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Rajasthan : सवाई माधोपुर के त्रिनेत्र गणेश मंदिर से शुरू हुई भाजपा की परिवर्तन यात्रा, जेपी नड्डा बोले- गहलोत सरकार को उखाड़ फेकेंगी ये यात्रा

राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले के त्रिनेत्र गणेश मंदिर से भाजपा की 'परिवर्तन संकल्प यात्रा' को शनिवार को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस दौरान नड्डा ने गहलोत सरकार को जमकर निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि इस भ्रष्टाचारी, महिला-दलित विरोधी और लूट-खसोट वाली गहलोत सरकार को उखाड़ फेंकने का काम ये यात्रा करेगी.

BJP Parivartan Yatra
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Sep 2, 2023, 4:57 PM IST

Updated : Sep 2, 2023, 7:51 PM IST

त्रिनेत्र गणेश मंदिर से शुरू हुई भाजपा की परिवर्तन यात्रा

सवाई माधोपुर. राजस्थान में सत्ता परिवर्तन के लिए एक बार फिर भाजपा ने प्रदेश में 'परिवर्तन संकल्प यात्रा' की शुरुआत कर दी है. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शनिवार को सवाई माधोपुर जिले के त्रिनेत्र गणेश मंदिर से पूजा अर्चना के साथ इसकी शुरुआत की. इस दौरान बड़ी सभा का आयोजन भी किया गया, जिसमें बीजेपी के तमाम नेताओं ने गहलोत सरकार को जमकर घेरा. नड्डा ने इस दौरान कहा कि इस भ्रष्टाचारी, महिला, दलित विरोधी और लूट-कसोट वाली गहलोत सरकार को उखाड़ फेंकने का काम ये यात्रा करेगी. नड्डा ने लाल डायरी के साथ प्रतापगढ़ की घटना पर सरकार को आड़े हाथों लिया.

सिर्फ लूटने का काम किया : बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने प्रदेश की गहलोत सरकार को भ्रष्टाचार, युवा बेरोजगारी, महिला-दलित हिंसा सहित कई मुद्दों पर घेरा. नड्डा ने आरोप लगाया कि यह सरकार गृह लूट सरकार है, जिसने सिर्फ लूटने का काम किया है. गहलोत राज में भ्रष्टाचार की खुली छूट विधायकों को दी गई. अफसर ने भी भ्रष्टाचार का खुला तांडव खेला. उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार के कुशासन से आम जनता त्रस्त हो गई है, इसलिए भाजपा कार्यकर्ता को इस कुशासन को खत्म करने के लिए कमर कस लेनी चाहिए. यह यात्रा इस कुशासन को उखाड़ फेंकने के लिए निकल रही है.

पढे़ं. Rajasthan Assembly Election 2023 : भाजपा की परिवर्तन संकल्प यात्रा के रथ हुए तैयार, तीन स्तरीय प्लेटफॉर्म के साथ सीढ़ीनुमा होंगे, रहेगी खास व्यवस्था

प्रदेश में महिला सुरक्षित नहीं : नड्डा ने कहा पिछले साढ़े चार साल में गहलोत सरकार नहीं, गृह लूट सरकार बन कर काम किया है. इसका जीता जागता उदाहरण लाल डायरी है. जिस मंत्री ने सच के खिलाफ आवाज उठाई उसे बर्खास्त कर दिया गया. एक के बाद एक पेपर लीक बेरोजगारों के विश्वास को तोड़ा. एनसीआरबी के आंकड़े बता रहे हैं कि प्रदेश में महिला सुरक्षित नहीं हैं. कांवड़ यात्राओं पर रोक बताती है कि किस तरह से इस सरकार ने तुष्टिकरण की राजनीति की है. प्रतापगढ़ की घटना का जिक्र करते हुए नड्डा ने कहा कि इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या होगा कि महिला को निर्वस्त्र करके घुमाया गया? नाबालिग को इट के भट्टे में फेंक दिया गया. सरकारी दफ्तर में करोड़ों रुपए की नकदी और सोना मिला हो.

एकता दिखाने वाले आधे जेल में आधे बेल पर : जेपी नड्डा ने कांग्रेस की एकता के गठबंधन पर भी सवाल खड़ा किया. उन्होंने कहा कि एकजुटता का दावा किया जा रहा है, लेकिन उनकी एकजुटता के आधे लोग तो जेल में है और आधे लोग बेल पर हैं. कॉल स्कैम, नेशनल हेराल्ड घोटाला, कितने घोटाले हुए जिसमें सोनिया गांधी, राहुल गांधी बेल पर हैं. अखिलेश सरकार में लैपटॉप घोटाला हुआ. लालू के राज में चारा घोटाला हुआ, ये तो घोटालों का महागठबंधन है. नड्डा ने कहा कि मुंबई में इकट्ठा होकर कहा कि मोदी हटाओ, लेकिन इनसे मोदी हटाने वाले नहीं हैं. मोदी इससे और ज्यादा मजबूत होंगे और देश आगे बढ़ेगा.

