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जानिए, पिछले तीन वर्षों में रेलवे में कितने अपराध हुए

रेलवे स्टेशन और ट्रेनों में आए दिन कोई न कोई घटना के बारे में सुनने को मिलता है. यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए रेलवे प्रशासन ने कई इंतजाम किए हैं. इसके अलावा पिछले तीन वर्षों में हुए अपराधों की एक रिपोर्ट जारी हुई है. जानें कितने अपराध हुए...

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Published : Feb 12, 2021, 3:07 PM IST

हैदराबाद : रेलवे में हुए अपराध की स्थिति के बारे में राज्य की जीआरपी से जानकारी मांगी जाती है. जीआरपी द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के आधार पर, पिछले तीन वर्षों यानी 2018, 2019 और 2020 के दौरान रेलगाड़ियों और रेलवे प्लेटफार्मों पर हुए अपराधों को लेकर दर्ज कराई गई एफआईआर के आधार पर एक रिपोर्ट तैयार की गई है.

वर्ष 2018, 2019 और 2020 के दौरान रेलगाड़ियों और रेलवे प्लेटफॉर्म पर अपराधों की संख्या का क्षेत्रवार विवरण निम्नानुसार हैं :-

रेलवे में अपराधों की संख्या का क्षेत्रवार विवरण
रेलवे में अपराधों की संख्या का क्षेत्रवार विवरण
रेलवे में अपराधों की संख्या का क्षेत्रवार विवरण
रेलवे में अपराधों की संख्या का क्षेत्रवार विवरण

ट्रेनों और स्टेशनों पर यात्रियों की सुरक्षा के उपाय :

  • रेलवे सुरक्षा बल चिन्हित मार्गों / खंडों पर रेलगाड़ियों की सुरक्षा सुनिश्चित करता है. इसके अलावा सभी राज्यों की सरकारी रेलवे पुलिस (जीआरपी) प्रतिदिन विभिन्न रेलखंडों की सुरक्षा का इंतजाम देखती है.
  • संकट में यात्री सुरक्षा संबंधी सहायता के लिए भारतीय रेलवे की रेलवे हेल्प लाइन नंबर 139 पर संपर्क कर सकते हैं.
  • विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के माध्यम से रेलवे यात्रियों की सुरक्षा बढ़ाने और उनकी सुरक्षा चिंता को दूर करने के लिए नियमित संपर्क में है.
  • चोरी, ड्रग्स आदि के प्रति सावधानी बरतने के लिए यात्रियों को जागरूक करने के लिए पब्लिक एड्रेस सिस्टम के माध्यम से लगातार घोषणाएं की जाती हैं.
  • एक एकीकृत सुरक्षा प्रणाली (आईएसएस) जिसमें सीसीटीवी, एक्सेस कंट्रोल आदि के माध्यम से स्टेशनों की निगरानी की जाती है.
  • ट्रेनों और रेलवे परिसर में अनधिकृत व्यक्तियों के प्रवेश के खिलाफ अभियान चलाया जाता है.
  • स्टेशन सुरक्षा योजना को बड़े स्टेशनों पर चरणबद्ध तरीके से लागू किया जा रहा है, जिससे स्टेशन पर विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के बीच नियंत्रण, निगरानी और तालमेल को बढ़ाया जा सके.
  • यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 2,931 कोच और 668 रेलवे स्टेशनों में सीसीटीवी कैमरे उपलब्ध कराए गए हैं.

हैदराबाद : रेलवे में हुए अपराध की स्थिति के बारे में राज्य की जीआरपी से जानकारी मांगी जाती है. जीआरपी द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के आधार पर, पिछले तीन वर्षों यानी 2018, 2019 और 2020 के दौरान रेलगाड़ियों और रेलवे प्लेटफार्मों पर हुए अपराधों को लेकर दर्ज कराई गई एफआईआर के आधार पर एक रिपोर्ट तैयार की गई है.

वर्ष 2018, 2019 और 2020 के दौरान रेलगाड़ियों और रेलवे प्लेटफॉर्म पर अपराधों की संख्या का क्षेत्रवार विवरण निम्नानुसार हैं :-

रेलवे में अपराधों की संख्या का क्षेत्रवार विवरण
रेलवे में अपराधों की संख्या का क्षेत्रवार विवरण
रेलवे में अपराधों की संख्या का क्षेत्रवार विवरण
रेलवे में अपराधों की संख्या का क्षेत्रवार विवरण

ट्रेनों और स्टेशनों पर यात्रियों की सुरक्षा के उपाय :

  • रेलवे सुरक्षा बल चिन्हित मार्गों / खंडों पर रेलगाड़ियों की सुरक्षा सुनिश्चित करता है. इसके अलावा सभी राज्यों की सरकारी रेलवे पुलिस (जीआरपी) प्रतिदिन विभिन्न रेलखंडों की सुरक्षा का इंतजाम देखती है.
  • संकट में यात्री सुरक्षा संबंधी सहायता के लिए भारतीय रेलवे की रेलवे हेल्प लाइन नंबर 139 पर संपर्क कर सकते हैं.
  • विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के माध्यम से रेलवे यात्रियों की सुरक्षा बढ़ाने और उनकी सुरक्षा चिंता को दूर करने के लिए नियमित संपर्क में है.
  • चोरी, ड्रग्स आदि के प्रति सावधानी बरतने के लिए यात्रियों को जागरूक करने के लिए पब्लिक एड्रेस सिस्टम के माध्यम से लगातार घोषणाएं की जाती हैं.
  • एक एकीकृत सुरक्षा प्रणाली (आईएसएस) जिसमें सीसीटीवी, एक्सेस कंट्रोल आदि के माध्यम से स्टेशनों की निगरानी की जाती है.
  • ट्रेनों और रेलवे परिसर में अनधिकृत व्यक्तियों के प्रवेश के खिलाफ अभियान चलाया जाता है.
  • स्टेशन सुरक्षा योजना को बड़े स्टेशनों पर चरणबद्ध तरीके से लागू किया जा रहा है, जिससे स्टेशन पर विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के बीच नियंत्रण, निगरानी और तालमेल को बढ़ाया जा सके.
  • यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 2,931 कोच और 668 रेलवे स्टेशनों में सीसीटीवी कैमरे उपलब्ध कराए गए हैं.
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