वाशिंगटन : राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द करने को लेकर देश के अंदर प्रतिक्रिया हो ही रही है. विदेश में भी इस खबर ने नेताओं का ध्यान अपनी ओर खींचा है. राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द होने के बाद अमेरिकी सिनेट में भारतीय मूल के सांसद रो खन्ना ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने इस घटना के बारे में कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी का लोकसभा से अयोग्य होना गांधीवादी दर्शन के साथ 'गहरा विश्वासघात' है.
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सूरत की एक अदालत द्वारा मानहानि के मामले में दोषी ठहराए जाने के करीब 26 घंटे बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष गांधी को शुक्रवार को लोकसभा से अयोग्य घोषित कर दिया गया. भारतीय-अमेरिकी सांसद रो खन्ना ने एक ट्वीट में कहा कि संसद से राहुल गांधी का निष्कासन गांधीवादी दर्शन और भारत के गहरे मूल्यों के साथ गहरा विश्वासघात है. खन्ना ने कहा कि यह वह नहीं है जिसके लिए मेरे दादाजी ने जेल में वर्षों की कुर्बानी दी थी. खन्ना अमेरिकी प्रतिनिधि सभा में सिलिकॉन वैली का प्रतिनिधित्व करते हैं.
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खन्ना अमेरिका में भारत और भारतीय-अमेरिकियों पर कांग्रेसनल कॉकस के सह-अध्यक्ष हैं. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के हस्तक्षेप की मांग की है. खन्ना ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि आपके पास भारतीय लोकतंत्र की खातिर इस फैसले को पलटने की शक्ति है. इस बीच, इंडियन ओवरसीज कांग्रेस, यूएसए के उपाध्यक्ष जॉर्ज अब्राहम ने गांधी की अयोग्यता को भारत में लोकतंत्र के लिए एक दुखद दिन करार दिया. उन्होंने कहा कि यह भारत में लोकतंत्र के लिए एक दुखद दिन है.
अब्राहम ने कहा कि राहुल गांधी को अयोग्य करार देकर मोदी सरकार अभिव्यक्ति की आजादी के अधिकार और हर जगह भारतीयों की आजादी के लिए मौत की घंटी बजा रही है. उन्होंने कहा कि एक राजनीतिक अभियान के दौरान की गई एक टिप्पणी के खिलाफ की गई यह कार्रवाई शर्मनाक है. अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के संबंध में संविधान की भावना के अनुरूप नहीं है.
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(पीटीआई)