नई दिल्ली : केंद्रीय आवास और शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी (Union Housing and Urban Affairs Minister Hardeep Singh Puri) ने सोमवार को 'लीडर्स इन क्लाइमेट चेंज मैनेजमेंट' (LCCM) कार्यक्रम की शुरूआत की, जिसका उद्देश्य देश में सभी क्षेत्रों और भू-भाग में जलवायु कार्रवाई का नेतृत्व करने के लिए शहरी पेशेवरों का क्षमता निर्माण करना है. एक बयान में यह जानकारी दी गई.
मंत्रालय ने कहा कि आमने-सामने मौजूदगी के साथ सीखने के कार्यक्रम को बढ़ावा देने के लिए प्रशासनिक प्रशिक्षण संस्थान (ATI) मैसुरु, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ अर्बन अफेयर्स (NIUA) और अनुसंधान संगठन डब्ल्यूआरआई के साथ एक त्रिपक्षीय समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर कर एलसीसीएम कार्यक्रम का पहला प्रदाता साझेदार बन गया है.
बयान के मुताबिक, एलसीसीएम मध्यम से जूनियर स्तर के सरकारी अधिकारियों और अग्रिम पंक्ति के कर्मियों सहित 5,000 पेशेवरों को जलवायु परिवर्तन अनुकूलन और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने के समाधानों के पैरोकार के तौर पर तैयार करेगा. पुरी ने कहा, 'एलसीसीएम कार्यक्रम न सिर्फ सैकड़ों जलवायु नेताओं की पहचान करेगा बल्कि इस पर भी ध्यान केंद्रित करेगा कि कैसे ये नेता आगे बढ़ेंगे. असल बात यह है कि हम इसे एक क्रांतिकारी कदम मान रहे हैं.'
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री पुरी ने कहा, 'यह सबसे उपयुक्त और उचित है कि हम कल विश्व पर्यावरण दिवस मनाने के तुरंत बाद आज (एलसीसीएम) कार्यक्रम का शुभारंभ कर रहे हैं. यह कार्यक्रम न केवल जलवायु परिवर्तन का सामना करने के लिए बल्कि हमारी आर्थिक स्थितियों के अनुरुप सतत विकास का एक नया मार्ग प्रशस्त करने के लिए सरकारी कार्यक्रमों की एक लंबी कतार में एक और पहल है.' उन्होंने क्लाइमेट डेटा ऑब्जर्वेटरी 2.0 वेबसाइट, सार्वजनिक स्थलों पर ज्ञान उत्पाद, अर्बन आउटकम फ्रेमवर्क 2022 - डेटा कलेक्शन पोर्टल और सिटीजन एंगेजमेंट फॉर अर्बन ट्रांसपोर्ट कम्पेंडियम का भी शुभारंभ किया.