रायपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के युवाओं के साथ भेंट मुलाकात कार्यक्रम की शुरुआत रविवार को बलबीर सिंह जुनेजा इंडोर स्टेडियम से हुई. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने युवाओं से संवाद किया और उनके लिए कई घोषणाएं भी की. इस बीच सीएम बघेल ने अपने स्कूल से लेकर सीएम बनने तक का सफर भी युवाओं के साथ साझा किया. इस दौरान कार्यक्रम में दमदार भाषण देने वाले छात्र का जिक्र करते हुए सीएम बघेल ने कहा कि उसकी 25 साल उम्र नहीं है, नहीं तो इसे भी मैं चुनाव में टिकट दिलाने का प्रयास करता. क्योंकि मैं युवाओं का राजनीति में आने का समर्थन करता हूं.
राजनीति में युवाओं की भागीदारी पर रहा जोर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राजनीति में युवाओं की भागीदारी पर भी जोर दिया. सीएम बघेल ने कहा कि राजनीति में सबसे बड़ी बात यह है कि जब हम स्थान छोड़ते हैं तो उस जगह पर दूसरा स्थान ग्रहण कर लेता है. ऐसे में पढ़े लिखे युवाओं को इसके लिए संघर्ष करना चाहिए. जब मैं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष था, सबसे ज्यादा युवाओं को मौका दिया. मेरी पूरी कोशिश होती कि ज्यादा से ज्यादा युवाओं को आगे बढ़ा सकूं. आज के कार्यक्रम में आए साहू लड़के ने बढ़िया भाषण दिया है. मैंने उससे उम्र पूछा तो उसने कहा कि पीएससी की तैयारी कर रहा हूं. चुनाव के लिए 25 साल उम्र होना चाहिए. वह चुनाव नहीं लड़ सकता. यदि वह 25 साल पूरा किया होता तो जरूर मैं उसके चुनाव टिकट के लिए प्रयास करता.
साढ़े पांच किलोमीटर पैदल चलकर जाता था स्कूल: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बताया कि अपने गांव से साढ़े 5 किलोमीटर दूर मिडिल और हाई स्कूल पढ़ने जाता था. स्कूल जाते समय बीच में दो नाला भी पार करता था. कोई सड़क नहीं थी. पैदल जाते थे. बरसात में पानी गढ्ढों में भर जाता था. उसमें हम लोग कूद कूद कर स्कूल जाते थे. 15 अगस्त और 26 जनवरी को हमारे स्कूल में विधायक जरूर आते थे. मेरे जैसे लंबा लंबा भाषण देते थे. हमारी भाषण में रुचि कम और वहां भाषण के बाद बांटने वाले प्रसाद में ज्यादा रहती थी. हमें भाषण से क्या लेना देना था. हम तो बूंदी सेव के लिए वहां रुके रहते थे.
पुरखों के सपने साकार करने इस मुकाम तक पहुंचा : हमारे गांव में बिजली नहीं पहुंची थी. सड़क, पुल पुलिया नहीं थे. इसे बनावाने का काम विधायक का होता था. मैं सोचता था कि जब मैं विधायक बनूंगा, तो मेरे गांव की सड़कें बनवाउंगा. उसके बाद में साइंस कॉलेज आ गया. फिर गांव में खेती-बाड़ी के बाद जन सेवा में जुट गया. इसके बाद बड़े नेताओं की जीवनी पढ़ने लगा. फिर समझ में आया उन्होंने क्या संघर्ष किया और हमें छत्तीसगढ़ के लिए क्या करना चाहिए. जो पुरखों ने सपना देखा था उसे साकार करने के लिए आज यहां इस मुकाम पर पहुच हूं.
रायपुर संभाग के युवा साथियों, जो काॅलेज में हैं, उनके विचार हम लोगों ने सुने. उनके सवाल भी लिए, उसका जवाब भी दिया गया. कुछ मांगें भी थीं, उनकी घोषणा भी की गई. बहुत अच्छा अनुभव रहा युवा लोगों के साथ भेंट मुलाकात कार्यक्रम का. सपने हैं, उम्मीदें हैं. ये हमारे नौजवान छ्त्तीसगढ़ का भविष्य हैं. ऐसे में जरूरी है कि, हम उन्हें ऐसा वातावरण दें कि ये बच्चे आगे बढ़ें. -भूपेश बघेल, मुख्यमंत्री, छत्तीसगढ़
मुख्यमंत्री युवा भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान कुछ युवाओं ने स्टूडेंट को बस में आई कार्ड होने पर फ्री में आने-जाने की सुविधा की मांग की. इस पर सीएम बघेल ने इसे आगामी चुनावी घोषणा पत्र में शामिल करने का भरोसा दिलाया. विधानसभा चुनाव 2023 को देखते हुए भूपेश बघेल सरकार समाज के हर तबके को जोड़ने का प्रयास कर रही है. मुख्यमंत्री युवा भेंट मुलाकात कार्यक्रम के जरिए कांग्रेस की नजर युवा वर्ग पर है.