रायपुर: छत्तीसगढ़ में भाजपा का चुनावी शंखनाद करने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजधानी रायपुर पहुंचे. यहां उन्होंने 7600 करोड़ रुपयों की विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास, शुभारंभ और लोकार्पण किया. इस मौके पर सीएम भूपेश बघेल और डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव भी मौजूद रहे.
छत्तीसगढ़ को पीएम मोदी ने क्या सौगात दी: चार साल बाद छत्तीसगढ़ पहुंचे पीएम मोदी ने प्रदेश में 7600 करोड़ की योजनाओं का लोकार्पण और शुभारंभ किया. इनमें 33 किलोमीटर लंबी रायपुर-कोडेबोड़ खंड फोर लेन सड़क शामिल है. NH-30 पर बनी सड़क की लागत 988 करोड़ रुपए है. एनएच-30 के बिलासपुर-अंबिकापुर मार्ग पर 53 किलोमीटर लंबे बिलासपुर- पथरापाली 4 लेन सड़क का लोकार्पण भी पीएम मोदी ने किया. इस सड़क से यूपी से कनेक्टिवटी बढ़ेगी और आवागमन भी पहले से बेहतर होगा. इस सड़क की लागत 1261 करोड़ रुपए है.
6 लेन वाले ग्रीनफील्ड रायपुर- विशाखापत्तनम कॉरिडोर पर तीन राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं की नींव भी पीएम मोदी ने रखी. जिनमें एनएच- 30 पर 43 किलोमीटर लंबे 6- लेन वाले झांकी- सरगी खंड , एनएच- 30 पर 57 किलोमीटर लंबे 6- लेन वाले सरगी- बसनवाही और एनएच- 30 पर 25 किलोमीटर लंबे 6- लेन वाले बसनवाही- मारंगपुरी रोड का निर्माण शामिल है. इस परियोजना में 2.8 किलोमीटर लंबी 6 लेन सुरंग भी शामिल है.
राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं में सबसे खास उदंती वन्यजीव अभयारण्य क्षेत्र में 2.8 किलोमीटर लंबी 6-लेन सुरंग है. इसमें वन्यजीव के मूवमेंट के लिए 27 एनिमल पास और 17 बंदर छतरियां (monkey canopies) बनाई गई है ताकि उनके मूवमेंट में कोई परेशानी न हो.
छत्तीसगढ़वासियों को पीएम मोदी ने दी बधाई: परियोजनाओं का शुभारंभ करने के बाद पीएम मोदी ने जनसभा को संबोधित किया. पीएम ने कहा छत्तीसगढ़ की विकास यात्रा में आज का दिन बहुत महत्वपूर्ण है. यह बड़ा दिन है. आज छत्तीसगढ़ को 7 हजार करोड़ से ज्यादा की परियोजनाओं का उपहार मिला है. यह उपहार इंफ्रास्ट्रक्चर कनेक्टिविटी छत्तीसगढ़ के लोगों का जीवन सरल बनाने के लिए है. यहां रोजगार के कई अवसर बनेंगे. यहां के किसानों, उद्यमियों और टूरिज्म को भी इस प्रोजेक्ट से लाभ होगा. आदिवासी क्षेत्रों में सुविधा और विकास की नई यात्रा शुरू होगी.
प्रधानमंत्री सड़क योजना से प्रदेश के गांव गांव तक पहुंचा रोड: पीएम मोदी ने कहा -जहां इंफ्रास्ट्रक्चर अच्छा रहा, वहां विकास भी उतनी तेजी से पहुंचा. इंफ्रास्ट्रक्चर यानि लोगों के जीवन में आसानी, रोजगार के नए अवसरों का निर्माण होता है. आज भारत में आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित हो रहा है. पिछले 9 साल में छत्तीसगढ़ के आदिवासी गांवों में प्रधानमंत्री सड़क योजना के जरिए सड़क पहुंची है. नेशनल हाइवे की परियोजनाएं शुरू की गई हैं. 3000 किलीमीटर परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं. रेल हो रोड हो टेलिकाम हो हर तरह की कनेक्टिविटी के लिए भारत सरकार ने छत्तीसगढ़ में अभूतपूर्व काम किया है.
वनांचल क्षेत्र को आदिवासियों को मिल रहा फायदा: पीएम ने कहा कि आदिवासियों को फायदा मिल रहा है. अस्पताल पहुंचने में लोगों को सुविधा हो रही है. किसानों, मजदूरों को सीधा लाभ हो रहा है. आदिवासियों के गांवों में मोबाइल टावर लगाए जा रहे हैं. मोबाइल कनेक्टिविटी पहुंचने से लोगों को मदद मिल रही है. यही सामाजिक न्याय है.
आज छत्तीसगढ़ दो दो इकॉनामिक कॉरिडोर से जुड़ रहा है. रायपुर धनबाद और रायपुर विशाखापटनम कॉरिडोर. ये उन जिलों से होकर गुजर रहे हैं, जो कभी पिछड़े कहे जाते थे. अब विकास की नई गाथा लिखी जा रही है. रायपुर विशाखापटनम कॉरिडोर नई लाइफलाइन बनेगा. धमतरी की धान, कांकेर की बाक्साइट, कोंडागांव के हस्तशिल्प के लिए नया मार्ग मिलेगा. यह सड़क वन्यजीव क्षेत्र से गुजरेगी. इसमें वन्यजीवों की सहूलियत के लिए टनल और एनिमल पास बनाए गए हैं.