पढे़ं. Rajasthan Assembly Election 2023 : 1990 में सत्ता परिवर्तन के लिए भाजपा ने शुरू किया था सियासी यात्राओं का दौर, 2003 में दिखा राजस्थान में असर, जानें इतिहास

कांग्रेस को राहुल बाबा की चिंता : नड्डा ने कहा कि ये सब पीएम मोदी को इसीलिए हटाना चाहते हैं, क्योंकि ये परिवार को आगे बढ़ाना चाहते हैं. पीएम मोदी के रहते परिवारवाद नहीं हो सकता. उन्होंने तंज कसा कि कांग्रेस को देश नहीं चाहिए, उन्हें बस राहुल बाबा की चिंता है. लालू यादव को अब उनके बेटे तेज प्रताप और तेजस्वी की चिंता है, ममता बनर्जी को देश की नहीं भतीजे की चिंता है. शरद पवार को सुप्रिया की चिंता है.

जनता के नहीं खुद के हितों की चिंता : इस दौरान पूर्व सीएम वसुंधरा राजे भी गहलोत सरकार पर जमकर बरसीं. उन्होंने कहा है कि राजस्थान के हिस्से का एक बूंद भी पानी कम नहीं होने देंगे, चाहे उन्हें कितना ही खून-पसीना बहाना पड़े. गहलोत सरकार को जनता के हितों की नहीं खुद के हितों की चिंता है. ईआरसीपी (पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना) को जमीन पर लाने के लिए उनकी भाजपा सरकार ने 25 अगस्त 2005 को मध्य प्रदेश के साथ नदियों के पानी के बंटवारे को लेकर समझौता किया था, लेकिन दुर्भाग्य से गहलोत सरकार आ गई और ईआरसीपी ठंडे बस्ते में डाल दी गई.

कमल खिलाएंगे, भाजपा को लाएंगे : उन्होंने कहा कि जब हमारी सरकार वापस बनी तो हमने डीपीआर बना कर इसका काम आगे बढ़ाया. वर्ष 2017-18 और 2018-19 में बजट घोषणा कर नवनेरा बैराज और ईसरदा बांध का काम शुरू किया, लेकिन कांग्रेस सरकार ने ईआरसीपी को पूरा करने के लिए साढ़े 4 साल में कोई गंभीर प्रयास नहीं किया. इस कारण 13 जिलों की जनता प्यासी रह गई, जबकि मध्यप्रदेश ने तो समझौते के अनुसार मोहनपुरा और कुंडालिया बांध बना लिए, जिनसे उस क्षेत्र को 2.25 लाख हेक्टेयर सिंचाई और पेयजल मिलेगा. तीसरे बांध पाटनपुर का काम भी निर्माणाधीन है. उन्होंने कहा कि राजस्थान के हितों पर कुठाराघात नहीं होने देंगे, कमल खिलाएंगे, भाजपा को लाएंगे.

त्रिनेत्र गणेश मंदिर से शुरू हुई भाजपा की परिवर्तन यात्रा

सवाई माधोपुर. राजस्थान में सत्ता परिवर्तन के लिए एक बार फिर भाजपा ने प्रदेश में 'परिवर्तन संकल्प यात्रा' की शुरुआत कर दी है. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शनिवार को सवाई माधोपुर जिले के त्रिनेत्र गणेश मंदिर से पूजा अर्चना के साथ इसकी शुरुआत की. इस दौरान बड़ी सभा का आयोजन भी किया गया, जिसमें बीजेपी के तमाम नेताओं ने गहलोत सरकार को जमकर घेरा. नड्डा ने इस दौरान कहा कि इस भ्रष्टाचारी, महिला, दलित विरोधी और लूट-कसोट वाली गहलोत सरकार को उखाड़ फेंकने का काम ये यात्रा करेगी. नड्डा ने लाल डायरी के साथ प्रतापगढ़ की घटना पर सरकार को आड़े हाथों लिया.

सिर्फ लूटने का काम किया : बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने प्रदेश की गहलोत सरकार को भ्रष्टाचार, युवा बेरोजगारी, महिला-दलित हिंसा सहित कई मुद्दों पर घेरा. नड्डा ने आरोप लगाया कि यह सरकार गृह लूट सरकार है, जिसने सिर्फ लूटने का काम किया है. गहलोत राज में भ्रष्टाचार की खुली छूट विधायकों को दी गई. अफसर ने भी भ्रष्टाचार का खुला तांडव खेला. उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार के कुशासन से आम जनता त्रस्त हो गई है, इसलिए भाजपा कार्यकर्ता को इस कुशासन को खत्म करने के लिए कमर कस लेनी चाहिए. यह यात्रा इस कुशासन को उखाड़ फेंकने के लिए निकल रही है.

