देहरादून: बीते रोज उत्तराखंड STF ने 250 करोड़ की साइबर ठगी का खुलासा किया था. इसमें पावर बैंक नामक एप के माध्यम से साइबर ठग 15 दिन में पैसे डबल करने का लालच देते थे. अब इस मामले में अलग-अलग राज्यों की साइबर पुलिस से जानकारियां मिल रही हैं. जिसके बाद साइबर ठगी का ये मामला 360 करोड़ के आस-पास पहुंच गया है. इसमें बेंगलुरु पुलिस ने 120 करोड़ और दिल्ली पुलिस ने 150 करोड़ की धोखाधड़ी की जानकारी दी है.
साइबर ठगी के इस मामले में अभी तक 360 करोड़ रुपए से अधिक की धोखाधड़ी सामने आई है. एसटीएफ से जुड़े अधिकारी इस धनराशि के बढ़ने की संभावना जता रहे हैं. इसी क्रम में RAZORPAY के legal Head के द्वारा एक जून को साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन बेंगलुरु में पावर बैंक से संबंधित 13 कम्पनियों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कराया गया था. बेंगलुरु पुलिस द्वारा प्रकरण में 6 आरोपियों की गिरफ्तारी की गयी है. बेंगलुरु पुलिस द्वारा वर्तमान तक 120 करोड़ की धनराशि की धोखाधड़ी का पता चलने की बात की जानकारी मिल रही है.
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पावर बैंक नामक एप के माध्यम से ठगी के संबंध में साइबर सेल दिल्ली द्वारा भी 29 मई को मुकदमा पंजीकृत गया था. दिल्ली पुलिस द्वारा प्रकरण में 5 आरोपियों की गिरफ्तारी की गयी है. दिल्ली पुलिस द्वारा वर्तमान तक 150 करोड़ की धनराशि की धोखाधड़ी का पता लगने की जानकारी मिली है.
एसटीएफ एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि ये मामला काफी गंभीर है. इसमें विदेशी नागरिकों और कम्पनियों के जुड़े होने के साक्ष्य प्राप्त होने के कारण राष्ट्रीय एजंसियों CBI, IB, ED आदि को भी जानकारी दी गई है. प्रकरण के सम्बन्ध में समाचार पत्रों और सोशल मीडिया में प्रचार प्रसार होने के कारण वर्तमान तक विभिन्न जनपदों से अब तक 25 शिकायतें प्राप्त हुई हैं.