नई ट्रेनों से लोगों का आवागमन आसान हो जाएगा. जहां प्राकृतिक संपदा है, वहां नए अवसर बनेंगे. इस दिशा में भारत सरकार के प्रयास से छत्तीसगढ़ में औद्योगिकीकरण को तेजी मिली है.
छत्तीसगढ़ को 2800 करोड़ रॉयल्टी मिली है. जिन जिलों में खनिज संपदा है, उन्हें मिनरल फंड से फायदा मिला है. भारत सरकार के प्रयासों से छत्तीसगढ़ में एक करोड़ से ज्यादा जनधन खाते खुले हैं, जिनमें छह हजार करोड़ से ज्यादा पैसे जमा हैं. जनधन खातों की वजह से गरीबों को सरकार से सीधी मदद मिल रही है.
छत्तीसगढ़ के युवाओं के रोजगार के लिए भी भारत सरकार लगातार काम कर रही है. मुद्रा योजना के तहत छत्तीसगढ़ के युवाओं को 40 हजार करोड़ की मदद दी गई है. आदिवासी और गरीब परिवार के युवाओं ने काम शुरू किया है. कोरोनाकाल में भी भारत सरकार ने 2 लाख उद्यम को लगभग 5 हजार करोड़ की मदद दी है.
छत्तीसगढ़ को ज्यादा से ज्यादा मिले मदद: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि यह हमारे लिए बहुत खुशी की बात है कि हमारे प्रधानमंत्री छत्तीसगढ़ के दौरे में आये हैं. प्रभु श्रीराम के ननिहाल और माता कौशल्या की भूमि में मैं उनका स्वागत करता हूँ. प्रधानमंत्री जी से हम कई मंचों में मिलते हैं और नीति आयोग की बैठकों में मिलते हैं. हम मांग भी करते हैं लेकिन उन्हें और दोहराना नहीं चाहता. मैं गडकरी जी के साथ भी बैठता हूँ, जितना मांगते हैं, उससे ज्यादा ही देते हैं. हम तो मांगते ही रहेंगे लेकिन और ज्यादा नहीं कहना चाहता हूं. फिर भी इतना कहना चाहता हूँ कि हमारा राज्य नवोदित राज्य है इसलिए ज्यादा से ज्यादा मदद हमको मिलती रहे.
बिलासपुर हादसे में कार्यकर्ताओं की मौत पर पीएम ने जताया दुख: हजारों करोड़ों की योजनाओं के लोकार्पण और शुभारंभ कार्यक्रम के बाद पीएम नरेंद्र मोदी भाजपा के कार्यक्रम विजय संकल्प रैली में पहुंचे. वहां उन्होंने सबसे पहले रैली में आ रहे लोगों की हादसे में हुई मौत पर दुख जताया.
छत्तीसगढ़ के विकास के लिए केंद्र ने झोंखी ताकत: भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि छत्तीसगढ़ बनाने में भाजपा की प्रमुख भूमिका रही है. छत्तीसगढ़ युवा ऊर्जा से भरा हुआ है. लेकिन छत्तीसगढ़ के विकास के सामने एक बहुत बड़ा पंजा दीवार बनकर खड़ा हो गया है. भाजपा सरकार ने दिल्ली से जो योजनाएं शुरू कराई , उसमें भी कांग्रेस सरकार अड़ंगा लगा रही है. प्रधानमंत्री आवास योजना इसका उदाहरण है. धान खरीदी को लेकर भी कांग्रेस सरकार खेल खेल रही है. यहां की सरकार किसानों को गुमराह करने में जुटी है. गंगाजी की झूठी कसम खाने का पाप कांग्रेस ही कर सकती है. छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने 36 वादे किए थे. लेकिन शराबंबदी का वादा अबतक पूरा नहीं किया, बल्कि हजारों करोड़ रुपए का शराब घोटाला यहां जरूर हो गया. मोदी ने यह भी कहा कि यहां ढाई साल सीएम वाला फॉर्मूला लागू नहीं हो पाया. कांग्रेस पार्टी के लिए छत्तीसगढ़ एक एटीएम की तरह है. कांग्रेस करप्शन की, कमीशनखोरी की गारंटी है.
विपक्षी एकता पर निशाना: पीएम मोदी ने विपक्ष के एकजुट होने को लेकर भी निशाना साधा. पीएम ने कहा कि जिनके दामन दागदार हैं, वे आज एक साथ आने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन मोदी को डरा नहीं पाएंगे, मोदी को डिगा पाएंगे. देश के हर भ्रष्टाचारी को एक बात कान खोलकर सुन लेनी चाहिए, वो अगर भ्रष्टाचार की गारंटी है तो मोदी भ्रष्टाचार पर कार्यवाही की गारंटी है.
आदिवासी वोट बैंक पर नजर: पीएम मोदी ने कहा कि कुछ साल पहले तक नक्सलवाद प्रभावित जिलों की संख्या 126 के आसपास थी. अब इनकी संख्या घटकर 70 के आसपास रह गई है. कांग्रेस ने जनजातीय समाज को हमेशा वोट बैंक के लिए यूज किया. साधन, सुविधा से वंचित रखा. हमने आकांक्षी जिला बनाकर पिछड़े जिलों का विकास किया है. पीएम मोदी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने आदिवासी सेनानियों का भी ध्यान नहीं रखा. आखिर में मोदी ने छत्तीसगढ़ी में यह भी कहा कि जनता ठान चुकी है कि कांग्रेस की भ्रष्ट सरकार को बदलना है.