जयपुर. आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को राजधानी जयपुर में आगामी विधानसभा चुनाव का शंखनाद किया. इस दौरान उनके साथ पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी मौजूद रहे. मौके पर दोनों नेताओं ने संयुक्त रूप से राज्य की जनता के लिए गारंटी कार्ड जारी किया, जिसमें राज्य में आप की सरकार बनने की सूरत में क्या कुछ किए जाएंगे का विस्तार से उल्लेख किया गया है. वहीं, केजरीवाल ने वन नेशन, वन इलेक्शन पर आपत्ति जताते हुए कहा कि देश में वन नेशन, 20 इलेक्शन होने चाहिए. दरअसल, राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 की रणभेरी बज चुकी है. कांग्रेस-भाजपा के साथ ही अब चुनावी समर में आम आदमी पार्टी की भी एंट्री हो गई है. इसी कड़ी में सोमवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री व आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और पंजाब के सीएम भगवंत मान जयपुर पहुंचे, जहां दोनों नेताओं ने पार्टी का चुनावी शंखनाद किया.
इस दौरान केजरीवाल और भगवंत मान ने बारी-बारी से राज्य की गहलोत सरकार हमला बोला. साथ ही भाजपा को भी कटघरे में खड़ा किया. आगे केजरीवाल ने वन नेशन, वन इलेक्शन पर आपत्ति जताते हुए कहा कि देश में वन नेशन, 20 इलेक्शन होने चाहिए. हर तीन माह में चुनाव कराने की आवश्यकता है, ताकि सरकार जनता के लिए कुछ घोषणा नहीं, बल्कि राहत देने के लिए काम करे.
कांग्रेस की गारंटी Vs आप की गारंटी - चुनावी माहौल में राजस्थान की जनता के लिए केजरीवाल ने दिल्ली और पंजाब की तर्ज पर गारंटी कार्ड जारी किया. इसमें पहली शिक्षा की गारंटी का जिक्र किया और कहा कि प्रदेश के हर गरीब और अमीर बच्चे को समान रूप से शिक्षा का अधिकार दिया जाएगा. दूसरी स्वास्थ्य की गारंटी, इसमें भी प्रदेश के हर आम और खास को स्वास्थ्य का अधिकार देने, तीसरी बिजली की गारंटी, जिसमें हर माह 300 यूनिट बिजली फ्री और 24 घंटे बिजली मुहैया कराने, चौथी शहीद सम्मान राशि की गारंटी, जिसमें शहीद के परिजनों को एक करोड़ रुपए की राशि देने, पांचवीं कर्मचारी गारंटी, इसमें संविदा और ठेके पर कोई कर्मचारी नहीं रहेगा, सभी को नियमित करने, छठी महिला सशक्तिकरण की गारंटी, इसमें प्रदेश की हर 18 साल से अधिक उम्र की महिला के खाते में हर माह एक हजार रुपए डालने और इसके साथ ही राज्य को भ्रष्टाचार मुक्त करने की गारंटी दी गई.
वन नेशन, वन इलेक्शन पर जताई आपत्ति - केजरीवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 साल सरकार चलाने के बाद यह नहीं कह सकते कि हमें काम के नाम पर वोट दो, वो आज वोट मांग रहे हैं वन नेशन, वन इलेक्शन के नाम पर. ऐसा इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि आम जनता के सामने 5 साल में केवल एक बार हाथ जोड़ना पड़े. केजरीवाल ने कहा कि वन नेशन, वन इलेक्शन से आम आदमी का क्या लेना देना है? क्या मिलेगा आम आदमी को ? जबकि बात होनी चाहिए वन नेशन, वन एजुकेशन, करोड़पति का बेटा हो या फिर किसान का बेटा दोनों को एक जैसी शिक्षा मिलनी चाहिए. तभी देश की तरक्की होगी.
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आगे उन्होंने कहा कि बात होनी चाहिए वन नेशन वन इलाज की, देश के हर नागरिक को चाहे वो गरीब या अमीर, छोटा हो या बड़ा सब को एक जैसा इलाज मिले, तब जाकर देश फायदा होगा. केजरीवाल ने कहा कि वो बहुत सोचे कि प्रधानमंत्री मोदी वन नेशन, वन इलेक्शन क्यों कहते हैं, क्योंकि नेता आम जनता के पास कब आता है, जब चुनाव होता है. ये चाहते हैं कि जनता के सामने हाथ सिर्फ एक ही जोड़ना पड़े. उन्होंने कहा कि देश में वन नेशन, वन इलेक्शन नहीं, बल्कि वन नेशन 20 इलेक्शन होने चाहिए. हर तीन माह में चुनाव होंगे तो सरकार जनता के पास जाएगी. हर तीन महीने में किसी न किसी राज्य में चुनाव हो, ताकी सरकार आम जनता के लिए कोई न कोई घोषणा करते रहे.
पीएम मोदी चौथी क्लास नहीं पढ़े - पंजाब के सीएम भगवंत मान ने दिल्ली और पंजाब सरकार की योजनाओं के बारे में बताते हुए केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला. मान ने कहा कि अब सभी ने यह मान लिया कि भाजपा के नेता झूठ बोलते हैं. जबकि आम आदमी पार्टी जो कहती है, वो करके दिखाती है. मान आगे ने कहा कि हम पांच घोषणा करके चार पूरी नहीं करते हैं, बल्कि पांच घोषणा करके छह पूरी करते हैं. तभी जनता को आज आप पर भरोसा है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शिक्षा पर तंज कसते हुए कहा कि हॉस्टल की फीस पर 12% जीएसटी लगाने जा रहे हैं. इसका मतलब साफ है कि पीएम न तो खुद पढ़े और न दूसरों को पढ़ने देना चाहते हैं. चौथी क्लास में तो हॉस्टल होता नहीं है, इसलिए पीएम को हॉस्टल के खर्चों की जानकारी नहीं है.
मोदी पर तंज, लेकिन गहलोत पर साधी चुप्पी - सबसे खास बात यह रही कि दोनों ही नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तो अपने भाषण में निशाने पर लिया, लेकिन गहलोत सरकार के खिलाफ एक शब्द तक नहीं बोला. केजरीवाल ने महंगाई भ्रष्टाचार सहित तमाम मुद्दों पर पीएम मोदी को कटघरे में खड़ा किया, जबकि राजस्थान में चुनाव है, लेकिन वो राज्य की कानून व्यवस्था को लेकर कोई टिप्पणी नहीं किए.