नई दिल्ली : पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी के चुनावी रणनीतिकार रहे प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से मिले हैं. प्रशांत किशोर और राहुल की दिल्ली में मुलाकात के दौरान प्रियंका गांधी भी मौजूद रहीं. यह जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स में सामने आई है.
दोनों की मुलाकात ऐसे समय हुई है, जब कांग्रेस की पंजाब इकाई में कलह चल रही है. प्रशांत किशोर को पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कुछ महीने पहले अपना प्रमुख सलाहकार नियुक्त किया था.
मीडिया रपटों के मुताबिक राहुल और प्रशांत किशोर की मुताकात के दौरान पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत भी मौजूद रहे. हालांकि, इस बैठक के एजेंडे के बारे में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है.
कुछ दिनों पहले ही किशोर ने अमरिंदर से मुलाकात की थी.
करीब एक घंटे तक चली मुलाकात के बारे में कांग्रेस की ओर से आधिकारिक रूप से कुछ नहीं कहा गया है. हालांकि, सूत्रों का कहना है कि चर्चा मुख्य रूप से पंजाब को लेकर केंद्रित थी और जल्द ही पंजाब कांग्रेस में बदलावों की घोषणा की जाएगी.
इससे पहले पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने ट्वीट कर लिखा कि हमारे विपक्षी दल आप ने हमेशा ही पंजाब के लिए किए गए मेरे कार्य एवं दूरदर्शिता को पहचाना है. चाहे वह 2017 से पहले मेरे द्वारा उठाए गए बेअदबी, ड्रग्स, किसानों के मुद्दे, भ्रष्टाचार एवं बिजली संकट के मुद्दे हों जिनका सामना पंजाब की जनता को करना पड़ रहा था या फिर आज जिस तरह मैंने 'पंजाब मॉडल' पेश किया है. वे साफतौर पर जानते हैं कि वास्तव में पंजाब के लिए कौन लड़ रहा है?
उन्होंने कहा कि अगर विपक्ष मुझसे सवाल करने का साहस करता भी है, तब भी वह मेरे जन हितैषी एजेंडा को नजरअंदाज नहीं कर सकता.
कांग्रेस नेता सिद्धू ने आप नेताओं के उन पुराने वीडियो को भी साझा किया जिनमें वे सिद्धू द्वारा उठाए गए विभिन्न मुद्दों की सराहना कर रहे हैं. सिद्धू ने कहा कि हमारे विपक्षी, मेरे और कांग्रेस के अन्य वफादारों को लेकर यह राग अलाप रहे हैं कि तुम अगर आप में आओगे तो कोई बात नहीं, तुम अगर कांग्रेस में रहोगे तो मुश्किल होगी.
कांग्रेस महासचिव हरीश रावत ने पार्टी की पंजाब इकाई में चल रही कलह के जल्द खत्म होने का संकेत देते हुए मंगलवार को कहा कि अगले तीन-चार दिनों में पंजाब कांग्रेस के लिए अच्छी खबर आएगी. कांग्रेस के पंजाब प्रभारी रावत ने कहा कि अगले तीन-चार दिनों में पंजाब कांग्रेस के लिए अच्छी खबर आएगी.
रावत ने कहा कि मैं वो बात जानता हूं जो हमारे दोनों नेताओं ने आलाकमान से कहा है. अमरिंदर सिंह ने कहा था कि जो आलाकमान का निर्णय होगा, वो हमें मंजूर होगा. वहीं सिद्धू ने भी कहा कि हाईकमान से कहा है कि जो आलाकमान फैसला करेगा, वह हमें मान्य होगा.
इससे पहले गत 23 जून को प्रशांत किशोर ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष शरद पवार से दिल्ली में मुलाकात की थी. महीनेभर के अंदर पवार और प्रशांत की मुलाकात तीसरी बार हुई थी. दरअसल, माना जा रहा है कि एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार (Sharad Pawar) विपक्ष को एकजुट करने की कोशिश कर रहे हैं.
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इस अहम बैठक में टीएमसी नेता यशवंत सिन्हा, गीतकार जावेद अख्तर, राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी) के अध्यक्ष जयंत चौधरी, नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला, पूर्व जेडीयू नेता पवन वर्मा, सीपीआई सांसद बिनॉय विश्वम तथा अन्य नेता शामिल हुए थे.
उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ महीनों से पंजाब कांग्रेस में खुलकर कलह देखने को मिल रही है. पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू और कुछ अन्य नेताओं ने मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है.
पार्टी में कलह को दूर करने के लिए कांग्रेस आलाकमान ने राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय समिति का गठन किया था. इस समिति ने मुख्यमंत्री समेत पंजाब कांग्रेस 100 से अधिक नेताओं की राय ली और फिर अपनी रिपोर्ट आलाकमान को सौंपी.
पिछले दिनों अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की थी. सिद्धू भी पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मिले थे.