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त्रिपुरा में बर्खास्त शिक्षकों की पुन:बहाली की मांग पर हो रहे प्रदर्शन पर पुलिस की रोक - शिक्षकों

काेराेना गाइडलाइंस की वजह से 10,323 बर्खास्त शिक्षकों की पुन: बहाली की मांग पर शिक्षकाें द्वारा किये जा रहे धरना-प्रदर्शन पर पुलिस ने राेक लगा दी. इसके बाद शिक्षकाें काे वापस लाैटना पड़ा.

धरना-प्रदर्शन
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Published : May 4, 2021, 1:56 PM IST

Updated : May 4, 2021, 4:06 PM IST

अगरतला : बर्खास्त शिक्षकों की पुन:बहाली की मांग पर सर्किट हाउस अगरतला में महात्मा गांधी की मूर्ति के सामने शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया गया. लेकिन, एसडीपीओ न्यू कैपिटल कॉम्प्लेक्स के नेतृत्व में पुलिस बल ने वहां पहुंचकर शिक्षकों को काेराेना के नए दिशानिर्देशों का हवाला देते हुए विरोध प्रदर्शन करने से रोक दिया. हालांकि शिक्षकों ने भी कानून तोड़ने की कोशिश नहीं की और कुछ ही समय में जगह खाली कर दी गई.

शिक्षकाें के प्रवक्ता बिजय कृष्ण साहा ने कहा कि उन्हें काेराेना के नए दिशानिर्देशों की जानकारी नहीं थी क्योंकि अधिसूचना उनके पास समय पर नहीं पहुंची थी. चूंकि धरने के लिए तारीख पूर्व निर्धारित थी, इसलिए शिक्षक यहां धरना देने आ गए. उन्हाेंने कहा 'हम कानून नहीं तोड़ेंगे. आंदाेलन के आगे की रणनीति बाद में तैयार की जाएगी.'

पुन:बहाली की मांग पर प्रदर्शन करते शिक्षक.

इसे भी पढ़ें : कोरोना की मार : देश के उच्च शिक्षण संस्थानों में ऑफलाइन परीक्षाएं स्थगित

वहीं एसडीपीओ एनसीसी पिया माधुरी मजुमदार ने कहा, उन्होंने विरोध-प्रदर्शन करने की अनुमति मांगी है, लेकिन उन्हें ऐसा करने की अनुमति नहीं दी जा सकती है क्योंकि मुख्य सचिव पहले ही सभी प्रकार के समारोहों पर प्रतिबंध लगा चुके हैं.

अगरतला : बर्खास्त शिक्षकों की पुन:बहाली की मांग पर सर्किट हाउस अगरतला में महात्मा गांधी की मूर्ति के सामने शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया गया. लेकिन, एसडीपीओ न्यू कैपिटल कॉम्प्लेक्स के नेतृत्व में पुलिस बल ने वहां पहुंचकर शिक्षकों को काेराेना के नए दिशानिर्देशों का हवाला देते हुए विरोध प्रदर्शन करने से रोक दिया. हालांकि शिक्षकों ने भी कानून तोड़ने की कोशिश नहीं की और कुछ ही समय में जगह खाली कर दी गई.

शिक्षकाें के प्रवक्ता बिजय कृष्ण साहा ने कहा कि उन्हें काेराेना के नए दिशानिर्देशों की जानकारी नहीं थी क्योंकि अधिसूचना उनके पास समय पर नहीं पहुंची थी. चूंकि धरने के लिए तारीख पूर्व निर्धारित थी, इसलिए शिक्षक यहां धरना देने आ गए. उन्हाेंने कहा 'हम कानून नहीं तोड़ेंगे. आंदाेलन के आगे की रणनीति बाद में तैयार की जाएगी.'

पुन:बहाली की मांग पर प्रदर्शन करते शिक्षक.

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वहीं एसडीपीओ एनसीसी पिया माधुरी मजुमदार ने कहा, उन्होंने विरोध-प्रदर्शन करने की अनुमति मांगी है, लेकिन उन्हें ऐसा करने की अनुमति नहीं दी जा सकती है क्योंकि मुख्य सचिव पहले ही सभी प्रकार के समारोहों पर प्रतिबंध लगा चुके हैं.

Last Updated : May 4, 2021, 4:06 PM IST
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