नई दिल्ली : पेरिस की दो दिवसीय यात्रा पर यहां पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का गुरुवार को भव्य स्वागत किया गया. इस यात्रा के दौरान वह राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करेंगे और फ्रांस के राष्ट्रीय दिवस समारोह में विशिष्ट अतिथि के तौर पर शामिल होंगे. यहां पहुंचने के तुरंत बाद मोदी ने ट्वीट किया, 'पेरिस पहुंच गया. इस यात्रा के दौरान भारत-फ्रांस सहयोग को बढ़ावा देने के लिए उत्सुक हूं. आज मेरे विभिन्न कार्यक्रमों में शाम को भारतीय समुदाय के साथ बातचीत शामिल है.' फ्रांस की प्रधानमंत्री एलिजाबेथ बोर्न ने हवाई अड्डे पर मोदी की अगवानी की। हवाई अड्डे पर उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया और दोनों देशों का राष्ट्रगान बजाया गया.
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#WATCH प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आधिकारिक दो दिवसीय यात्रा के लिए पेरिस (फ्रांस) पहुंचे। pic.twitter.com/NJmmYgQ8Fq
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 13, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट किया, 'प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पेरिस हवाई अड्डे पर उतरे. रस्मी स्वागत किया गया. हवाई अड्डे पर प्रधानमंत्री एलिजाबेथ बोर्न ने उनका स्वागत किया. पेरिस में प्रधानमंत्री के व्यस्त कार्यक्रम में बैस्टिल दिवस समारोह में भागीदारी और फ्रांसीसी नेतृत्व, भारतीय प्रवासी, सीईओ और प्रमुख हस्तियों के साथ बातचीत सहित कई कार्यक्रम शामिल हैं.' पेरिस के लिए रवाना होने से पहले मोदी ने विश्वास जताया कि उनकी यात्रा से द्विपक्षीय रणनीतिक साझेदारी को नई गति मिलेगी. मैक्रों के साथ प्रधानमंत्री मोदी की बातचीत में द्विपक्षीय रक्षा संबंधों के विस्तार पर मुख्य रूप से ध्यान दिए जाने की उम्मीद है.
पीएम मोदी ने पेरिस में उनके स्वागत के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे भारतीय समुदाय के लोगों से बातचीत की. मोदी के पहुंचते ही उनके होटल के बाहर बड़ी संख्या में लोग खड़े हो गए. प्रधानमंत्री को प्रवासियों के साथ बातचीत करते देखा गया.
इससे पहले भारत और फ्रांस के बीच द्विपक्षीय संबंधों की सराहना करते हुए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि दोनों देशों के बीच संबंध 'उत्कृष्ट' स्थिति में हैं. उन्होंने कहा कि 'काले तूफ़ानों' के दौरान भी स्थिर और लचीले बने हुए हैं. राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के निमंत्रण पर पीएम मोदी फ्रांस की यात्रा पर निकले हैं. पीएम मोदी की दो दिवसीय यात्रा विशेष है, क्योंकि इस वर्ष भारत और फ्रांस के बीच रणनीतिक साझेदारी की 25वीं वर्षगांठ है.
गौरतलब है कि फ्रांस रवाना होने से पहले फ्रांसीसी अखबार लेस इकोस को दिए एक साक्षात्कार में पीएम मोदी ने कहा कि सबसे पहले, 1.4 अरब भारतीयों की ओर से, मैं भारत को आमंत्रित करने के लिए फ्रांस, उसकी सरकार और व्यक्तिगत रूप से राष्ट्रपति मैक्रों का हार्दिक आभार व्यक्त करना चाहता हूं.
भारत और फ्रांस का संबंध निर्णायक मोड़ पर: पीएम मोदी ने कहा कि दोनों देशों के बीच संबंध इस समय निर्णायक मोड़ पर हैं और रणनीतिक साझेदारी की सफलता संबंधों को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण रही है. भारत-फ्रांस साझेदारी पर गहराई से चर्चा करते हुए, पीएम मोदी ने कहा कि अंतरिक्ष और रक्षा जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में हमारी साझेदारी पांच दशक या उससे अधिक पुरानी है. यह एक ऐसा चरण था जब पश्चिम का भारत के प्रति मैत्रीपूर्ण स्वभाव नहीं था.
