चेन्नई: तमिलनाडु में रविवार को पोंगल का त्योहार पूरे उल्लास के साथ मनाया गया. इस दिन से शुभ तमिल माह थाई की शुरुआत होती है. फसल से जुड़े इस उत्सव के साथ ही मदुरै में लोकप्रिय अवनियापुरम जल्लीकट्टू का आयोजन किया गया. इस अवसर पर लोगों ने अपने घरों को सजाया और सुबह जल्दी जगकर पूजा-अर्चना की. लोगों ने चावल और गुड़ से बनी मिठाई पोंगल बनाई तथा नए महीने में खुशी एवं समृद्धि के भाव के साथ 'पोंगल-ओ-पोंगल' गीत गाया.
'थाई' महीने को शुभ माना जाता है. इस माह में शादियां की जाती हैं और नए कारोबार शुरू किए जाते हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, तमिलनाडु के राज्यपाल आर एन रवि, मुख्यमंत्री एम के स्टालिन, राज्य में विपक्ष के नेता और अन्नाद्रमुक के अंतरिम महासचिव के. पलानीस्वामी ने पोंगल के अवसर पर लोगों को शुभकामनाएं दीं.
दूसरी तरफ प्रसिद्ध अवनियापुरम जल्लीकट्टू के कार्यक्रम में अब तक 19 लोग घायल हो गए और 11 लोगों को आगे के इलाज के लिए मदुरै के सरकारी राजाजी अस्पताल भेजा गया है. यह जानकारी राजस्व विभाग ने दी. इस प्रतियोगिता को देखने के लिए विभिन्न जिलों से हजारों की संख्या में दर्शक पहुंचे हैं. इसके चलते पुलिस आयुक्त नरेंद्रन नायर के नेतृत्व में कई पुलिसकर्मियों को सुरक्षा में लगाया गया है. आपातकालीन चिकित्सा जरूरतों के लिए 10 चिकित्सा दल, 108 आपातकालीन एंबुलेंस, सांडों के लिए अलग एंबुलेंस और अग्निशमन विभाग के वाहनों मौजूद हैं.
गौरतलब है कि प्रतियोगिता के अंत में, सर्वश्रेष्ठ बुलफाइटर को एक कार और सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले बैल के मालिक को एक बाइक प्रदान की जाएगी. प्रतियोगिता में सांडों को वश में करने वाले चरवाहों और बैल मालिकों को सोने, चांदी के सिक्के, मिक्सर, पान, चक्की, कुकर, खाट, साइकिल सहित विभिन्न पुरस्कार दिए जाते हैं.
बता दें कि उच्च न्यायालय के निर्देश अनुसार, इस बार इस प्रतियोगिता में केवल 25 खिलाड़ी ही (एक समय में) खेल रहे हैं. मदुरै के जिला कलेक्टर अनीश शेखर ने कहा, 'प्रतियोगिता में 300 खिलाड़ियों और 800 से अधिक खिलाड़ियों के भाग लेने की संभावना हैं. इसके अलावा, हमने जल्लीकट्टू के सुचारू संचालन के लिए सभी प्रबंध किए हैं. सांडों के साथ-साथ खिलाड़ियों की सुरक्षा सुनिश्चित की है. यह सुनिश्चित करने के लिए कि खेल के मैदान में दर्शकों की सुरक्षा बनी रहे, इसलिए बैरिकेडिंग के 3 स्तर लगाए गए हैं.'
(एक्सट्रा इनपुट भाषा)