नई दिल्ली: कांग्रेस समेत 16 विपक्षी दलों ने संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण में विभिन्न मुद्दों पर सरकार को घेरने के लिए आगे की रणनीति पर मंगलवार को चर्चा की. सूत्रों के अनुसार, ये विपक्षी दल केंद्रीय एजेंसियों के कथित दुरुपयोग और अडाणी समूह से जुड़े मामले पर इस सत्र में सरकार को घेरने को लेकर एकजुट हैं. राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के संसद भवन स्थित कक्ष में हुई बैठक में खरगे के अलावा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल एवं जयराम रमेश, द्रमुक के टीआर बालू, शिवसेना (उद्धव) के संजय राउत, आम आदमी पार्टी के राघव चड्ढा और कई अन्य दलों के नेता शामिल हुए.
तृणमूल कांग्रेस इस बैठक में शामिल नहीं हुई. उसके सदस्यों ने अडाणी समूह से जुड़े विषय को लेकर संसद परिसर में प्रदर्शन किया. राज्यसभा में कांग्रेस के उपनेता प्रमोद तिवारी, सांसद सैयद नासिर हुसैन, नीरज डांगी और कुछ अन्य सदस्यों ने अडाणी समूह के मामले की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) गठित करने की मांग को लेकर उच्च सदन में कार्यस्थगन के नोटिस दिए.
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भारतीय जनता पार्टी ने बजट सत्र के दूसरे चरण के पहले दिन, ब्रिटेन में पिछले दिनों दिए गए राहुल गांधी के एक बयान को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष से माफी की मांग की. इस विषय और अडाणी समूह से जुड़े मामले पर हंगामे के कारण संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही कल बाधित हुई थी. गौरतलब है कि संसद के बजट सत्र की शुरूआत 31 जनवरी को हुई थी जिस दिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में अभिभाषण दिया था. निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक, सत्र का दूसरा चरण 13 मार्च से शुरू होकर छह अप्रैल तक चलेगा.
(पीटीआई-भाषा)