चंडीगढ़: पंजाब के महाधिवक्ता विनोद घई (Punjab Advocate General Vinod Ghai) के इस्तीफे की खबरों का पंजाब सरकार ने खंडन किया है. सरकार के मुताबिक इस्तीफे संबंधी खबरें झूठी हैं. सरकार की तरफ से आधिकारिक रूप से इस्तीफे की खबरों को झूठ करार दिया गया है. इसकी पुष्टि के लिए सरकार की ओर से एक ट्वीट भी किया गया है. बता दें कि एक लड़की ने वीडियो जारी कर पंजाब के महाधिवक्ता पर गंभीर आरोप लगाए थे. इसमें लड़की ने कहा था कि घई से परिवार को खतरा हो सकता है.
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उधर, विपक्षी दलों ने इस वीडियो में लगाए गए आरोपों का हवाला देते हुए घई के इस्तीफे की मांग की है. साथ ही विपक्षी दल सरकार पर सवाल उठा रहे थे. दिल्ली की रहने वाली एक लड़की ने वीडियो जारी कर महाधिवक्ता विनोद घई पर गंभीर आरोप लगाए थे. वीडियो में लड़की ने कहा था कि उसकी ननद के घई के साथ अवैध संबंध थे और इस वजह से उसके पिता की जान को खतरा था. लड़की ने घई पर हैरेसमेंट का भी आरोप लगाया. इतना ही नहीं लड़की ने कहा कि घई के दबाव में उसकी बहन कोई गलत कदम उठा सकती है और बड़े सरकारी पद से रिटायर हुए उसके पिता भी आत्महत्या जैसा कदम उठा सकते हैं. आधे घंटे के इस वीडियो में लड़की ने कई अन्य आरोप भी लगाए हैं. इस वीडियो के आने के बाद विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने पंजाब के राज्यापाल को पत्र लिखा है. दूसरी तरफ घई के हाथ से महाधिवक्ता जैसे महत्वपूर्ण पद की जिम्मेदारी से मुक्त किए जाने की भी अफवाह है.
उधर, प्रताप सिंह बाजवा ने यह भी कहा था कि इस वीडियो के वायरल होने से लड़की के परिवार को पुलिस और महाधिवक्ता से भी खतरा हो सकता है. परिवार को झूठे मामले में फंसाकर जेल भेजा जा सकता है. हालांकि मामले को साबित करने के लिए लड़की ने वीडियो स्क्रीनशॉट, ऑडियो और वीडियो क्लिप भी दिखाई है.
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