चंडीगढ़ : पंजाब सरकार ने आम आदमी पार्टी (आप) के राघव चड्ढा को एक अस्थायी सलाहकार समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया है, जिसके बाद पार्टी विपक्षी दलों के निशाने पर आ गई है. पार्टी से जुड़े सूत्रों ने सोमवार को बताया कि राज्यसभा सदस्य राघव चड्ढा को एक अस्थायी सलाहकार समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है. यह समिति सरकार को लोक महत्व के मुद्दों पर सलाह देगी. आम आदमी पार्टी (आप) नीत पंजाब सरकार ने कुछ दिन पहले समिति के गठन को लेकर एक अधिसूचना जारी की थी और उस समय भी विपक्षी दलों ने इसके गठन की वैधता पर सवाल उठाए थे.
अधिसूचना के अनुसार, अस्थायी समिति के एक अध्यक्ष होंगे और इसके सदस्य किसी भी मुआवजे, पारिश्रमिक या अनुलाभों के हकदार नहीं होंगे. कांग्रेस की पंजाब इकाई के प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने सोमवार को भगवंत मान नीत सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि वह समिति के जरिए चड्ढा को अत्यधिक शक्ति प्रदान कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि चड्ढा को सलाहकार समिति का अध्यक्ष नियुक्त करना उन्हें पंजाब का मुख्यमंत्री बनाने के समान है.
उन्होंने ट्वीट किया, "पंजाब ने इस बदलाव के लिए मतदान नहीं किया था. ऐसा प्रतीत होता है कि भगवंत मान जी ने पंजाब सरकार को ठेके पर दे दिया है." शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने भी 'आप' सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि इस कदम से शो मैनेजर राघव चड्ढा को आधिकारिक तौर पर एक मंच प्रदान कर दिया गया है. पार्टी ने ट्वीट किया, "सर्कस मास्टर ने पर्दा हटाकर असली खेल चलाने वाले राघव चड्ढा को आधिकारिक तौर पर मंच प्रदान कर दिया है. वस्तुत: मुख्यमंत्री चड्ढा का औपचारिक रूप से महानियंत्रक के रूप में पदभार ग्रहण करना, पंजाबियों के लिए कोई खबर नहीं है. उन्हें हमेशा से पता था कि भगवंत मान के कठपुतली नाच की डोर किसके हाथ में है. अब पर्दा हट गया है और वह दंतहीन शेर सामने है जिस पर पंजाबियों ने भरोसा जताया था."
(पीटीआई-भाषा)