आगराः भले ही सीएम योगी के एक्शन से भूमाफियाओं में खौफ है. सीएम योगी की सूबे में माफियाओं को मिट्टी में मिलाने जनता खूब सराहना कर रही है मगर, सीएम योगी जिस गोरखपीठ मठ के पीठाधीश्वर हैं उसी मठ की जमीन पर आगरा में कब्जा किया जा रहा है. मठ से जुड़ी जमीन में फर्जीवाड़ा आगरा नगर निगम में हुआ है. नगर निगम ने मठ की जमीन पर किरायेदारों को मालिक बना दिया है. मठ की जमीन पर कब्जे की ऐसी कई शिकायतें सामने आईं है. इसे लेकर सीएम योगी के दूत (नियुक्त संत) कार्यालयों के चक्कर लगा रहे हैं.
बता दें कि, गोरखनाथ मठ का आगरा से गहरा संबंध है. शहर में गोरखनाथ मठ से जुड़ी कई प्रॉपर्टी हैं. इन संपत्तियों को मठ की ओर से किराए पर दिया गया था. अब मठ की जमीन पर दस्तावेजों में फर्जीवाड़ा करके कब्जा किया गया है. इसकी शिकायत मिलने पर गोरखनाथ मठ से महंत योगी मंगल नाथ को जमीन मुक्त कराने का जिम्मा दिया गया है.
सीएम योगी ने किया है नियुक्त
महंत योगी मंगल नाथ ने बताया कि जिन लोगों ने मठ की जमीन पर कब्जा किया है. उसमें सचिन गोयल, अनुज गोयल समेत 20-25 लोग हैं जो भूमाफिया हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि पहले ये आरोपी मठ की जमीन किराए पर लेते हैं. फिर, उसे अपनी बताकर दूसरे लोगों को बेच देते हैं. जब ये फर्जीवाड़ा और जमीन पर कब्जा का खुलासा हुआ तो गोरखपुर मठ से पीठाधीश्वर महंत व सीएम योगी ने मुझे नियुक्त किया है. मैं कार्यालयों में चक्कर लगा रहा हूं. गोरखपुर मठ से जुड़ी जमीनों में फर्जीवाडे की शिकायत नगर निगम और डीएम कार्यालय में की है. इस संबंध में बुधवार को नगर आयुक्त से मुलाकात नहीं हो सकी.
किराएदार बन गए जमीन के मालिक
महंत योगी मंगल नाथ ने बताया कि शहर में कई स्थानों पर गोरखनाथ मठ से जुड़ी जमीनें हैं. कुछ लोगों को जमीन का पट्टा किया था. उक्त लोगों ने फर्जीवाड़ा करके अब नगर निगम में जमीन का असिसमेंट अपने नाम करवा लिया है. जब इसकी जानकारी हुई तो जमीन की नकल निकलवाई. इसमें पट्टा लेने वाले ही मालिक बना दिए हैं जबकि, जमीन पर मालिकाना हक दर्ज गोरखानाथ मठ है. ये जमीन छत्ता के हाथीघाट, शीतला गली, कुटुम्भी भैरल, बाल भैरव और आगरा कैंट पर हैं जिन पर किराएदार ही मालिक बन गए हैं.
अधिकारी नहीं दे रहे दस्तावेज
महंत योगी मंगल नाथ ने बताया कि मठ की जमीन पर किए गए फर्जीवाड़ा और कब्जा को लेकर गोरखनाथ मठ से एक पत्र डीएम के लिए भेजा गया है. डीएम से मुलाकात हुई उन्हें पूरे प्रकरण से अवगत कराया गया है. अब नगर आयुक्त के नाम पत्र दिया गया है. महंत योगी मंगल नाथ ने बताया कि अधिकारी के कार्यालय में शिकायत की गई है. अभी तक तहसील कार्यालय, डीएम कार्यालय और नगर निगम से कोई दस्तावेज नहीं दिया गया है. जल्द ही शिकायत पर सुनवाई नहीं हुई तो सीएम योगी आदित्यनाथ से शिकायत करेंगे.
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