जालना: महाराष्ट्र के जालना जिले में मराठा आरक्षण की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों पर जालना पुलिस ने लाठीचार्ज किया. इससे पुलिस और ग्रामीणों के बीच तनाव उत्पन्न हो गया है. अंतरवाली गांव में मराठा आरक्षण की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे मराठा प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया गया. अंतरवाली के सराती गांव में तनाव की स्थिति है. पुलिस का दावा है कि ग्रामीणों ने उन पर पथराव किया है.
मराठा विरोध मार्च की भूख हड़ताल का शुक्रवार को चौथा दिन था. प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि बातचीत के बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया. यह भी कहा जा रहा है कि पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी दागे. मराठा समुदाय के लिए आरक्षण की मांग को लेकर आज जालन्या के शाहगढ़ में मराठा जन आक्रोश प्रदर्शन किया गया. आंदोलनकारियों ने राज्य सरकार को मराठा समुदाय को आरक्षण देने का अल्टीमेटम दिया था.
लेकिन राज्य सरकार द्वारा आरक्षण को लेकर कोई ठोस निर्णय नहीं लेने के कारण आखिरकार आंदोलनकारियों ने अंतरवाली सराती में भूख हड़ताल शुरू कर दी है. अनशनकारियों ने चेतावनी दी थी कि जब तक राज्य सरकार मराठा आरक्षण पर कोई ठोस फैसला नहीं लेती, वे अपना अनशन खत्म नहीं करेंगे. पुलिस और प्रशासन ने जब उन्हें समझाने का प्रयास किया, तो प्रदर्शनकारी आक्रोशित हो गए और पथराव शुरू कर दिया.
कुछ पुलिस अधिकारी और महिला पुलिसकर्मी इस पथराव में घायल हो गए. इसके अलावा कुछ ग्रामीण भी घायल हुए. जानकारी के अनुसार पथराव में 20 से 25 पुलिसकर्मी घायल हुए. घायल पुलिसकर्मी को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया. प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, उपविभागीय पुलिस अधिकारी सचिन सांगले घायल हो गये. उनके अलावा एक महिला पुलिसकर्मी भी गंभीर रूप से घायल हुई.
इस मामले में सरकार को घेरते हुए पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने कहा कि मराठा आरक्षण की मांग को लेकर सारती अंतरवली, जिला अंबाड, जालना में चल रहे मनोज जारांगे पाटिल के आंदोलन को अमानवीय तरीके से कुचलने की राज्य सरकार की कार्रवाई की मैं कड़ी निंदा करता हूं. चौंकाने वाली जानकारी सामने आ रही है कि पुलिस ने प्रदर्शन पर अंधाधुंध आंसू गैस और लाठियां बरसाईं. सोशल मीडिया पर आ रहे वीडियो में जबरदस्ती की ज्यादती साफ नजर आ रही है.