पुरी: ओडिशा के पुरी जिले में एक जुलाई से शुरू होने वाली रथयात्रा से पहले अणसर गृह में 14 दिन आराम के बाद बुधवार को श्रीमंदिर में भगवान श्री जगन्नाथ अपने बड़े भाई भगवान बलराम और बहन देवी सुभद्रा के साथ भक्तों को दर्शन देंगे. श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन ने बुधवार को होने वाले नवयौवन दर्शन के लिए समय सारणी जारी कर दी है. इसके अनुसार भक्त परिमानिक दर्शन सुबह 8 बजे से 9 बजे तक कर पाएंगे. इसके बाद, साधारण दर्शन के लिए सुबह 9 बजे से 10:30 बजे, दोपहर 2 बजे से 3 बजे, शाम 6 बजे से 6:30 बजे, रात 9 बजे से 10:30 बजे और रात 11:30 बजे से 12:30 बजे का समय निर्धारित किया गया है.
वहीं, सुबह 10:30 बजे से दोपहर 2 बजे तक, दोपहर 3 बजे से शाम 6 बजे तक, शाम 6:30 बजे से रात 9 बजे तक और रात 10:30 बजे से 11.30 बजे तक मंदिर देवी-देवताओं के विशेष अनुष्ठान के चलते साधारण दर्शन बंद रहेगा. वहीं रथयात्रा के एक दिन पूर्व यानी 30 जून को होने वाले दर्शन उभा यात्रा के लिए भी मंदिर प्रशासन ने समय सारिणी जारी कर दी गई है. इस दिन भक्त प्रातः 4 बजे से 6:30 बजे तक, दोपहर 12:30 बजे से 1:30 तक और दोपहर बाद 3:30 से शाम 5 बजे तक भगवान श्री जगन्नाथ का दर्शन कर सकेंगे. हालांकि इस दिन सुबह 6:30 बजे से दोपहर 12:30 बजे और दोपहर 1:30 बजे से 3:30 बजे तक साधारण दर्शन बंद रहेगा. वहीं 30 जून शाम 5 बजे के बाद 9 दिवसीय रथयात्रा के चलते मंदिर में प्रवेश वर्जित रहेगा.
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बता दें कि अणसरा गृह में 14 दिनों के आराम के बाद भगवान श्री जगन्नाथ अपने बड़े भाई भगवान बलराम और बहन देवी सुभद्रा और सुदर्शन के साथ भक्तों को दर्शन देने के लिए निकलते हैं. इसके पहले भगवान को बुखार से उबरने के राजवैद्य राजा दिव्यसिंह देव द्वारा सुझाव दिया गया उपचार दिया जाता है जिसमें फुलूरी औषधीय तेल और दसमुला शामिल होता है.