चंडीगढ़ : पंजाब मामलों के प्रभारी हरीश रावत ने लंबे समय से चुप बैठे नवजोत सिंह सिद्धू के साथ पंजाब भवन में चाय पर चर्चा की. नवजोत सिंह सिद्धू से मिलने से पहले रावत ने कल मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से भी मुलाकात की और 2022 के विधानसभा चुनावों की रणनीति बनाई. ईटीवी भारत ने उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत से बातचीत की.
हरीश रावत ने बातचीत के दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया और नवजोत सिंह सिद्धू को लेकर बड़ी बात कही.
हरीश रावत ने ज्योतिरादित्य सिंधिया पर कही ये बात
हरीश रावत ने कहा, 'सिंधिया के पिता मेरे दोस्त थे, मैं ज्योतिरादित्य सिंधिया से बहुत प्यार करता था, लेकिन अब नहीं करता. कभी-कभी इंतजार का फल मीठा होता है. अगर वो इंतजार करते तो उनके लिए सब कुछ मीठा-मीठा होता, लेकिन वो चूक गए'.
यह भी पढ़ें : मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पंजाब के विधायक खैरा और अन्य पर ईडी का छापा
हरीश रावत ने सिद्धू को लेकर कही बड़ी बात
नवजोत सिंह सिद्धू लगातार कैप्टन अमरिंदर सिंह से नाराज चल रहे थे और उन्होंने खुद को मीडिया से दूर कर लिया था. खबर यह भी आ रही है कि नवजोत सिंह सिद्धू के लिए एक बड़ा फैसला जल्द ही हाईकमान से आ सकता है. कयास लगाया जा रहा है कि नवजोत सिंह को बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है.
हरीश रावत ने कहा कि उन्होंने नवजोत सिंह सिद्धू के साथ फिर से चर्चा की है और जल्द ही इस बारे में निर्णय लिया जाएगा. लेकिन नवजोत सिंह सिद्धू के काम अच्छे हैं इसलिए वह चुप हैं और जल्द ही उनकी सुर्खियां बड़ी होंगी.
यह भी पढ़ें : पंजाब सरकार में एडजस्ट होने की चर्चा के बीच सोनिया से मिलने पहुंचे सिद्धू
सिद्धू को किस तरह की जिम्मेदारी दी जा सकती है?
ऐसा कयास लगाया जा रहा है कि नवजोत सिंह सिद्धू को आगामी विधानसभा चुनाव में पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष या उप-मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है. ईटीवी भारत से बातचीत करने हुए हरीश रावत ने कहा कि धैर्य का फल मीठा होता है और वह नवजोत सिंह सिद्धू को आगामी विधान सभा चुनाव में चुप नहीं बैठने देंगे. उन्हें जल्द ही एक बड़ी जिम्मेदारी दी जाएगी.