मजबूत, विश्वसनीय, सुसंगत रहा है भारत से फ्रांस का रिश्ता: इसलिए, यह यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि फ्रांस पहला पश्चिमी देश था जिसके साथ हमने रणनीतिक साझेदारी की घोषणा की थी. वह भारत सहित दुनिया के लिए एक कठिन समय था. तब से हमारा रिश्ता एक साझेदारी में बदल गया है जो न केवल हम दो देशों के लिए महत्वपूर्ण है बल्कि इसका बड़ा भू-राजनीतिक परिणाम है. यह पुष्टि करते हुए कि दोनों देशों के बीच संबंध उत्कृष्ट स्थिति में हैं. पीएम मोदी ने कहा कि भारत और फ्रांस का रिश्ता उत्कृष्ट स्थिति में है. यह मजबूत, विश्वसनीय, सुसंगत है. यह सबसे गहरे तूफानों में भी स्थिर और लचीला रहा है. यह अवसरों की तलाश में साहसिक और महत्वाकांक्षी रहा है.
दोनों देशों का बहुपक्षवाद में अटूट विश्वास: फ्रांसीसी अखबार लेस इकोस को दिए गए पीएम के साक्षात्कार के अंग्रेजी अनुवाद के अनुसार. पीएम मोदी ने कहा कि हमारे बीच आपसी विश्वास और भरोसे का स्तर बेजोड़ है. यह साझा मूल्यों और दृष्टिकोण से उपजा है. हम रणनीतिक स्वायत्तता की एक मजबूत भावना साझा करते हैं. उन्होंने कहा कि दोनों देश अंतरराष्ट्रीय कानून के प्रति गहरी प्रतिबद्धता है. हम दोनों एक बहुध्रुवीय दुनिया चाहते हैं. हम दोनों एक साथ चलते हैं. उन्होंने कहा कि दोनों देशों का बहुपक्षवाद में अटूट विश्वास है.
भारत और फ्रांस मिलकर करेंगे चीन का मुकाबला: चीन के साथ अपने खराब समीकरणों के बीच भारत को रणनीतिक समर्थन देने के संबंध में फ्रांस की अपेक्षाओं पर एक सवाल के जवाब में, पीएम मोदी ने कहा कि भारत और फ्रांस के बीच एक व्यापक और समग्र रणनीतिक साझेदारी है जिसमें राजनीति, रक्षा, सुरक्षा, अर्थव्यवस्था और मानव-केंद्रित विकास के क्षेत्रों में सहयोग शामिल है.
दोनों देश किसी भी चुनौती से निपटने में सक्षम : पीएम मोदी ने लेस इकोस से कहा कि जब समान दृष्टिकोण और मूल्यों वाले देश द्विपक्षीय रूप से, बहुपक्षीय व्यवस्था में या क्षेत्रीय संस्थानों में एक साथ काम करते हैं, तो वे किसी भी चुनौती से निपट सकते हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इंडो पैसिफिक क्षेत्र सहित हमारी साझेदारी किसी भी देश के खिलाफ या उसकी कीमत पर निर्देशित नहीं है. हमारा उद्देश्य हमारे आर्थिक और सुरक्षा हितों की रक्षा करना, नेविगेशन और वाणिज्य की स्वतंत्रता सुनिश्चित करना, अंतरराष्ट्रीय कानून के शासन को आगे बढ़ाना है.
विशिष्ट अतिथि के रूप में सम्मिलित होंगे पीएम मोदी: इससे पहले यात्रा में निकलने से पहले पीएम मोदी के कार्यालय की ओर से एक बयान जारी किया गया. पीएम मोदी की ओर से कहा गया है कि कहा गया कि मैं अपने मित्र फ्रांस के राष्ट्रपति महामहिम इमेनुएल मैक्रों के निमंत्रण पर 13 से 14 जुलाई तक फ्रांस के राजकीय दौरे पर रहूंगा. यह यात्रा इस लिये विशिष्ट है क्योंकि मुझे राष्ट्रपति मैक्रों के साथ फ्रांस के राष्ट्रीय दिवस या बैस्टिल-डे पर पेरिस में होने वाले समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में सम्मिलित होना है. पीएम मोदी ने कहा कि बैस्टिल-डे परेड में भारत की तीनों सेनाओं का दल भी हिस्सा लेगा, जबकि भारतीय वायुसेना इस अवसर पर फ्लाई-पास्ट का प्रदर्शन करेगी.