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प्रदेश में महिला सुरक्षित नहीं : नड्डा ने कहा पिछले साढ़े चार साल में गहलोत सरकार नहीं, गृह लूट सरकार बन कर काम किया है. इसका जीता जागता उदाहरण लाल डायरी है. जिस मंत्री ने सच के खिलाफ आवाज उठाई उसे बर्खास्त कर दिया गया. एक के बाद एक पेपर लीक बेरोजगारों के विश्वास को तोड़ा. एनसीआरबी के आंकड़े बता रहे हैं कि प्रदेश में महिला सुरक्षित नहीं हैं. कांवड़ यात्राओं पर रोक बताती है कि किस तरह से इस सरकार ने तुष्टिकरण की राजनीति की है. प्रतापगढ़ की घटना का जिक्र करते हुए नड्डा ने कहा कि इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या होगा कि महिला को निर्वस्त्र करके घुमाया गया? नाबालिग को इट के भट्टे में फेंक दिया गया. सरकारी दफ्तर में करोड़ों रुपए की नकदी और सोना मिला हो.

एकता दिखाने वाले आधे जेल में आधे बेल पर : जेपी नड्डा ने कांग्रेस की एकता के गठबंधन पर भी सवाल खड़ा किया. उन्होंने कहा कि एकजुटता का दावा किया जा रहा है, लेकिन उनकी एकजुटता के आधे लोग तो जेल में है और आधे लोग बेल पर हैं. कॉल स्कैम, नेशनल हेराल्ड घोटाला, कितने घोटाले हुए जिसमें सोनिया गांधी, राहुल गांधी बेल पर हैं. अखिलेश सरकार में लैपटॉप घोटाला हुआ. लालू के राज में चारा घोटाला हुआ, ये तो घोटालों का महागठबंधन है. नड्डा ने कहा कि मुंबई में इकट्ठा होकर कहा कि मोदी हटाओ, लेकिन इनसे मोदी हटाने वाले नहीं हैं. मोदी इससे और ज्यादा मजबूत होंगे और देश आगे बढ़ेगा.

पढे़ं. Rajasthan Assembly Election 2023 : 1990 में सत्ता परिवर्तन के लिए भाजपा ने शुरू किया था सियासी यात्राओं का दौर, 2003 में दिखा राजस्थान में असर, जानें इतिहास

कांग्रेस को राहुल बाबा की चिंता : नड्डा ने कहा कि ये सब पीएम मोदी को इसीलिए हटाना चाहते हैं, क्योंकि ये परिवार को आगे बढ़ाना चाहते हैं. पीएम मोदी के रहते परिवारवाद नहीं हो सकता. उन्होंने तंज कसा कि कांग्रेस को देश नहीं चाहिए, उन्हें बस राहुल बाबा की चिंता है. लालू यादव को अब उनके बेटे तेज प्रताप और तेजस्वी की चिंता है, ममता बनर्जी को देश की नहीं भतीजे की चिंता है. शरद पवार को सुप्रिया की चिंता है.

जनता के नहीं खुद के हितों की चिंता : इस दौरान पूर्व सीएम वसुंधरा राजे भी गहलोत सरकार पर जमकर बरसीं. उन्होंने कहा है कि राजस्थान के हिस्से का एक बूंद भी पानी कम नहीं होने देंगे, चाहे उन्हें कितना ही खून-पसीना बहाना पड़े. गहलोत सरकार को जनता के हितों की नहीं खुद के हितों की चिंता है. ईआरसीपी (पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना) को जमीन पर लाने के लिए उनकी भाजपा सरकार ने 25 अगस्त 2005 को मध्य प्रदेश के साथ नदियों के पानी के बंटवारे को लेकर समझौता किया था, लेकिन दुर्भाग्य से गहलोत सरकार आ गई और ईआरसीपी ठंडे बस्ते में डाल दी गई.

कमल खिलाएंगे, भाजपा को लाएंगे : उन्होंने कहा कि जब हमारी सरकार वापस बनी तो हमने डीपीआर बना कर इसका काम आगे बढ़ाया. वर्ष 2017-18 और 2018-19 में बजट घोषणा कर नवनेरा बैराज और ईसरदा बांध का काम शुरू किया, लेकिन कांग्रेस सरकार ने ईआरसीपी को पूरा करने के लिए साढ़े 4 साल में कोई गंभीर प्रयास नहीं किया. इस कारण 13 जिलों की जनता प्यासी रह गई, जबकि मध्यप्रदेश ने तो समझौते के अनुसार मोहनपुरा और कुंडालिया बांध बना लिए, जिनसे उस क्षेत्र को 2.25 लाख हेक्टेयर सिंचाई और पेयजल मिलेगा. तीसरे बांध पाटनपुर का काम भी निर्माणाधीन है. उन्होंने कहा कि राजस्थान के हितों पर कुठाराघात नहीं होने देंगे, कमल खिलाएंगे, भाजपा को लाएंगे.

Last Updated : Sep 2, 2023, 7:51 PM IST
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