मुंबई : देश के राजनीतिक माहौल में कई चीजें हो रही हैं. जब से पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चुनाव रणनीतिकार (election strategist) प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) को सलाहकार के रूप में नियुक्त किया और उन्हें उपचुनाव जीतने में मदद की, तब से प्रशांत किशोर की प्रतिष्ठा बढ़ी है.
राजनीतिक नीति में 'चाणक्य' माने जाने वाले प्रशांत किशोर ने राकांपा के सुप्रीमो शरद पवार के साथ साढ़े तीन घंटे तक चर्चा करने पर कल कई लोगों की भौहें चढ़ गईं.
बायोपिक का निर्माण तो नहीं?
चर्चा तब और शुरू हुई जब पीके (प्रशांत किशोर) उसी शाम बॉलीवुड किंग शाहरुख खान (shahrukh khan) के बंगले 'मन्नत' भी गए. हर कोई एक या एक से अधिक सवाल पूछने लगा कि क्या शाहरुख राजनीति में एंट्री करेंगे या शाहरुख की 'रेड चिलीज' प्रशांत के जीवन पर आधारित बायोपिक का निर्माण कर रही है. रेड चिलीज के प्रवक्ता ने आरोपों का खंडन करते हुए कहा, 'ये अफवाहें है.' शाहरुख और प्रशांत दोस्त हैं और वे समय-समय पर मिलते रहते हैं.
किशोर के करीबी लोगों ने मुलाकात को शिष्टता का तोहफा बताया और कहा कि वे तीन साल से दोस्त हैं और नियमित रूप से मिलते हैं. ममता बनर्जी ने शाहरुख खान को प्रशांत किशोर से मिलवाया था.
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सूत्रों ने शाहरुख खान के राजनीतिक प्रवेश की अफवाहों को बेकार करार दिया और यह भी कहा कि शाहरुख खान के प्रोडक्शन हाउस के किशोर पर वेब-सीरीज़ या फिल्म बनाने का कोई सवाल ही नहीं है. आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, प्रशांत किशोर की यात्रा 'थैंक्सगिविंग ट्रिप' है. निकट भविष्य में वह उन लोगों से मिलेंगे जिन्होंने उनके काम में उनकी मदद की.