जयपुर. लोकसभा में विवादित बयान को देकर हाल में चर्चा में रहे दक्षिण दिल्ली के सांसद रमेश बिधूड़ी को भाजपा ने राजस्थान में अहम जिम्मेदारी सौंपी है. बिधूड़ी आने वाले विधानसभा चुनाव में टोंक के प्रभारी के रूप में काम करेंगे. बिधूड़ी गुर्जर समाज के बड़े नेता हैं और सांसद दानिश अली पर सांप्रदायिक टिप्पणी करने के बाद इंडिया गठबंधन के निशाने पर रहे हैं. बीजेपी ने चुनाव को देखते हुए दूसरे राज्यों के 44 नेताओं को जिलों की जिम्मेदारी दी है.
पायलट को घेरने के लिए बीजेपी की रणनीति : माना जा रहा है कि टोंक में जातिगत समीकरण साधने के साथ-साथ कांग्रेस के बड़े नेता सचिन पायलट को घेरने के लिए बीजेपी ने रणनीतिक रूप से यह फैसला लिया है. प्रभार मिलने के बाद बिधूड़ी ने टोंक सांसद सुखबीर सिंह जौनापुरिया से मुलाकात की. इस दौरान पूर्व विधायक राजेन्द्र गुर्जर भी मौजूद थे. इसके बाद उन्होंने जयपुर का रुख किया. बिधूड़ी दो बार दक्षिण दिल्ली से सांसद रहने के अलावा तीन बार विधायक भी रह चुके हैं.
जानिए टोंक का जातिगत समीकरण : टोंक जिले में गुर्जर समाज का वर्चस्व है. वहीं, सचिन पायलट के विधानसभा क्षेत्र टोंक में 20 फीसदी मुस्लिम और 14 फीसदी गुर्जर हैं. ऐसे में पिछली मर्तबा विधानसभा चुनावों में इस सीट से सचिन पायलट ने एक बड़ी बढ़त के साथ जीत हासिल की थी, तब उन्हें 63.56 फीसदी वोट मिले थे, जबकि उनके सामने चुनाव लड़ने वाले बीजेपी के एकमात्र मुस्लिम प्रत्याशी यूनुस खान को महज 32 फीसदी वोट मिल सके थे. ऐसे में कांग्रेस के मजबूत स्तम्भ को घेरने के लिहाज से बीजेपी की यह रणनीति काफी अहम साबित हो सकती है, जिसमें रमेश बिधूड़ी को टोंक का जिम्मा सौंपा गया है. बीजेपी का प्लान है कि आदिवासी, दलित, मुस्लिम और गुर्जर वोट बैंक के गठबंधन में सेंध लगाई जाए.
अमरोहा सांसद को बनाया था बिधूड़ी ने निशाना : इसी महीने संसद के विशेष सत्र में चंद्रयान-3 पर चर्चा के दौरान अमरोहा से बसपा सांसद दानिश अली को लेकर रमेश बिधूड़ी ने सदन में ही आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया था. इसके बाद विपक्ष और AIMIM के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने काफी विरोध किया था. माना जा रहा है कि विपक्ष आम चुनाव में बीजेपी के मुस्लिम विरोधी चेहरे के रूप में बिधूड़ी के इस बयान को इस्तेमाल करेगा. ऐसे में मुस्लिम और गुर्जर बाहुल्य टोंक में बिधूड़ी को चुनाव प्रभारी के रूप में नियुक्त किया जाना, बीजेपी के रणनीतिक फैसले के रूप में देखा जा रहा है.
विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी की रणनीति : दूसरे राज्यों के 44 नेताओं को जिलों की जिम्मेदारी दी गई है. अब तक 26 नेता जयपुर आ चुके हैं. मंगलवार को प्रदेश कार्यालय में हुई बैठक में विधानसभावार कार्य आवंटित किया गया है, जिसमें इन नेताओं को जिलेवार जिम्मेदारी दी गई है.
- दिल्ली सांसद प्रवेश वर्मा : जोधपुर देहात
- पंजाब प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ : सीकर
- केन्द्रीय मंत्री जितेन्द्र सिंह : जयपुर शहर
- हरियाणा विधायक महिपाल ढाडा : हनुमानगढ़
- हरियाणा प्रदेश महामंत्री संदीप जोशी : चूरू
- यूपी से बीजेपी नेता जुगलकिशोर : जयपुर देहात उत्तर
- जम्मू-कश्मीर के पूर्व डिप्टी सीएम निर्मल सिंह : जयपुर देहात दक्षिण
- जम्मू-कश्मीर के पूर्व डिप्टी सीएम कविन्द्र गुप्ता : दौसा
- हरियाणा के बीजेपी नेता अरविंद यादव : अजमेर देहात
- दिल्ली सांसद रमेश बिधूड़ी : टोंक
- यूपी के बीजेपी नेता अरुण असीम : कोटा देहात
- उत्तराखंड के प्रदेश उपाध्यक्ष कुलदीप कुमार : बारां