नई दिल्ली : जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में रविवार को लेफ्ट और राइट विंग के छात्र संगठनों के बीच हुई हिंसक झड़प में पुलिस से कार्रवाई की मांग को लेकर जेएनयू छात्रसंघ के नेतृत्व में छात्र दिल्ली पुलिस मुख्यालय पर विरोध-प्रदर्शन करने पहुंचे. वहीं प्रदर्शन करने के लिए जैसे ही छात्र पहुंचे, पुलिस ने प्रदर्शनकारी छात्रों को हिरासत में ले लिया. इस दौरान प्रदर्शनकारी छात्र दिल्ली पुलिस और विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे. वहीं एवीबीपी का शिकायत पर पुलिस ने लेफ्ट के छात्रों पर एफआईआर दर्ज कर ली है.
वहीं प्रदर्शन कर रहे आइसा के कार्यकर्ता प्रसनजीत ने कहा कि दिल्ली पुलिस जेएनयू में गुंडागर्दी करने वाले छात्रों को बचा रही है. पुलिस ने अभी तक उन छात्रों पर कोई कार्रवाई नहीं की है. उन्होंने कहा कि हम सभी मांग करते हैं कि जिन छात्रों ने गुंडागर्दी की है, पुलिस उनकी गिरफ्तारी करे. साथ ही पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई की निंदा की है.
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार प्रोफेसर रविकेश ने कहा कि 10 अप्रैल को कुछ छात्रों के बीच झड़प हुई है. उनके द्वारा जारी किए गए बयान में कहा गया है कि रामनवमी के मौके पर कावेरी हॉस्टल में छात्रों के द्वारा हवन का आयोजन किया गया था. इसमें कुछ छात्रों ने रुकावट पहुंचाने की कोशिश की थी. इस दौरान उन्होंने कहा कि वार्डन और डीन ऑफ स्टूडेंट ने छात्रों को शांत को करने की कोशिश की है और हवन शांतिपूर्ण सफल हुआ. इसके बावजूद कुछ छात्रों में नाराजगी थी. डिनर के मौके पर कहासुनी हुई और वह हिंसक हो गई. साथ ही कहा कि मेस का संचालन छात्रों की कमेटी के द्वारा किया जाता है. मेन्यू में विश्वविद्यालय प्रशासन का कोई लेना-देना नहीं है.
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एबीवीपी के छात्रों का कहना है कि हॉस्टल में बीते 9 दिनों तक नवरात्र में पूजा हुई और रामनवमी वाले दिन नॉनवेज बनाकर कैंपस का माहौल बिगाड़ने की कोशिश की गई. जबकि लेफ्ट समर्थक छात्रों का कहना है कि एबीवीपी के लोग जबरदस्ती माहौल बिगड़ने का काम कर रहे हैं. मेस में खाना हमेशा से वेज और नॉनवेज शेड्यूल के मुताबिक बन रहा है. इस बार भी पहले की ही तरह तय शेड्यूल से ही नॉन वेज और वेज दोनों बन रहा था. लेकिन एबीवीपी के गुंडों ने कैंपस में उत्पात मचाया. इस पूरी घटना के दौरान दिल्ली पुलिस के लोग भी कैंपस के अंदर गए थे, लेकिन बावजूद इसके कैंपस में हो रहा बवाल काबू में नहीं आया.