नई दिल्ली : संगठित अपराध और भ्रष्टाचार रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट (ओसीसीआरपी) ने गुरुवार को अडाणी समूह पर हिंडनबर्ग जैसी रिपोर्ट जारी की है. जिसके बाद एक बार फिर विपक्षी दलों को केंद्र सरकार पर हमलावर होने का मौका मिल गया है. कांग्रेस महासचिव और मीडिया प्रभारी पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने इस रिपोर्ट के आने के बाद केंद्र सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि हमने कई बार इस मामले में जांच के लिए एक संयुक्त संसदीय समिति के गठन की मांग की है.
उन्होंने गुरुवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमने 28 मार्च तक कांग्रेस पार्टी ने अडाणी को लेकर पीएम मोदी से 100 सवाल पूछे... हमें कोई जानकारी नहीं है कि अडाणी की शेल कंपनियों में 20,000 करोड़ रुपये का मालिक कौन है.
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने इन मुद्दों पर लोकसभा में सवाल किये तो उन्हें संसद से अयोग्य घोषित कर दिया गया. उन्होंने कहा कि सिर्फ अडाणी मुद्दा नहीं है, मुद्दा 'मोदानी' है. असली मुद्दा पीएम मोदी और अडाणी के बीच का रिश्ता है. कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी इस (अडाणी) मुद्दे को लेकर आज शाम 5 बजे मीडिया को संबोधित करेंगे.
बता दें कि 'ऑर्गेनाइजड क्राइम एंड करप्शन रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट' (ओसीसीआरपी) ने अडाणी समूह पर निशाना साधते हुए गुरुवार को आरोप लगाया कि उसके प्रवर्तक परिवार के साझेदारों से जुड़ी विदेशी इकाइयों के जरिए अडाणी समूह के शेयरों में करोड़ों डॉलर का निवेश किया गया.
अडाणी समूह ने इन सभी आरोपों को खारिज किया है. जॉर्ज सोरोस और रॉकफेलर ब्रदर्स फंड द्वारा वित्त पोषित संगठन ने ऐसे समय में आरोप लगाए हैं, जब कुछ महीने पहले अमेरिकी वित्तीय शोध एवं निवेश कंपनी हिंडनबर्ग ने अडाणी समूह पर बही-खातों में धोखाधड़ी तथा शेयरों के भाव में गड़बड़ी के साथ विदेशी इकाइयों के अनुचित उपयोग का आरोप लगाया था. इन आरोपों के बाद समूह के शेयरों में बड़ी गिरावट आई थी.