंगानगर वालों को सस्ता डीजल-पेट्रोल लेने के लिए पंजाब-हरियाणा जाना पड़ रहा है. पड़ोस के राज्यों से 13 रुपए महंगा डीजल-पेट्रोल उन्हें यहां मिल रहा है. राजस्थान में आज सबसे महंगा पेट्रोल-डीजल और बिजली है, लेकिन उन्हें (सीएम गहलोत को) महंगाई कोई मुद्दा नहीं लगता है. आपने ही अपने चुनावी घोषणापत्र में कहा था कि सरकार बनते ही हम महंगाई को नियंत्रित करेंगे, लेकिन साढ़े चार साल में महंगाई नियंत्रण का एक प्रयास तक नहीं किया गया है. जबकि केंद्र सरकार ने अपने टैक्स कम किए हैं.
पायलट को लेकर कही ये बात - जोशी ने दिवंगत राजेश पायलट को लेकर मुख्यमंत्री के बयान और सचिन पायलट को लेकर दिए गए पहले के बयानों को लेकर भी अशोक गहलोत पर जुबानी हमला किया. उन्होंने कहा कि आप कहते हैं कि राजेश पायलट मेरे मित्र थे तो मित्र का बेटा नकारा, निकम्मा और गद्दार कब से हो गया. क्या ऐसे मित्रता निभाई जाती है?
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अपराध-पेपर लीक को लेकर भी उठाए सवाल - सीपी जोशी ने कहा कि राजस्थान में चाहे दुष्कर्म हो, महिला अत्याचार हो या दलित अत्याचार के मामले हो, एनसीआरबी के आंकड़े साफ बताते हैं कि अपराध में राजस्थान देश में पहले स्थान पर है. वे (सीएम गहलोत) प्रदेश की जनता को गुमराह करने का असफल प्रयास करते हैं, लेकिन अब उनका असली चेहरा जनता के सामने आ गया है. इतने पेपर लीक किसी प्रदेश में नहीं हुए. सरकार के पूर्व मंत्री से लेकर कई लोग इसमें शामिल हैं. पेपर लीक में राजीव गांधी स्टडी सर्किल और कलाम कोचिंग सेंटर की क्या भूमिका है. बाबूलाल कटारा ने 1.50 करोड़ किसे दिए. डीपी जारोली ने क्यों कहा कि ये डोर ऊपर तक है. ये डोर तो आपके पास है.
सीबीआई-ईडी से क्यों लगता है डर - सीपी जोशी ने सीएम गहलोत से सवाल किया कि आपको ईडी और सीबीआई से डर क्यों लगता है. ये तो जांच एजेंसियां हैं. अपना काम करेगी. आपके कार्यालय में भ्रष्टाचार का करोड़ों रुपया और सोना मिलता है. आपकी एजेंसियां उसमें काम नहीं कर रही हैं. अब कोई एजेंसी काम कर रही है तो उसमें डर किस बात का. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने 600 मामले दर्ज किए. उनमें से कितने में अभियोजन की स्वीकृति दी, जो भ्रष्ट अधिकारी हैं. उनमें से कितनों को आपने पोस्टिंग दे दी. इस भ्रष्टाचार में आप और आपकी सरकार पूरी तरह लिप्त है. यह बात हम तो कह ही रहे हैं. लेकिन आपके विधायक और मंत्रियों ने खुलेआम यह कहा है कि इस सरकार में 50 टका के बिना कोई काम नहीं होता है.
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लाल डायरी से इतना डर क्यों - सीपी जोशी ने पूछा कि लाल डायरी से आप इतना क्यों डर रहे हो. आपने एक मंत्री को रातों-रात हटा दिया. आपके ही आरटीडीसी के चेयरमैन ने कहा है कि हां उनके यहां से ही डायरी गई है. आपके काले कारनामे उस डायरी में हैं. आपको इतना डर क्यों लगता है कि आपको रातों-रात एक मंत्री को हटाना पड़ा. उसी मंत्री के आप पहले कसीदे पढ़ते थे कि ये नहीं होते तो आज मैं मुख्यमंत्री नहीं होता. लगता है कि मुख्यमंत्री को हार का डर सताने लग गया है. अपने कुनबे को बिखरने का डर सताने लगा है.
राजस्थान में साफ दिखता है तुष्टीकरण - जोशी ने आगे आरोप लगाया कि राजस्थान में सरकार पर तुष्टीकरण का असर साफ दिखता है. त्योहारों पर बिजली वितरण, त्योहार मनाने पर एक तरफ पाबंदी और दूसरी तरफ खुली छूट, भगवा पताका फहराने पर प्रतिबंध लगाना हो या फिर करौली में प्रभु श्रीराम के नारे लगाने वालों पर एफआईआर दर्ज करवाना हो. ऐसे अनेक किस्से हैं, जिनमें स्पष्ट रूप से तुष्टीकरण का असर दिखता है. जयपुर शहर में चार विधानसभा क्षेत्र ऐसे हैं, जहां एक बाइक पर पांच लोग बैठकर बिना हेलमेट चलते हैं और चालान नहीं बनता. जबकि चार अन्य विधानसभा क्षेत्रों में दो के अलावा कोई तीसरा बैठता है तो चालान होता है.