नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं नए संसद भवन पहुंचकर निर्माण कार्यों की जानकारी लेते रहते हैं. इसी सिलसिले में वह गुरुवार को नए संसद भवन का औचक निरीक्षण करने पहुंचे. पीएम मोदी यहां एक घंटे से अधिक समय तक रहे और इस दौरान यहां की सुविधाओं के बारे में जाना. इस बीच उन्होंने निर्माण कार्यों की बारीकी से जानने की कोशिश की. वहां काम पर जुटे मजदूरों से बातचीत की. पीएम मोदी ने संसद के दोनों सदनों में सुविधाओं के बारे में जाना. बता दें कि इससे पहले जुलाई में पीएम मोदी ने नए संसद भवन का दौरा किया था. इस बीच उन्होंने राष्ट्रीय प्रतीक चिन्ह का अनावरण किया था.
नया संसद भवन मौजूदा संसद के काफी करीब है. सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट भारत सरकार के लिए काफी महत्वपूर्ण है. इसमें देश के सभी मंत्रालयों का समावेश किया जाएगा. इसे अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस किया जा रहा है ताकि काम के दौरान किसी को कोई परेशानी का सामना ना करना पड़े. इसे भारत सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट कहा जाता है.
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इसमें देश का भविष्य आकार लेगा. वर्तमान में स्थापित संसद भवन 100 साल से अधिक पुराना है. नए संसद भवन का निर्माण 21वीं सदी की जरूरत के हिसाब से तैयार किया जा रहा है. इसमें आने वाले समय का भी ख्याल रखा जा रहा है. इसके निर्माण में आधुनिकता और पर्यावरण दोनों का ख्याल रखा गया है. नए संसद भवन में पारंपरिक रूपों और तत्वों में निहित आंतरिक और बाहरी सजावट के निर्माण के लिए लकड़ी के ढांचों का व्यापक उपयोग होगा. इसमें उत्तर प्रदेश के भदोही के हाथ से बुने कालीन भी होंगे.
(एएनआई)