नई दिल्ली: राष्ट्रपति चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने शनिवार को एक प्रबंधन टीम की घोषणा की, जिसमें कई केंद्रीय मंत्री समेत वरिष्ठ नेताओं को भी शामिल किया गया और उन्हें जिम्मेदारी दी गई है कि अलग-अलग पार्टियों के नेताओं से राष्ट्रपति उम्मीदवार पर विचार विमर्श और मंथन करें. इससे पहले भारतीय जनता पार्टी ने रक्षा मंत्री और पूर्व भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह को राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्षी पार्टियों के साथ बातचीत करने के लिए औपचारिक तौर पर अधिकृत किया था. मगर अब जो प्रबंधन समिति बनाई गई है वह ना सिर्फ विपक्षी पार्टी में मौजूद कुछ राजनीतिक दल, बल्कि संभावित उम्मीदवारों के नाम पर भी इन पार्टियों के साथ विचार विमर्श करेगी.
भाजपा की 14 सदस्यीय प्रबंधन समिति में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र शेखावत को प्रबंधन समिति का संयोजक बनाया गया था और बीजेपी महासचिव विनोद तावड़े और सीटी रवि को समिति के सह संयोजक की जिम्मेदारी दी गई है. भारी भरकम इस प्रबंधन समिति में पार्टी के कई केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ नेता भी हैं, जिन्हें इस राष्ट्रपति चुनाव में कुछ ऐसी राजनीतिक पार्टियों से बातचीत करने की जिम्मेदारी दी गई है जो इस चुनाव में किंग मेकर की भूमिका निभा सकते हैं.
सूत्रों की मानें तो इस प्रबंधन समिति ने राज्य की इकाइयों के साथ भी इस संबंध में बातचीत शुरू कर दी है और राष्ट्रपति चुनाव के लिए पार्टी के सभी नेताओं के बीच राज्य इकाइयों के साथ समन्वय बिठाया जा रहा है. सूत्रों का कहना है कि जल्द ही एनडीए अपने उम्मीदवार के नाम की भी घोषणा कर देगा. पार्टी सूत्रों के मुताबिक ये प्रबंधन समिति समन्वय के साथ साथ मतदान प्रक्रिया के दौरान अपने निर्वाचित प्रतिनिधियों का भी मार्गदर्शन करेगी.
समिति के सदस्य और भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग का कहना है कि पार्टी अपने राज्य की इकाइयों से बातचीत करेगी जिसकी शुरुआत की जा चुकी है और जरूरत पड़ी तो विपक्ष के नेताओं के साथ भी सामंजस्य बिठाने की कोशिश की जाएगी. उन्होंने कहा कि एनडीए के घटक दलों के साथ बातचीत की जा रही है और कुछ ऐसे राजनीतिक दल जिन्होंने पहले भी एनडीए का राष्ट्रपति चुनाव में समर्थन किया था उन लोगों से भी पार्टी बात कर सकती है.
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