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DGPs IGPs Conference : पैदल गश्त जैसी पारंपरिक पुलिसिंग को मजबूत करने की जरूरत, नई प्रौद्योगिकियां अपनाएं - पीएम मोदी

पीएम नरेंद्र मोदी ने पुलिस महानिदेशकों और महानिरीक्षकों के अखिल भारतीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए पुलिस बलों को अधिक संवेदनशील बनाने और उन्हें उभरती प्रौद्योगिकियों में प्रशिक्षित करने का सुझाव भी दिया. साथ ही उन्होंने राज्यों में पुलिस संगठनों के लिए मानक के निर्माण पर बल दिया.DGPs IGPs Conference

DGPs IGPs Conference
पुलिस महानिदेशकों और महानिरीक्षकों की कांफ्रेंस
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Published : Jan 22, 2023, 10:50 PM IST

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि पुलिस बल को अधिक संवेदनशील बनाया जाना चाहिए और पैदल गश्त जैसे पारंपरिक पुलिस तंत्र को और मजबूत करते हुए उभरती प्रौद्योगिकियों में प्रशिक्षित किया जाना चाहिए. पुलिस महानिदेशकों/महानिरीक्षकों के 57वें अखिल भारतीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने क्षमताओं का लाभ उठाने और सर्वोत्तम तरीकों को साझा करने के लिए राज्य पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों के बीच सहयोग बढ़ाने पर भी जोर दिया.

  • Attended the DGP/IGP Conference in Delhi. There were extensive deliberations on different aspects relating to the police forces including integrating latest tech and strengthening traditional policing mechanisms. https://t.co/LEp7GNlFkZ pic.twitter.com/vhmhiw3TEL

    — Narendra Modi (@narendramodi) January 22, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

उन्होंने अप्रचलित आपराधिक कानूनों को निरस्त करने, राज्यों में पुलिस संगठनों के लिए मानकों के निर्माण सुझाव दिया. एक आधिकारिक बयान के अनुसार, 'प्रधानमंत्री ने पुलिस बल को अधिक संवेदनशील बनाने और उन्हें उभरती प्रौद्योगिकियों में प्रशिक्षित करने का सुझाव दिया.' उन्होंने अधिकारियों द्वारा लगातार दौरे कर सीमा के साथ-साथ तटीय सुरक्षा को मजबूत करने पर चर्चा की. प्रधानमंत्री मोदी ने एजेंसियों में डाटा विनिमय को सुचारू बनाने के लिए 'राष्ट्रीय डाटा गवर्नेंस फ्रेमवर्क' के महत्व को रेखांकित किया.

उन्होंने सुझाव दिया कि जहां पुलिस बल को बायोमेट्रिक्स आदि जैसे तकनीकी समाधानों का और अधिक लाभ उठाना चाहिए, वहीं पैदल गश्त जैसे पारंपरिक पुलिस तंत्र को और मजबूत करने की भी आवश्यकता है. मोदी ने जेल प्रबंधन में सुधार के लिए जेल सुधारों का भी समर्थन किया. प्रधानमंत्री मोदी ने उभरती चुनौतियों पर चर्चा करने और अपनी टीम के बीच सर्वोत्तम तरीकों को विकसित करने के लिए राज्य और जिला स्तरों पर डीजीपी/आईजीपी सम्मेलनों के मॉडल को दोहराने का आह्वान किया.

सम्मेलन में पुलिस तंत्र और राष्ट्रीय सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं को शामिल किया गया, जिसमें आतंकवाद रोधी, जवाबी कार्रवाई और साइबर सुरक्षा शामिल हैं. तीन दिवसीय बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल सहित अन्य ने हिस्सा लिया. राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से हाइब्रिड मोड में विभिन्न स्तरों के लगभग 600 और अधिकारियों ने सम्मेलन में भाग लिया.

ये भी पढ़ें - DGPs IGPs Conference: नेपाल-म्यांमार और भूमि सीमाओं पर सुरक्षा चुनौती - अमित शाह

(पीटीआई-भाषा)

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि पुलिस बल को अधिक संवेदनशील बनाया जाना चाहिए और पैदल गश्त जैसे पारंपरिक पुलिस तंत्र को और मजबूत करते हुए उभरती प्रौद्योगिकियों में प्रशिक्षित किया जाना चाहिए. पुलिस महानिदेशकों/महानिरीक्षकों के 57वें अखिल भारतीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने क्षमताओं का लाभ उठाने और सर्वोत्तम तरीकों को साझा करने के लिए राज्य पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों के बीच सहयोग बढ़ाने पर भी जोर दिया.

  • Attended the DGP/IGP Conference in Delhi. There were extensive deliberations on different aspects relating to the police forces including integrating latest tech and strengthening traditional policing mechanisms. https://t.co/LEp7GNlFkZ pic.twitter.com/vhmhiw3TEL

    — Narendra Modi (@narendramodi) January 22, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

उन्होंने अप्रचलित आपराधिक कानूनों को निरस्त करने, राज्यों में पुलिस संगठनों के लिए मानकों के निर्माण सुझाव दिया. एक आधिकारिक बयान के अनुसार, 'प्रधानमंत्री ने पुलिस बल को अधिक संवेदनशील बनाने और उन्हें उभरती प्रौद्योगिकियों में प्रशिक्षित करने का सुझाव दिया.' उन्होंने अधिकारियों द्वारा लगातार दौरे कर सीमा के साथ-साथ तटीय सुरक्षा को मजबूत करने पर चर्चा की. प्रधानमंत्री मोदी ने एजेंसियों में डाटा विनिमय को सुचारू बनाने के लिए 'राष्ट्रीय डाटा गवर्नेंस फ्रेमवर्क' के महत्व को रेखांकित किया.

उन्होंने सुझाव दिया कि जहां पुलिस बल को बायोमेट्रिक्स आदि जैसे तकनीकी समाधानों का और अधिक लाभ उठाना चाहिए, वहीं पैदल गश्त जैसे पारंपरिक पुलिस तंत्र को और मजबूत करने की भी आवश्यकता है. मोदी ने जेल प्रबंधन में सुधार के लिए जेल सुधारों का भी समर्थन किया. प्रधानमंत्री मोदी ने उभरती चुनौतियों पर चर्चा करने और अपनी टीम के बीच सर्वोत्तम तरीकों को विकसित करने के लिए राज्य और जिला स्तरों पर डीजीपी/आईजीपी सम्मेलनों के मॉडल को दोहराने का आह्वान किया.

सम्मेलन में पुलिस तंत्र और राष्ट्रीय सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं को शामिल किया गया, जिसमें आतंकवाद रोधी, जवाबी कार्रवाई और साइबर सुरक्षा शामिल हैं. तीन दिवसीय बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल सहित अन्य ने हिस्सा लिया. राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से हाइब्रिड मोड में विभिन्न स्तरों के लगभग 600 और अधिकारियों ने सम्मेलन में भाग लिया.

ये भी पढ़ें - DGPs IGPs Conference: नेपाल-म्यांमार और भूमि सीमाओं पर सुरक्षा चुनौती - अमित शाह

(पीटीआई-भाषा)

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