नई दिल्ली : हाल ही में केंद्र सरकार द्बारा बनाए गए कृषि कानून को लेकर पंजाब और हरियाणा मे किसान जमकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इस क्रम में किसानों ने दिल्ली चलो आंदोलन शुरू किया, जिसके तहत गुरुवार को किसानों का विरोध राजधानी तक पहुंच गया. हालांकि, पुलिस ने दिल्ली की सीमा पर जगह-जगह बैरिकेडिंग लगाकर किसानों को रोक दिया. किसानों के इस आंदोलन ने कहीं ना कहीं केंद्र सरकार के लिए मुसीबत खड़ी कर दी है. वहीं भाजपा इसे कुछ राजनीतिक पार्टियों द्वारा स्पॉन्सर्ड आंदोलन बता रही है.
किसानों के इस विरोध को भारतीय जनता पार्टी ने सीधे-सीधे कांग्रेस, अकाली दल और आम आदमी पार्टी द्वारा प्रायोजित बताया है.
इस मामले में पूर्व सामाजिक न्याय अधिकारिता राज्यमंत्री और पंजाब के नेता विजय सांपला ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि किसानों की समस्याओं को हल करने के लिए केंद्र सरकार हमेशा से कटिबद्ध है और वह बार-बार किसानों को समझाने की कोशिश कर रही है कि इस मसले का हल प्रदर्शन करने से नहीं, बल्कि बात करने से ही हल निकलेगा.
सांपला ने आरोप लगाया पंजाब सरकार किसानों को इस आंदोलन के लिए उकसा रही है और उन्हें प्रोत्साहन दे रही है. इतना ही नहीं उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस पार्टी के साथ-साथ अकाली दल और आम आदमी पार्टी भी किसानों को तबाह करने की कोशिश कर रही है और इस किसान कानून को किसान विरोधी बताकर उन्हें बर्बाद करने की कोशिश कर रही है.
पूर्व मंत्री ने किसानों से अपील करते हुए कहा कि मैं किसानों से अपील करता हूं कि वह इस मामले मे केंद्र सरकार के साथ बैठकर समस्या का समाधान करें, ना कि कांग्रेस पार्टी की शह पर इस तरह विरोध प्रदर्शन करके.
उल्लेखनीय है कि इस बिल को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने सितंबर माह में पंजाब से जन जागरण अभियान चलाया था, जिसमें अलग-अलग केंद्रीय मंत्रियों को पंजाब के अलग-अलग शहरों में प्रेस वार्ता कर वहां के किसानों, बुद्धिजीवियों और पत्रकारों से मिलकर इस कानून के बारे में जानकारी दी थी.
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बता दें कि किसान कानून के विरोध में आज पंजाब और हरियाणा के किसान दिल्ली की तरफ बढ़े, जहां किसानों को राजधानी की सीमा पर ही रोकने के इंतजाम किए गए थे