शिमला: कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने आज सुबह राजधानी शिमला के जाखू मंदिर में पूजा-अर्चना की. यह बजरंग बली का मंदिर है. इसका जिक्र हमेशा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी करते रहे हैं. माना जा रहा है कि कांग्रेस को कर्नाटक में रुझानों में बढ़त के बाद प्रियंका गांधी मंदिर पहुंचीं और पूजा-अर्चना कर भगवान हनुमान का आशीर्वाद लिया.
प्रियंका गांधी ने किया पोस्ट: प्रियंका ने इसकी एक पोस्ट भी अपने फेसबुक पेज पर शेयर की है. प्रियंका गांधी ने लिखा कि हिमाचल प्रदेश के जाखू हनुमान मंदिर में पूजा -अर्चना कर देश व कर्नाटक की जनता की सुख -समृद्धि व शांति के लिए प्रार्थना की. मारुति नंदन आप सभी का कल्याण करें जय बजरंग बली.
छुट्टियां मनाने शिमला आई हैं प्रियंका: प्रियंका गांधी राजधानी शिमला में छुट्टियां मनाने आई हैं. वह गुरुवार को शिमला पहुंची थीं और छराबड़ा स्थित अपने घर में ठहरी हुई हैं. इससे बाद शुक्रवार को काग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी शिमला पहुंची. सोनिया गांधी फ्लाइट से चंडीगढ़ और वहां से वह मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के साथ हेलीकॉप्टर में शिमला के कल्याणी हेलीपैड पहुंची थीं.
किसी से नहीं मिलेंगी सोनिया गांधी और प्रियंका: प्रियंका और सोनिया गांधी का यह निजी दौरा है. इस दौरान वे किसी से नहीं मिलेंगी. सोनिया गांधी और सोनिया गांधी आज कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजों पर शिमला से नजर रख हुए हैं. कर्नाटक के शुरुआती चुनावी रूझान कांग्रेस के पक्ष में आ रहे हैं. प्रियंका गांधी और सोनिया गांधी अगले कुछ दिनों तक शिमला में ही रुकेंगी. राहुल गांधी भी शिमला आ सकते हैं, एक दो दिन में राहुल गांधी के शिमला आने की संभावना है.
बुजुर्ग महिलाओं से मिली प्रियंका गांधी: इस दौरान प्रियंका गांधी मंदिर में पहुंचे बुजुर्ग महिलाओं से भी मिली.ये मंदिर इस वजह से भी ज्यादा खास है ,क्योंकि इसका कनेक्शन त्रेतायुग से जुड़ा हुआ है. जाखू मंदिर जाखू पहाड़ी पर स्थित है. इसका नाम यक्ष ऋषि के नाम पर पड़ा. यक्ष से इसका नाम याक, याक से याकू और याकू से जाखू तक इसका नाम बदलता गया.
संजीवनी बूटी के बारे में जानकारी ली और विश्राम किया: मान्यता है कि जब लक्ष्मण राम-रावण युद्ध के दौरान मूर्छित हो गए थे तब हनुमान ही उनके प्राणों की रक्षा के लिए संजीवनी बूटी लाए थे. इस संजीवनी बूटी को लाने के लिए वो हिमालय की ओर आकाश से जा रहे थे. तभी हनुमान की नजर यक्ष ऋषि पर पड़ी. यक्ष ऋषि से संजीवनी बूटी के बारे में जानकारी ली और विश्राम किया.
पीएम मोदी हमेशा करते मंदिर का जिक्र: उसके बाद उन्होंने यक्ष ऋषि को वचन दिया था कि वो लौटते वक्त उनसे जरूर मिलेंगे. रास्ते में हनुमान जी को कालनेमि नामक राशक्ष का सामना करना पड़ा.यहां पर साल भर में कई बडे़ आयोजन होते और बड़ी संख्या में शिमला सहित आसपास के राज्यों के लोग यहां पर दर्शन करने पहुंचते है. पीएम मोदी जब संगठन का कामकाज देखते थे,तब अक्सर यहां आकर पूजा-पाठ किया करते थे.