चेन्नई : चेन्नई-कोयंबटूर वंदे भारत ट्रेन से गिरकर बुजुर्ग की मौत के मामले में दो कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया गया है. हादसा 26 सितंबर को हुआ था, जिसमें ये कार्रवाई की गई है.
वंदे भारत ट्रेन सेलम के रास्ते चेन्नई और कोयंबटूर के बीच चलती है. 26 तारीख को तिरुवल्लुवर स्ट्रीट, चेन्नई किलकटलाई के एक सेवानिवृत्त यातायात निरीक्षक 70 साल के पौलेश (Paulesh) अपनी पत्नी रोज़ मार्गरेट के साथ वंदे भारत ट्रेन के सी 3 डिब्बे में इरोड के लिए यात्रा कर रहे थे.
शाम 6.05 बजे ट्रेन सेलम पहुंची. ट्रेन 4 नंबर प्लेटफॉर्म पर रुकी. बताया जा रहा है कि पौलेश अपनी सीट से उठकर ट्रेन के आपातकालीन दरवाजे के पास खड़े हो गए. अचानक आपातकालीन दरवाजा खुल गया और वह दूसरी तरफ प्लेटफॉर्म नंबर पांच की रेलिंग पर गिर गए.
करीब 6 फीट की ऊंचाई से गिरने के बाद पौलैश के सिर में गंभीर चोटें आईं और उनकी मौके पर ही मौत हो गई. इस घटना में रेलवे अधिकारी इस बात की जांच कर रहे हैं कि जब किसी ने बटन नहीं दबाया तो आपातकालीन दरवाजा कैसे खुल गया और पौलेश नीचे गिर गए.
सलेम रेलवे मंडल प्रबंधक पंकजकुमार सिन्हा सीधे रेलवे स्टेशन पहुंचे और पूछताछ की. इसके बाद वह सीधे कोयंबटूर के लिए रवाना हो गए और वंदे भारत ट्रेन के सी3 डिब्बे के सीसीटीवी फुटेज की जांच की.
इसमें दिखा कि 2 रेलवे कर्मचारी प्लेटफॉर्म नंबर पांच के एरिया में थे, ट्रैक से नीचे उतरे और वंदे भारत ट्रेन के आपातकालीन दरवाजे का बटन दबा दिया. फिर ट्रेन पर चढ़े और दूसरे छोर पर प्लेटफार्म 4 पर उतर गए. दोनों के जाने के कुछ देर बाद पौलेश आपातकालीन गेट क्षेत्र में आए, उन्होंने दरवाजे पर हाथ रखा और नीचे गिर गए.
मंडल प्रबंधक वंदे भारत ट्रेन का आपातकालीन दरवाजा खोलने वाले रेलवे कर्मचारियों की जांच कर रहे थे. पता चला कि वे थमराईचेलवन और वाईएस मीना थे जो सलेम रेलवे स्टेशन पर पॉइंट मैन के रूप में काम कर रहे थे. इसके बाद मंडल प्रबंधक पंकजकुमार सिन्हा ने दोनों को निलंबित करने का आदेश दिया. इसके बाद दोनों के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए गए.