मुंबई : महाराष्ट्र के नासिक में ऑक्सीजन लीकेज से 24 लोगों की मौत हो गई है. घटना जाकिर हुसैन अस्पताल की है, जहां ऑक्सीजन टैंक लीक होने के बाद 24 लोगों की मौत हो गई है.
घटना पर पीएम मोदी ने शोक जताया. पीएम ने कहा कि नासिक के एक अस्पताल में ऑक्सीजन टैंक रिसाव की वजह से हादसा दिल दहला देने वाला है. इससे होने वाले जानमाल के नुकसान से दुखी हूं. इस दुख की घड़ी में परिवारों के प्रति संवेदना.
पीएम के अलावा घटना पर शोक व्यक्त करते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा है कि नासिक के एक अस्पताल में ऑक्सिजन लीक होने से हुई दुर्घटना का समाचार सुन व्यथित हूं. इस हादसे में जिन लोगों ने अपनों को खोया है उनकी इस अपूरणीय क्षति पर अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं. बाकी सभी मरीजों की कुशलता के लिए ईश्वर से प्रार्थना करता हूं.
वहीं इस मामले में पूर्व सीएम और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि नासिक में जो हुआ वह भयानक है. कहा जा रहा है कि 11 लोगों की मौत हो गई जो बहुत चिंताजनक है. मेरी मांग है कि जरूरत पड़ने पर अन्य मरीजों की मदद की जाए और उन्हें स्थानांतरित किया जाए. हम हादसे की विस्तृत जांच की मांग करते हैं.
राहुल गांधी ने भी घटना पर शोक व्यक्त किया. कांग्रेस नेता ने कहा कि नासिक के जाकिर हुसैन अस्पताल में मरीजों की मौत की खबर बेहद दुखद है. पीड़ित परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना. मैं राज्य सरकार और पार्टी कार्यकर्ताओं से हर संभव सहायता प्रदान करने की अपील करता हूं.
घटना को लेकर महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें घटना की पूरी जानकारी नहीं है, जिसे ही उन्हें विस्तृत जानकारी मिलेगी वो इस बारे में जानकारी देंगे.
इससे पहले नासिक में हुई घटना पर फूड एंड ड्रग्स मंत्री डॉ राजेंद्र सिंघे ने कहा कि यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है. प्रारंभिक जानकारी के अनुसार पता चला है कि हादसे में 11 लोग मारे गए हैं. हम एक विस्तृत रिपोर्ट प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हैं. हमने जांच का आदेश दिया है और जो लोग इस घटने के लिए जिम्मेदार हैं उन्हें बख्शा नहीं जाएगा.
घटना पर नासिक के कलेक्टर सूरज मंधारे ने कहा कि जाकिर हुसैन अस्पताल के ऑक्सीजन टैंक में रिसाव था, जो मरीज वेंटिलेटर पर थे उन्हें दूसरे अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया था, उक्त अवधि के दौरान मरीजों को ऑक्सीजन की कमी का सामना करना पड़ा.
उन्होंने बताया कि एक निजी कंपनी का टैंकर अस्पताल में ऑक्सीजन भरने के लिए आया था कुछ तकनीशियन उनके साथ थे, उन्होंने ऑक्सीजन रिसाव की मरम्मत की, इस घटना में अब तक कुल 22 मरीजों की मौत हो गई.
पढ़ें - मानवता पर कोरोना का कहर: पत्नी के इलाज के लिए भटकता रहा BSF जवान
बता दें कि अस्पताल में आज सवेरे 11.30 बजे टैंक से ऑक्सीजन लीक होनी शुरू हुई थी, जिसके बाद फायर विभाग की टीम मौके पर पहुंची और लीक पर काबू पाने की कोशिश की.फिलहाल टैंक से हो रही ऑक्सीजन लीक पर लगभग काबू पाया जा चुका है. टैंक से ऑक्सीजन लीक के दौरान कुछ वैंटिलेटर्स पर ऑक्सीजन की सप्लाई प्रभावित हुई है.
बताया जा रहा है कि ऑक्सीजन लीक से प्रभावित मरीजों की की देखभाल की जा रही है, कुछ मरीजों को ऑक्सीजन बेड से वेंटीलेटर बेड पर शिफ्ट किया गया है, कुछ मरीजों को अन्य अस्पतालों में शिफ्ट किया गया है.