नई दिल्ली : इस साल चुनावों के दौरान पार्टियों को 1100 करोड़ रूपये मिले जिसमें सबसे ज्यादा प्रचार पर खर्च किया गया. इन दलों ने 500 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए, जिनमें से एक बड़ा हिस्सा स्टार प्रचारकों के लिए विज्ञापनों और यात्रा (Advertisements and travel for star campaigners) मद में गया.
एक अध्ययन में यह कहा गया कि असम, केरल, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और पुडुचेरी में विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा को सबसे ज्यादा 611.69 करोड़ रुपये मिले और उसने 252 करोड़ रुपये खर्च किए.
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (Association for Democratic Reforms) और नेशनल इलेक्शन वॉच की एक रिपोर्ट (A report by National Election Watch) में कहा गया है कि कुल मिलाकर भाजपा ने मीडिया में विज्ञापन सहित प्रचार पर 85.26 करोड़ रुपये और स्टार प्रचारकों तथा अन्य नेताओं की यात्रा पर 61.73 करोड़ रुपये खर्च किए हैं.
कांग्रेस को 193.77 करोड़ रुपये की राशि प्राप्त हुई और पार्टी ने 85.62 करोड़ रुपये खर्च किए, जिसमें प्रचार पर 31.45 करोड़ रुपये और यात्रा खर्च के लिए 20.40 रुपये शामिल हैं. तीसरे स्थान पर द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) रही. पार्टी को 134 करोड़ रुपये की रकम मिली. द्रमुक ने कुल 114.14 करोड़ रुपये खर्च किए.पार्टी ने प्रचार पर 52.144 करोड़ रुपये और अपने स्टार प्रचारकों तथा अन्य नेताओं की यात्रा के लिए 2.41 करोड़ रुपये खर्च किए.
रिपोर्ट में कहा गया है कि चुनाव के दौरान मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) को कुल 79.24 करोड़ रुपये, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) को 56.32 करोड़ रुपये, अन्नाद्रमुक को 14.46 करोड़ रुपये और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) को 8.05 करोड़ रुपये मिले.
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रिपोर्ट में कहा गया है कि असम, केरल, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और पुडुचेरी विधानसभा चुनावों के दौरान 2021 में 19 राजनीतिक दलों द्वारा एकत्र किया गया कुल धन 1116.81 करोड़ रुपये था और कुल खर्च 514.30 करोड़ रुपये हुआ.
(पीटीआई-भाषा)