नई दिल्ली : लता मंगेशकर को पीएम मोदी ने देश की एकता-अखंडता का प्रेरक उदाहरण बताया है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर विस्तृत चर्चा का जवाब देने से पहले वे लता मंगेशकर के निधन पर कुछ बातें कहना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि देश ने आदरणीय लता दीदी जी को खो दिया. इतने लंबे समय तक जिनकी आवाज ने देश को मोहित और प्रेरित करने के अलावा देश को भावनाओं से भर दिया.
पीएम मोदी ने कहा, लता जी ने दिन-रात देश की सांस्कृतिक धरोहर और एकता को मजबूत किया. उन्होंने कहा कि लता जी ने लगभग 36 भाषाओं में देश की एकता को गाया (गीतों को स्वर दिया). उन्होंने कहा कि लता जी का जीवन भारत की एकता-अखंडता के लिए प्रेरक उदाहरण है. पीएम ने कहा, 'मैं आज आदरणीय लता दीदी जी को आदरपूर्वक श्रद्धांजलि देता हूं.'
इससे पहले संसद में बजट सत्र के छठे दिन भारत रत्न लता मंगेशकर को राज्य सभा और लोक सभा में श्रद्धांजलि दी गई. लोक सभा में स्पीकर ओम बिरला ने कहा, राष्ट्र के प्रति लता जी के योगदान को सम्मानित करते हुए 2009 में उन्हें भारत रत्न से अलंकृत किया गया. 1999 से नवंबर, 2005 तक लता मंगेशकर राज्य सभा की मनोनीत सदस्य रहीं. उन्होंने कहा कि संसद के ऐतिहासिक सेंट्रल हॉल में भारत की आजादी के स्वर्ण जयंती के मौके पर लता जी द्वारा गाया गया, 'सारे जहां से अच्छा, हिंदोस्तां हमारा...' गीत सभी लोगों के स्मृति पटल पर है. उन्होंने लोक सभा सांसदों से लता मंगेशकर की याद में दो मिनट का मौन रहने की अपील की.
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इससे पहले सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि देने के बाद सोमवार को राज्य सभा की कार्यवाही उनके सम्मान में एक घंटे के लिए स्थगित कर दी गई. सुबह 10 बजे राज्य सभा की कार्यवाही आरंभ होने पर सभापति एम वेंकैया नायडू ने लता मंगेशकर के निधन का जिक्र किया. सदस्यों ने कुछ क्षणों का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. इसके बाद नायडू ने उनके सम्मान में सदन की कार्यवाही एक घंटे के लिए स्थगित कर दी.