उन्होंने कहा कि इस वर्ष हमारी रणनीतिक साझेदारी की वर्षगांठ है. गहरे विश्वास और संकल्प में निहित हमारे दोनों देशों के बीच रक्षा, अंतरिक्ष, असैन्य परमाणु, नीली अर्थव्यवस्था, व्यापार, निवेश, शिक्षा, संस्कृति और लोगों के बीच मेल-मिलाप सहित विभिन्न क्षेत्रों में करीबी सहयोग हो रहा है. हम क्षेत्रीय और वैश्विक विषयों पर भी मिलकर काम करते हैं.
विस्तृत विषयों पर चर्चा करने को उत्सुक : पीएम मोदी ने कहा कि मैं राष्ट्रपति मैक्रों से अपनी मुलाकात और विस्तृत विषयों पर चर्चा करने को उत्सुक हूं ताकि दीर्घकालीन और समय पर खरी उतरने वाली हमारी साझेदारी अगले 25 वर्षों के कालखंड में और आगे बढ़े. पीएम मोदी ने राष्ट्रपति मैक्रों से हुई पिछली मुलाकातों को भी याद किया. उन्होंने कहा कि साल 2022 की मेरी पिछली फ्रांस यात्रा के बाद से मुझे राष्ट्रपति मैक्रों से मिलने के अनेक अवसर मिले हैं. हाल ही मई 2023 में जी-7 शिखर वार्ता के दौरान जापान के हिरोशिमा में मैं उनसे मिला था.
फ्रांस में इन नेताओं से भी मिलेंगे मोदी : पीएम मोदी ने अपने वक्तव्य में कहा कि मैं फ्रांस की प्रधानमंत्री महामहिम एलिजाबेथ बोर्न, सीनेट के अध्यक्ष महामहिम जेरार्ड लार्शल और नेशनल असेम्बली की अध्यक्ष येल ब्रॉन-पिवे सहित फ्रांस के नेतृत्व से बातचीत करने के लिये भी उत्सुक हूं. अपनी यात्रा के दौरान, मुझे ऊर्जावान भारतीय समुदाय, दोनों देशों के दिग्गज सीईओ और फ्रांस के प्रसिद्ध महानुभावों से मिलने का अवसर मिलेगा. मुझे विश्वास है कि मेरी यात्रा से हमारी रणनीतिक साझेदारी को नई गति मिलेगी.
अबू धाबी, संयुक्त अरब अमीरात की राजकीय यात्रा का जिक्र : फ्रांस रवाना होने से पहले पीएम मोदी ने कहा कि पेरिस से मैं 15 जुलाई को अबू धाबी, संयुक्त अरब अमीरात की राजकीय यात्रा पर जाऊंगा. मैं संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति और अबू धाबी के शासक अपने मित्र महामहिम शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान से मिलने के लिये उत्सुक हूं. हमारे दोनों देश व्यापार, निवेश, ऊर्जा, खाद्य सुरक्षा, विज्ञान व प्रौद्योगिकी, शिक्षा, फिन-टेक, रक्षा, सुरक्षा और लोगों के बीच गहरे मेल-मिलाप जैसे विस्तृत क्षेत्रों में सहयोग करते हैं.
पिछले वर्ष राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद और मैं हमारी भावी साझेदारी का रोडमैप बनाने पर सहमत हुये थे. मैं उनके साथ चर्चा करने की प्रतीक्षा में हूं कि कैसे हम अपने रिश्तों को और गहरा बना सकते हैं.
जलवायु के मुद्दों पर रहेगा पीएम मोदी का ध्यान : पीएम मोदी ने संयुक्त अरब अमीरात इस वर्ष के अंत तक यूएनएफसीसी (कॉप-28) के पक्षकारों के 28वें सम्मेलन की मेजबानी करेगा. मैं जलवायु संबंधी कार्यवाही को तेज करने के बारे में वैश्विक सहयोग को मजबूत बनाने पर विचारों का आदान-प्रदान करूंगा, ताकि पेरिस समझौते के तहत ऊर्जा अंतरण व क्रियान्वयन को संभव बनाया जा सके.
पीएम मोदी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि मुझे विश्वास है कि संयुक्त अरब अमीरात की मेरी यात्रा से हमारी समग्र रणनीतिक साझेदारी का एक नया अध्याय शुरू होगा. इससे पहले गुरुवार सुबह पीएम मोदी दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर फ्रांस के लिए रवाना हुए.
(इनपुट एजेंसियां)